Category: राजस्थान

  • Tonk : पंचायत के ग्रामीणों को टोल मुक्त किए जाने की मांग को लेकर किया प्रदर्शन

    Tonk : पंचायत के ग्रामीणों को टोल मुक्त किए जाने की मांग को लेकर किया प्रदर्शन

    टोंक न्यूज/पीपलू। सोहेला-डिग्गी स्टेट हाईवे पर झिराना के यहां स्थित टोल प्लाजा पर आसपास के ग्रामीणों ने तहसील कार्यालय पीपलू पर विरोध प्रदर्शन करते हुए आसपास के गांवों के छोटे वाहनों को टोल फ्री करने की मांग की है।

    सरपंच संघ अध्यक्ष अशोक राव के नेतृत्व में ग्रामीणों ने तहसील कार्यालय पर टोलकर्मियों पर दादागिरी करने, ग्रामीणों से आए दिन लड़ाई-झगड़ा करने, अभद्रता के आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया।

    सरपंच संघ अध्यक्ष अशोक राव ने कहा कि ग्राम पंचायत झिराना से डिग्गी मार्ग पर करीब 1 किमी. की दूरी पर टोल प्लाजा स्थित है। जबकि पंचायत के काश्तकारों की भूमि टोल प्लाजा के किमी. आगे तक है।

    वहीं पेट्रोल पंप भी टोल प्लाजा के आगे स्थित है। ऐसे में ग्रामीणों को अपने निजी वाहनों से खेत, पेट्रोल पंप जाने के लिए भी टोल देना पड़ता है। साथ ही टोलकर्मियों को स्थानीय नागरिक होने तथा आधार कार्ड बताए जाने के बाद भी उन्हें नहीं निकलने दिया जाता है।

    भाजपा किसान मोर्चा जिला मंत्री राजेन्द्र सराधना ने बताया कि नेशनल हाइवे पर स्थित बरखेड़ा व सोनवा टोल, मालपुरा के अविकानगर, रेनवाल टोल स्थित सभी टोल प्लाजा पर स्थानीय लोगों को टोल फ्री किया हुआ है।

    ग्रामीणों ने आरोप भी लगाया कि टोल कर्मी वाहन चालकों के साथ दुव्र्यवहार भी करते हैं। सभी ग्रामीणों ने टोल प्लाजा के पेराफेरी क्षेत्र में निवास करने वाले स्थानीय वाहनों को पहचान पत्र के साथ टोल फ्री किए जाने की मांग को लेकर उपखंड अधिकारी के नाम तहसीलदार नेहा चौधरी को ज्ञापन सौंपा हैं।

    ज्ञापन देने के दौरान उपसरपंच महेन्द्र जाट, एडवोकेट राजेन्द्र सराधना, शंकरलाल चौधरी, रामदयाल जाट, रामरतन ताखर, शमशुद्दीन, राजेन्द्र साहू, प्रधान, राजाराम, शंकरसिंह, अरविन्द जैन, नसरूद्दीन, हरिराम, हरिओम नामा, पंकज लक्षकार, शमशेरसिंह, मुकेशकुमार, रामजस आदि शामिल रहे।

  • Tonk: ज़िला प्रशासन की लापरवाही, 23 शिक्षक बिना वेतन व पदस्थापन के अन्य स्कूलों में दे रहे है उपस्थिति, दो माह पदस्थापन की प्रतीक्षा में शिक्षक 

    Tonk: ज़िला प्रशासन की लापरवाही, 23 शिक्षक बिना वेतन व पदस्थापन के अन्य स्कूलों में दे रहे है उपस्थिति, दो माह पदस्थापन की प्रतीक्षा में शिक्षक 

     टोंक (फ़िरोज़ उस्मानी)। राजस्थान सरकार शिक्षा में नए आयाम स्थापित कर रही है। कई योजनाओं से शिक्षा को बढ़ावा देकर लाभ दिया जा रहा है, वही दूसरी और शिक्षा विभाग की उदासीनता के चलते धरातल में इसका लाभ नही मिल पा रहा है, टोंक में भी इन दिनों ऐसा ही कुछ देखने को मिल रहा है, शिक्षा विभाग के साथ ज़िला प्रशासन भी 23 शिक्षकों के पदस्थापन के मामले में मौन साधे है, जिसके चलते शिक्षकों का दो माह का वेतन भी अटका हुआ है।

    दरअसल सरकार के आदेशानुसार ज़िलें के कई सरकारी स्कूलों को महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम विद्यालयों में तब्दील किया गया, इन विधालयों से अधिशेष हुए शिक्षकों को अग्रिम आदेशों की प्रतीक्षा में अन्य स्कूलों में लगा दिया गया था, इसके बाद इनको पद स्थापन देने के लिए दो बार काउंसलिंग भी करा दी गई है, जिसमें अधिशेष शिक्षकों को पोस्ट के अनुसार स्कूल आवंटित कर दिए गए है, बावजूद इसके आवंटित हुए स्कूलों में 23 शिक्षकों को पदस्थापन नही दिया जा रहा है।

    जिसके चलते शिक्षकों का वेतन भी नही बन पा रहा है, अब दो माह बीतने पर है लेकिन शिक्षकों को आवंटित हुए स्कूलों में पदस्थापन नही दिया जा रहा है। पूरे मामले में शिक्षा विभाग के पास कोई संतोषजनक जवाब नही है। 

     दो बार हो चुकी काउंसलिंग

    वही दो बार काउंसलिंग के बाद डीसी की बैठक मे शिक्षकों को आवंटित हुए स्कूलों की मंजूरी भी दे दी गई है, लेकिन अध्यक्ष व मेम्बर इसमें रुझान नही दिखा रहे है, ज़िला प्रशासन भी इस समस्या से निजात नही दिला पा रहा है।

    जिसके चलते 23 शिक्षक अन्य स्कूलों में अपनी उपस्थिति देने पर मजबूर है।

  • JEN मीणा दलाल सहित 1 लाख की रिश्वत लेते गिरफ्तार 

    JEN मीणा दलाल सहित 1 लाख की रिश्वत लेते गिरफ्तार 

    जयपुर/ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने सीकर जिले में प्रसिद्ध खाटू की नगरी की पालिका के कनिष्ठ अभियंता(JEN) को ₹100000 की दो दलालों के माध्यम से रिश्वत की राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया।

    भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो सीकर की कई को एक फर्म ने शिकायत की कि उसने सीकर जिले के खाटू श्याम स्थित नगर पालिका मैं 1600000 रुपए का निर्माण कार्य किया था।

    जिसके बकाया बिलों का भुगतान करने के एवज में कनिष्ठ अभियंता दिनेश चंद मीणा अपने दलाल मदन लाल मीणा और पूरण मीणा के माध्यम से ₹ ₹160000 मैं तो रिश्वत मांग रहे हैं इस शिकायत पर सीकर इकाई के डिप्टी एसपी राजेश जांगिड़ के नेतृत्व में सत्यापन कराया गया जो सही पाए जाने पर पुलिस निरीक्षक सुरेश चंद्र के नेतृत्व में एक टीम ने कार्यवाही करते हुए।

    दलाल मगनलाल पुत्र सूरज सुरजाराम निवासी नया बास पोस्ट दुधवा पुलिस थाना जीण माता हाल खाटू श्याम और पूर्ण पुत्र श्री रामदेव कुमावत निवासी खाटू श्याम दोनों निजी व्यक्ति को परिवादी से ₹100000 की रिश्वत राशि कनिष्ठ अभियंता दिनेश चंद मीणा के लिए लेते हुए गिरफ्तार किया।

    कनिष्ठ अभियंता दिनेश मीणा को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की कार्रवाई की भनक लगते ही वह मौके से फरार हो गया जिसकी तलाश की जा रही है सत्यापन के समय कनिष्ठ अभियंता ने ₹50000 की रिश्वत राशि वसूल कर ली थी दलाल मगनलाल के होटल के काउंटर की तलाशी ली गई ।

    तो ₹500000 की समुद्र अक्षरी बरामद हुई है आरोपी कनिष्ठ अभियंता दिनेश चंद मीणा दलाल माखनलाल के होटल में ही स्थाई रूप से निवासरत पाया गया ।

  • बजरी लीज धारक के सामने अधिकारीयों व नेताओं का सजदा, क्षेत्र में कायदे-कानून की सरेआम उड़ती धज्जियां 

    बजरी लीज धारक के सामने अधिकारीयों व नेताओं का सजदा, क्षेत्र में कायदे-कानून की सरेआम उड़ती धज्जियां 

    जहाजपुर (आज़ाद नेब) बजरी लीज धारक द्वारा कृषि भूमि का बिना रूपांतरण किए गैर कृषि/ व्यवसायिक कार्य में उपयोग लेने, धर्म कांटों का अवैध संचालन कर सरकार के राजस्व को नुकसान पहुंचा जा रहा है। बावजूद इसके प्रशासनिक अधिकारी आंखें बंद कर बैठे हैं।

    सार्वजनिक निर्माण विभाग व नेशनल हाईवे अथॉरिटी की बिना स्वीकृति के सड़क सीमा पर धर्म कांटे स्थापित कर अवैध रूप से काम का संचालन करने की कारगुज़ारी की जा रही है लेकिन ना ही तो नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने रोकने व टोकने की जहमत उठाई है ओर ना ही सार्वजनिक निर्माण विभाग के नुमाइंदों ने इसमें अपनी रूचि दिखाई है।

    बनास नदी लीज धारक शेखावत एसोसिएट के पास तकरीबन चालीस से पचास कार्मिक जो जिले के बाहर के हैं, अधिकतर कर्मचारीयों के पास पहचान पत्र नहीं है।

    क्षेत्र के चारों थानों में इनकी पहचान के कोई दस्तावेज का पुलिस सत्यापन नहीं करवाया गया ओर ना किसी एजेंसी के मार्फ़त इनको लाया गया है। इनके द्वारा क्षेत्र में आए दिन बजरी वाहन चालकों के साथ में लड़ाई झगड़ा मारपीट की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है जिससे लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है।

    मानों क्षेत्र में जंगलराज कायम हो। लीज धारक के कार्मिकों द्वारा लोगों से मारपीट करने से कानून की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है बावजूद इसके कानून के कारिंदे द्वारा कार्रवाई अमल में नहीं लाना पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह तो अंकित करता ही है साथ ही पुलिस पर भी सवालिया निशान लगाता है।

    लीज धारक द्वारा सुप्रीम कोर्ट के निर्देश की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। लीज धारक को नदी के तल से 10 फीट की गहराई तक बजरी निकालने की इजाजत है मगर खनिज विभाग द्वारा बनास नदी का तल निर्धारित नहीं किया गया है।

    जिससे लीज धारक मनमानी कर अपने वाहनों के माध्यम से नदी में गहरे खड्डे खोद कर सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का भी उल्लंघन कर रहे है। लीज धारक द्वारा खनिज विभाग द्वारा जारी रवाना बजरी चालकों को तो दिया जा रही है।

    मगर साथ ही अवैध रूप से शेखावत एसोसिएट की ₹500 प्रति टन बजरी की अवैध राशि वसूल की जा रही है इसकी जानकारी सभी अधिकारियों को होने के बाद भी किसी तरह की कार्रवाई नहीं किया जाना क्षेत्र के अधिकारियों की कार्यशैली को संदिग्ध बनाता है।

  • वैन मोटरसाइकिल में भिड़ंत चार गंभीर रूप से घायल, हादसे में तीन महिलाएं भी हुई चोटिल

    वैन मोटरसाइकिल में भिड़ंत चार गंभीर रूप से घायल, हादसे में तीन महिलाएं भी हुई चोटिल

    जहाजपुर (आजाद नेब) देवली रोड कांटिया पेट्रोल पंप के सामने वन एवं मोटरसाइकिल जबरदस्त भिड़ंत हो गई जिस में मोटरसाइकिल सवार दो युवक एवं वेन में बैठे दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए एवं वैन में सवार तीन महिलाएं भी चोटिल हो गई।

    जानकारी के मुताबिक कटिया पेट्रोल पंप के सामने बाइक पर सवार जयसिंह पिता कालूराम मीणा, आशिष पिता दुर्गालाल मीणा निवासी ऊंचा देवली की तरफ जा रहे थे सामने से आ रही मारुति वैन की भिड़ंत से मारुति वैन में सवार अमरगढ़ निवासी पिता-पुत्र उदय पुरी पिता देवीलाल पुरी प्रहलाद पुरी पिता उदय पुरी गंभीर रूप से घायल हो गए एवं साथ में बैठी तीन महिलाएं को भी टक्कर होने से चोटे आई है।

    जिनको जहाजपुर चिकित्सालय में लाया गया। ख़बर लिखे जाने तक जिनका प्राथमिक उपचार किया जा रहा था। मारुति वैन में सवार चोटिल हुए महिलाओं का कहना है कि केकड़ी परिवार के सदस्य को दिखाने के लिए अस्पताल गए थे।

    हादसे के का कहना है कि मारुति वैन व मोटरसाइकिल में टक्कर इतनी जबरदस्त हुई कि जिसकी दूर दूर तक सुनाई दी ओर मोटरसाइकिल वैन के टक्कराने से मोटरसाइकिल के परखच्चे उड़ गए और मारुति वैन का सामने का हिस्सा टूट गया।

  • Tonk : तीन दिवसीय बनास महोत्सव का आयोजन 22 से 24 दिसंबर तक

    Tonk : तीन दिवसीय बनास महोत्सव का आयोजन 22 से 24 दिसंबर तक

    टोंक। जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल की पहल पर 22 से 24 दिसंबर तक तीन दिवसीय बनास महोत्सव का भव्य आयोजन किया जाएगा। महोत्सव में क्विज प्रतियोगिता, एडवेंचर गतिविधियां, मुशायरा एवं कवि सम्मेलन, स्टार म्यूजिकल नाइट, हेरिटेज वॉक, दौड़ आदि का आयोजन होगा। यह आयोजन टोंक के गौरवमयी इतिहास एवं जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया जा रहा है। जिला कलेक्टर ने आमजन से बढ़-चढ़कर इस आयोजन में हिस्सा लेने की अपील की।

    जिला कलेक्टर ने कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक लेकर तीन दिवसीय बनास महोत्सव टोंक-2022 का आयोजन को की तैयारियों को लेकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।

    उन्होंने बताया कि 22 दिसंबर को रन फॉर बनास महोत्सव का आयोजन जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट परिसर से गांधी खेल मैदान तक और सभी उपखंडों पर होगा। इसी दिन टोंक के गांधी खेल मैदान में बनास महोत्सव का विधिवत शुभारंभ होगा और विभिन्न बैंडों की प्रस्तुति होगी।

    गांधी खेल मैदान में हॉट एयर बैलून, जॉरबिंग, क्लाइंबिंग वॉल, पैरासेलिंग, स्काई लैंटन शो, जिप लाइन, ट्रैम्पोलिन जैसी एडवेंचर गतिविधियों का आयोजन होगा। इसी दिन टोंक को जाने क्विज/लेखन और पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन होगा।

    गांधी खेल मैदान में बनास कला समूह द्वारा पेंटिंग प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी। सांस्कृतिक संध्या में शाम छह बजे सर्व धर्म प्रार्थना, 6.30 पर राजस्थानी संस्कृति थीम पर रैंप वॉक होगी।

    शाम साढ़े छह बजे गांधी खेल मैदान में रंगीलो राजस्थान लोककला सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा, जिसमें भवाई नृत्य, तेरहताली नृत्य, कच्छी घोड़ी नृत्य, चकरी नृत्य, सहरिया नृत्य, गैर नृत्य आदि की प्रस्तुति होंगी।

    महोत्सव के दूसरे दिन 23 दिसंबर को गांधी खेल मैदान में एडवेंचर गतिविधियों और पुलिस लाइन मैदान में फुटबॉल मैत्री मैच का आयोजन होगा। सांस्कृतिक संध्या में चारबैंत कला प्रदर्शित की जाएगी। मुशायरा और कवि सम्मेलन होगा।

    23 दिसंबर को टोडारायसिंह से बीसलपुर बांध तक बनास साइक्लोथॉन, बीसलपुर की लवकुश वाटिका में माउंटेन क्लाइंबिंग और बर्ड वॉचिंग, बीसलपुर डेम गार्डन में लघु सांस्कृतिक कार्यक्रम और पीपाजी मंदिर से हाडीरानी की बावड़ी तक शोभायात्रा का आयोजन होगा। इसके अलावा हाडीरानी की बावड़ी पर दीपदान/रंगोली और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।

    महोत्सव के आखिरी दिन 24 दिसंबर को गांधी खेल मैदान में एडवेंचर गतिविधियां, परंपरागत खेल एवं मेंहदी प्रतियोगिता, टोंक के हेरिटेज स्थलों पर हेरिटेज वॉक और चतुर्भुज तालाब पर दीपदान एवं रंगोली का आयोजन होगा।

    सभी प्रमुख जगहों पर आतिशबाजी और शहर में रोशनी की सजावट होगी। टोंक के गांधी खेल मैदान में शाम 7 बजे स्टार म्यूजिकल नाइट का आयोजन होगा।

  • शिक्षा विभाग- राजस्थान में 1 लाख से अधिक पद खाली, कैसे चलेगा काम

    शिक्षा विभाग- राजस्थान में 1 लाख से अधिक पद खाली, कैसे चलेगा काम

    जयपुर/ राजस्थान में सरकारी विभागों में शिक्षा विभाग और चिकित्सा विभाग सर्वाधिक कार्मिकों की संख्या वाले विभाग माने जाते हैं इन दोनों विभागों में से शिक्षा विभाग में हालात यह है कि वर्तमान में विभिन्न पदों के करीब 100000 से अधिक पद खाली हैं ऐसे में शिक्षा विभाग के सफल संचालन और अच्छे परिणाम बेहतर क्रियान्वयन की उम्मीद बेनामी सी लगती है।

    सरकार के 4 साल बीत जाने के बाद भी प्रदेश के सबसे बड़ी विभाग शिक्षा विभाग में 100000 पद अभी तक खाली पड़े हैं आखिर क्यों ?

    सरकार और सरकार के किसी भी विभाग की उपलब्धि और उसके कार्य प्रणाली तथा सरकार की योजनाओं के सफल क्रियान्वयन और बेहतर परिणाम उस विभाग के अधिकारियों और कार्मिकों पर निर्भर करता है लेकिन यह तब संभव है जब उस विभाग में स्वीकृत अधिकारी व कार्यों को की संख्या बराबर हो ।

    राजस्थान में सबसे बड़े विभाग के रूप में माने जाने वाले शिक्षा विभाग की हालत कुछ और ही है सरकार को 4 साल व्यतीत हो गए हैं लेकिन आज भी शिक्षा विभाग की स्थिति यह है कि उच्च अधिकारियों से लेकर निचले स्तर तक के अधिकारियों के विभिन्न पदों के करीब 100000 से अधिक पद खाली पड़े हैं ।

    ऐसे में विभाग सरकार की योजनाओं का सफल क्रियान्वयन और बेहतर परिणाम तथा स्कूलों में समुचित शिक्षण व्यवस्था और स्कूलों में बेहतर कार्य की उम्मीद कैसे की जा सकती है ?

    अधिकारियों और कार्मिकों को धन्य की ..

    विभाग में 100000 से भी अधिक पद रिक्त होने के बाद भी विभाग के उच्च अधिकारियों से लेकर निचले स्तर तक के कार्मिकों की कार्यप्रणाली अपवाद को छोड़कर सभी कार्मिक और अधिकारियों की कार्य के प्रति लगन का ही नतीजा है कि शिक्षा विभाग देश में अपनी कार्यप्रणाली को लेकर अन्य राज्यों को पकड़ते हुए शीर्ष पर हैं ।

    आ राजस्थान में शिक्षा विभाग के कुछ महत्वपूर्ण पदों की स्थिति इस प्रकार है।

    प्रिंसिपल कुल पद 16380 है इनमें से 10074 पद भरे हुए हैं तथा 6286 पद अभी 20 खाली है और नया शैक्षणिक सत्र शुरू हो गए 6 माह हो गए हैं।

    वाइस प्रिंसिपल के 12421 पद है इनमें से मात्र 2220 पद ही भरे हुए हैं और 10201 पद अभी भी खाली पड़े हैं।

    व्याख्याताओं के 54167 पद हैं इनमें से 40966 पद भरे हुए तथा 13201 पद अभी भी खाली पड़े हैं।

    वरिष्ठ शिक्षकों के 77447 पद कुल है इनमें से 57272 पद भरे हुए हैं तथा 20475 पद अभी भी खाली पड़े हैं तथा शिक्षकों के कुल 90906 पद है इनमें से 73976 पद भरे हुए हैं और 16930 पद अभी भी खाली पड़े हैं।

    सरकारी स्कूलों और कार्यालयों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के कुल 20643 पद स्वीकृत हैं इनमें से मात्र 6919 पद ही भरे हुए हैं और 10124 पद अभी भी खाली पड़े हैं।

    इनके अलावा प्रशासनिक अधिकारियों के 226 पद खाली पड़े हैं । शारीरिक शिक्षक श्रेणी सेकंड के 2017 में पद खाली पड़े हैं अतिरिक्त प्रशासन अधिकारी के 1127 पद खाली पड़े हैं सहायक प्रशासनिक अधिकारी के 1764 पद खाली पड़े कनिष्ठ सहायकों के 1176 पद खाली पड़े हैं ।

    इस तरह शिक्षा विभाग में निदेशक से लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तक कुल 336270 पद है इनमें से 228808 पद भरे हुए हैं और 109482 पद अभी भी खाली पड़े हैं ।

  • हाईकोर्ट के न्यायाधीश फरजंद अली ने रचा कीर्तिमान

    हाईकोर्ट के न्यायाधीश फरजंद अली ने रचा कीर्तिमान

    जोधपुर/ हाईकोर्ट के जस्टिस फरजंद अली ने आम जनता कि पीड़ा को समझते हुए, एक दिन में सुने 529 मामले और एक दिन मे सुनवाई कर रचा कीर्तिमान

    आमतौर पर उच्च न्यायालय में सुनवाई का समय 4 बजे तक ही होता है और एक बेंच में दिन के 150 – 200 मामले सुने जाते हैं। लेकिन जस्टिस फरजंद अली ने उच्च न्यायालय में पेंडिंग पड़े मामलों के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए ।

    सोमवार को 529 मुकदमों की सुनवाई कर कीर्तिमान रचा। उन्होंने खुद अपनी कोर्ट सूचीबद्ध 325 प्रकरणों के अलावा कोर्ट नम्बर 13 के समक्ष सूचीबद्ध 203 प्रकरणों की भी सुनवाई की। इसके लिए जस्टिस अली ने शाम 6.30 बजे तक लगातार विभिन्न फौजदारी प्रकरणों की सुनवाई की। जस्टिस अली के पास फौजदारी अपीलों, रिवीजन और अन्य फौजदारी मामलों का रोस्टर है।

    सोमवार को किन्हीं कारणों से जस्टिस व्यास अवकाश पर थे। ऐसे में जमानत प्रकरणों की सुनवाई भी जस्टिस फरजंद अली को सौंप दी गई। इससे एकबारगी वकीलों में यह चर्चा फैल गई कि अब उनके प्रकरण सुनवाई में कैसे आएंगे।

    कोर्ट की कार्यवाही सवेरे 10.30 बजे से 4.30 बजे तक चलती है। इसमें 1 बजे से 2 बजे तक भोजनावकाश होता है। जब कोर्ट की कार्यवाही का समय समाप्त हो रहा था, तब जस्टिस अली ने वकीलों को निश्चिंत करते हुए कहा कि अदालत सभी मामले सुनकर ही उठेगी, चाहे कितना भी समय लगे।

    इसके बाद वे शाम 6.30 तक मुकदमों की सुनवाई करते रहे और दोनों कोर्ट की लिस्ट पूरी करके ही उठे। गौरतलब है कि हाईकोर्ट में 23 दिसम्बर से शीतकालीन अवकाश है। ऐसे में अगर प्रकरण आज सुनवाई में नहीं आते तो 2 जनवरी से पहले इनका सुनवाई में आ पाना मुश्किल था।

  • सरकारें ईमानदार अधिकारियों को कलेक्टर व एस पी जैसे मलाइदार पदो पर नहीं लगाती ? 

    सरकारें ईमानदार अधिकारियों को कलेक्टर व एस पी जैसे मलाइदार पदो पर नहीं लगाती ? 

    जयपुर/उदयपुर/ सरकारें ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारियों को कलेक्टर और एसपी जैसे महत्वपूर्ण अर्थात मलाईदार पदों पर नियुक्त नहीं करती है बल्कि उन्हें ऐसे पदों पर लगाया जाता है जिन्हें ब्यूरोक्रेसी में बर्फ वाली जगह कहा जाता है और इसे दूसरे शब्दों में सजा वाली पोस्ट या काले पानी की सजा जैसे शब्दों से अलंकृत किया जाता है।
     
    ऐसे में ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारियों में हीन भावना बढ़ती है इसके साथ ही ऐसी कार्यप्रणाली के कारण भ्रष्टाचार भी बढ़ता है इसे यूं कहें तो अतिशयोक्ति नहीं होगी कि ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी के मन में भी फिर रिश्वत और घूसखोरी की भावना आने लगती है।
     
    यह खुलासा हुआ है उदयपुर में स्थित इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट द्वारा किए गए शोध में। देश में पहली बार ऐसा शोध किया गया है।
     
    आई आई एम उदयपुर के प्रोफेसर डॉ सौरव गुप्ता प्रोफेसर डॉ राजीव वर्मा और प्रोफेसर डॉक्टर रेग्नि बिरनर के साथ राजस्थान बिहार छत्तीसगढ़ हरियाणा गुजरात पंजाब और मध्य प्रदेश अर्थात 7 राज्यों के 86 लोगों पर शोध किया
     
    इनमें यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा पास करने वाले बिहार के 36 अभ्यर्थी के अलावा अन्य राज्यों के 50 अधिकारी शामिल है इन 7 राज्यों के इस शोध में अधिकारियों की रिश्वत और भ्रष्टाचार के मामले में एक जैसी सोच निकल कर सामने आई
     
    शोध में रिश्वत के पैसे को कम मध्यम और उच्च स्तर पर रखा गया पकड़े जाने की आशंका सजा का स्तर और इससे जनता के नुकसान को कम मध्यम और उच्च स्तर पर बांटा गया इस शोध में राजस्थान के 10 अधिकारी और यूपीएससी प्री पास करने वाले 5 अभ्यर्थी शामिल हैं इनमें प्रायोगिक खेल और सामूहिक परिचर्चा के माध्यम से उनकी ईमानदारी और भ्रष्टाचार की सोच पर रिसर्च किया गया
     
    भ्रष्टाचार पर लगाम कसने समाधान भी पूछे तो सामने आया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कानून तो है लेकिन उन्हें अंजाम तक नहीं पहुंचा पाते क्योंकि सरकारी व्यवस्था ही खराब है
  •  प्रतापगढ़, डूंगरपुर में 4 साल में 7 कलेक्टर और भरतपुर में 6 कलेक्टर बदले,प्रदेश मे 4 साल 135 बार बदले कलेक्टर 

     प्रतापगढ़, डूंगरपुर में 4 साल में 7 कलेक्टर और भरतपुर में 6 कलेक्टर बदले,प्रदेश मे 4 साल 135 बार बदले कलेक्टर 

    जयपुर/ राजस्थान में कांग्रेस की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत नीत सरकार के आखिर लड़ाई झगड़ा और संघर्ष के बीच आखिर 4 साल पूरे हो गए पूरे प्रदेश में गहलोत सरकार के 4 साल का जश्न मनाया जा रहा है सरकार की उपलब्धियों को बयां किया जा रहा है लेकिन इन 4 सालों के दौरान राजस्थान में 135 बार जिलों के जिला कलेक्टर बदले गए 2 जिले तो ऐसे हैं जहां 4 साल में 7-7 कलेक्टर बदले गए ।
     
     
    किसी भी कलेक्टर अधिकारी या कार्मिक की कार्यप्रणाली और कार्यशैली का आकलन तब हो पाता है जब वह कम से कम 1 साल तक उस सीट पर कार्य करता है उसके बाद ही आकलन का सही पता चल पाता है।
     
    लेकिन राजस्थान में चाहे कारण नेताओं का अधिकारियों से विवाद हो या भ्रष्टाचार हो यह कार्य में कोताही हो या और कोई राजनीतिक कारण रहो या फिर अन्य और कोई भी और कारण लेकिन लेकिन राजस्थान में पिछले 4 साल में 135 जिला कलेक्टर जिलों के बदले गए औसतन हर साल में 1 जिले का एक कलेक्टर बदला गया।
     
    पिछले 4 साल में किस जिले में कितने कलेक्टर बदले एक नजर में
     
    प्रतापगढ़ और डूंगरपुर में 7-7 बार भरतपुर में 6 बार राजधानी जयपुर संभाग कोटा के अलावा सीकर, श्रीगंगानगर ,करौली, बाड़मेर ,अलवर, चित्तौड़गढ़ और बूंदी में 4 साल में 5 बार कलेक्टर बदले गए इसी तरह बांसवाड़ा, जालौर, सवाईमाधोपुर ,जैसलमेर, झालावाड, टोंक, सिरोही और चूरू में 4 साल में इन जिलों में चार कलेक्टर बदले गए ।
     
    प्रतापगढ़ में सरकार ने पिछले 4 साल में आईएएस ओमप्रकाश कसेरा,श्याम राजपुरोहित, अनुपमा जोरवाल ,रेणु जयपाल, प्रकाश चंद शर्मा और सौरभ स्वामी को कलेक्टर के तौर पर लगाया और हटाया अब इसलिए 28 अक्टूबर से यहां डॉक्टर इंद्रजीत यादव को कलेक्टर लगाया गया है।
     
    प्रतापगढ़ में कलेक्टर के कार्यकाल को देखा जाए तो ओमप्रकाश का कसेरा को मात्र 8 दिन का समय मिला और अनुपमा जोरवाल को डेढ़ साल रेणु जयपाल को 5 महीने प्रकाश चंद्र शर्मा को 8 महीने और सौरव स्वामी को 6 महीने का करने का समय मिला।
     
    इसी तरह डूंगरपुर में जिस सरकार ने तीन-तीन माह में ही कलेक्टर बदल दिए इंद्रजीत यादव और सुरेश गोला टोंक कलेक्टर यहां मात्र 3-3 महीने ही रहे और शुभम चौधरी तो 6 माह में ही बतौर कलेक्टर हटा दिए गए इंद्रजीत यादव को 3 माह में ही हटाकर आर ए एस अधिकारी से पदोन्नत आईएएस अधिकारी बने लक्ष्मीनारायण मंत्री को यहां का हाल ही में नया कलेक्टर बनाया गया है ।
     
    कांग्रेस शासन में दोही आईएएस अधिकारी सर्वाधिक समय तक कलेक्टर रहे
     
    कांग्रेस शासन के दौरान अगर किसी कलेक्टर के कार्यकाल की बात की जाए तो उसका रिकॉर्ड राजसमंद के तत्कालीन कलेक्टर अरविंद पोसवाल के नाम है पोसवाल ने 25 दिसंबर 2018 को राजसमंद के कलेक्टर पद पर पदभार संभाला था और 19 जनवरी 2022 को इस पद से उन्हें रिलीव किया गया था ।
     
    करीब 3 साल से भी अधिक समय तक राजसमंद के जिला कलेक्टर है नाम है। इसके बाद हनुमानगढ़ जिले के तत्कालीन जिला कलेक्टर जाकिर हुसैन का नाम आता है जाकिर हुसैन 25 दिसंबर 18 से 8 अप्रैल 2021 अर्थात 2 साल तक तक हनुमानगढ़ जिले के जिला कलेक्टर के पद पर रहे।
  • राजस्थान में अप्रैल से मिलेंगे आम जनता को रसोई किट और ₹500 में गैस सिलेंडर – CM गहलोत

    राजस्थान में अप्रैल से मिलेंगे आम जनता को रसोई किट और ₹500 में गैस सिलेंडर – CM गहलोत

    जयपुर/ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि महंगाई से राहत दिलाने के लिए प्रदेश में अप्रैल माह से जहां एक और ₹500 में गैस सिलेंडर दिया जाएगा वहीं दूसरी ओर रसोई किट का वितरण भी किया जाएगा।
     
    मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के तहत अलवर जिले के मालाखेड़ा में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए यह बात कही सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत घोषणा की कि हम एक निर्धारण अर्थात केटेगरी बना रहे हैं इस कैटेगरी के लोगों को ₹1050 की कीमत वाला घरेलू रसोई गैस सिलेंडर ₹500 में दिया जाएगा यह सिलेंडर का वितरण अप्रैल माह से मिलेगा मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि अगले माह हम राजस्थान का बजट पेश करने वाले हैं और इस बजट में प्रदेश की जनता को रसोई से महंगाई का बोझ कम करने के लिए किट वितरण कराने की हमारी योजना है।
     
    सभा को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे ने भी संबोधित किया खड़के ने भारत जोड़ो यात्रा के तहत आज मालाखेड़ा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को नसीहत देते हुए कहा कि एक होकर काम करें और गुटबाजी ना करें अगर एक ऊपर काम करेंगे तो आपको और थर्ड कांग्रेस को आने वाले विधानसभा चुनाव में राजस्थान में कोई नहीं हरा पाएगा सभा को पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी संबोधित किया।
  • राजस्थान में जिला मुख्यालय और पालिका क्षेत्रों मे आज से ही होगी बिजली कटौती

    राजस्थान में जिला मुख्यालय और पालिका क्षेत्रों मे आज से ही होगी बिजली कटौती

    अजमेर/भीलवाड़ा/ सूरतगढ़ एवं कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट की एक-एक इकाई बंद होने के कारण अजमेर विद्युत वितरण निगम ने कटौती का शेड़यूल तय किया है। प्लांट बंद होने के कारण जिला मुख्यालय पर आधा घंटा तथा म्युनिसिपल कस्बों पर एक घंटा बिजली कटौती होगी। फिलहाल तीन दिन के लिए यह कटौती तय की गई है।

                अजमेर डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक एन.एस. निर्वाण ने बताया कि सूरतगढ़ तथा कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट की एक-एक इकाई तकनीकी रूप से बंद होने के कारण बिजली के उत्पादन पर प्रभाव पड़ा है। बिजली उत्पादन तथा खपत को मद्देनजर रखते हुए डिस्कॉम क्षेत्र के जिला मुख्यालय तथा म्यूनिसिपल क्षेत्रों में कटौती की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिला मुख्यालयों पर सुबह आधा घंटा तथा म्युनिसिपल कस्बो में सुबह 1 घंटे बिजली की कटौती की जाएगी।

     

    बिजली कटौती का समय रहेगा यह

    प्रबन्ध निदेशक निर्वाण ने बताया कि जिला मुख्यालयों पर राजसमंद, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ में प्रातः 6 से 6:30, नागौर में प्रातः 6:30 से 7:00, सीकर में प्रातः 7:00 से 7:30, भीलवाड़ा में प्रातः 7:30 से 8:00, चित्तौड्गढ़ एवं झुंझुनूं में प्रातः 8:00 से 8:30 तक बिजली कटौती की जाएगी।

                इसी प्रकार सभी म्युनिसिपल कस्बों में राजसमंद, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, उदयपुर में प्रातः 6:00 बजे से 7:00 बजे तक, चित्तौड़गढ़ एवं नागौर में प्रातः 6:30 से 7:30,अजमेर एवं भीलवाड़ा में प्रातः 7:00 से 8:00 , सीकर एवं झुंझुनूं में प्रातः 7:30 से 8:30 तक बिजली कटौती की जाएगी।

  • शाहपुरा प्रेस क्लब का लोकार्पण एवं जिला पत्रकार सम्मेलन 11 फरवरी को

    शाहपुरा प्रेस क्लब का लोकार्पण एवं जिला पत्रकार सम्मेलन 11 फरवरी को

    भीलवाड़ा/ जिले के शाहपुरा में आगाभी 01 जनवरी 2003 को स्थानीय पत्रकारों द्वारा गठित प्रेस क्लब शाहपुरा के द्वितीय चरण के भवन का लोकार्पण समारोह 11 फरवरी 23 को भव्यता के साथ होगा। इस मौके पर प्रेस क्लब का 20 वां स्थापना दिवस होने के कारण जिला पत्रकार सम्मेलन व पत्रकार सम्मान समारोह भी आयोजित किया जायेगा। 

    इस आशय का निर्णय प्रेस क्लब सभागार में आयोजित स्थानीय पत्रकारों की बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया। अध्यक्ष चान्दमल मूंदड़ा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में महासचिव मूलचन्द पेसवानी ने बताया कि वर्तमान में द्वितीय चरण का निर्माण कार्य पूरा हो गया है, जिस पर 14 लाख रू की लागत आयी है। तथा प्रथम चरण का रिनोवेशन भी हो चुका है। जिस पर भी पांच लाख रू से ज्यादा की लागत आयी है। आज प्रेस क्लब की बैठक में पत्रकार साथी रामप्रकाश काबरा, सुर्यप्रकाश आर्य, राजेंद्र पाराशर, गणेश सुगंधी, भेरूलाल लक्ष्कार, रमेश पेसवानी मौजूद रहे। 

    उल्लेखनीय है कि शाहपुरा में प्रेस क्लब के प्रथम चरण के निर्माण कार्य का लोकार्पण 20 मार्च 2007 को रामस्नेही संप्रदाय के पीठाधीश्वर जगतगुरू स्वामी रामदयालजी महाराज के कर कमलों से जिले के जनप्रतिनिधियों, जिले व जयपुर के पत्रकारों की मौजूदगी में किया गया था। 

     

    प्रेस क्लब के महासचिव मूलचन्द पेसवानी ने बताया कि प्रेस क्लब के द्वतीय चरण के भवन का लोकार्पण कार्यक्रम 11 फरवरी 23 को कराने का निर्णय सर्वसम्मति से किया गया है। इसकी तैयारियां प्रांरभ कर दी है। इस पुनित अवसर पर भीलवाड़ा जिले का जिला पत्रकार सम्मेलन एवं पत्रकार सम्मान समारोह एवं प्रेस क्लब शाहपुरा का 20 वां स्थापना दिवस समारोह भी आयोजित होगा। इसके लिए अलग अलग से कमेटियों का गठन किया जा रहा है। कार्यक्रम को भव्य रूप देने के लिए पत्रकारों का शिष्टमंडल शीघ्र ही जयपुर पहुंच कर राजस्थान के महामहिम राज्यपाल, राज्य सरकार के प्रमुख मंत्रियों, अधिकारियों को निमंत्रण देगा।  

    पेसवानी के अनुसार प्रेस क्लब शाहपुरा सतत प्रयासरत है कि प्रेस क्लब अकादमिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में संचालित हो। पत्रकार साथी प्रेस क्लब भवन में आएं एवं विचार विमर्श से पत्रकारिता क्षमता का विकास करें। पत्रकार पत्रकारिता पर परस्पर संवाद के लिए प्रेस क्लब भवन होना अनिवार्य है।

    अध्यक्ष चान्दमल मून्दड़ा ने बताया कि वर्तमान में द्वितीय चरण के प्रेस क्लब भवन का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। प्रथम चरण के कार्य के रिनोवेशन का कार्य भी नगर पालिका शाहपुरा द्वारा करा दिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रेस क्लब आॅफ इंडिया मुम्बई एवं राजस्थान के पत्रकार संगठनों की सूचनाओं के आधार पर यह गौरव भी प्रेस क्लब शाहपुरा को ही मिला है कि उपखंड मुख्यालय पर अपने संचालन में प्रेस क्लब भवन केवल शाहपुरा में ही है। इस मौके पर प्रेस क्लब शाहपुरा की ओर से मल्टीकलर व आकर्षक स्मारिका रिपोर्टर रिव्यू-2 का प्रकाशन भी किया जायेगा। जिसमें जिले के पत्रकारों से आलेख भी मांगे गये है।

  • गहलोत कुर्सी नहीं छोड़ना चाहते और सचिन कुर्सी पाना चाहता यही चल रहा राजस्थान में – केंद्रीय मंत्री मेघवाल

    गहलोत कुर्सी नहीं छोड़ना चाहते और सचिन कुर्सी पाना चाहता यही चल रहा राजस्थान में – केंद्रीय मंत्री मेघवाल

    भीलवाड़ा/ केंद्रीय सांस्कृतिक एवं संसदीय मंत्री अर्जुन मेघवाल ने राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर जमकर हल्ला बोलते हुए कहां की यह कुर्सी की लड़ाई हो रही है और गहलोत कुर्सी से चिपका रहना चाहते हैं और सचिन पायलट कुर्सी पाना चाहता है।

    मेघवाल रविवार को भीलवाड़ा जिले के मांडलगढ़ विधानसभा मुख्यालय पर भाजपा जन आक्रोश रैली के समापन मौके पर आयोजित आयोजन को मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए तथा पत्रकारों से वार्ता करते हुए यह विचार व्यक्त किए ।

    केंद्रीय सांस्कृतिक एवं संसदीय मंत्री अर्जुन मेघवाल ने कहा कि सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच का झगड़ा आपस का झगड़ा है यह केवल भाजपा पर आरोप लगाते हैं कांग्रेसमें जो लड़ाई चल रही है जिनके अंदरूनी लड़ाई है।

    एक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठा रहना चाहता है और दूसरा उस कुर्सी को पाना चाह रहा यह कटाक्ष मंत्री मेघवाल ने अशोक गहलोत और सचिन पायलट भर्ती है।

    मंत्री मेघवाल ने फिल्म पठान को लेकर चल रहे विवाद पर कहा कि किसी को भी धार्मिक भावनाओं को आहत करने का अधिकार नहीं है और पठान फिल्म पर रोक लगाने के सवाल के जवाब में मंत्री मेघवाल ने कहा कि निश्चित रूप से कार्यवाही होगी।

    मंच पर सांसद सुभाष बहेड़िया, मांडलगढ़ विधायक गोपाल खंडेलवाल, जहाजपुर विधायक गोपीचंद मीणा, भाजपा जिला अध्यक्ष लादूलाल तेली, पूर्व विधायक बद्री प्रसाद गुरूजी, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य भगवानसिंह, पूर्व पालिका अध्यक्ष राजकुमार आंचलिया सहित क्षेत्र के कई जनप्रतिनिधि व भाजपा पदाधिकारियों की मौजूदगी रही।

    केन्द्रिय संस्कृति मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि जनता 2024 में केंद्र में नरेंद्र मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाने को आतुर बैठी है। उससे पहले 2023 में राजस्थान में कांग्रेस सरकार को उखाड़कर भाजपा की सरकार को लाना है।

    डबल इंजन की सरकार होगी तो राजस्थान का विकास सुचारू हो सकेगा। उन्होंने केंद्र सरकार की योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि राजस्थान में कांग्रेस नेता केवल सीएम की कुर्सी के लिए ही चार साल से लड़ते चले आ रहे है। प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने से लेकर आज तक केवल कुर्सी के लिए लड़ाई चल रही है।

    कांग्रेस के विधायक मिनी सीएम बन रहे है। इससे प्रदेश में कानून व्यवस्था चैपट हो रही है। महिला अत्याचार के मामलों में देश में राजस्थान अव्वल हो गया है।

    उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस हाइकमान अशोक गहलोत व सचिन पायलेट के मन मिलने की बात कह रहा है पर दोनो के हाथ तो मिलवा कर दिखाओ। उन्होंने कांग्रेस पर कई कटाक्ष किये। सभा को सांसद सुभाष बहेड़िया, मांडलगढ़ विधायक गोपाल खंडेलवाल, जहाजपुर विधायक गोपीचंद मीणा, भाजपा जिला अध्यक्ष लादूलाल तेली ने भी संबोधित किया।

  • भीलवाड़ा शहर व ज़िले में बंद रहेगी बिजली

    भीलवाड़ा शहर व ज़िले में बंद रहेगी बिजली

    भीलवाड़ा/ शहर और जिले भर मे कल से सवेरे बिजली बंद रहेगी ।

    विधुत वितरण निगम लिमिटेड भीलवाडा के अधीक्षण अभियंता ने यह जानकारी देते हुए बताया की 

    19.12.2022 से भीलवाड़ा शहरी क्षेत्र में प्रात: 7.30 से 8.00 बजे तक बिजली कटौती एव भीलवाड़ा जिले के नगर पालिका क्षेत्रों में प्रात: 7.00 बजे से 8.00 बजे तक बिजली कटौती रहेगी।

    साथ ही दिन में कृषि उपभोक्ताओं को दी जाने वाली बिजली सप्लाई में भी परिवर्तन किया गया है ।

    कृषि उपभोक्ताओं को दिन के पहले ब्लॉक में प्रात: 8.45 से दोपहर 2.45 बजे तक एव दूसरे ब्लॉक में प्रात: 10.45 से सांय 4.45 बजे तक विद्युत सप्लाई दी जाएगी ।

    विद्युत कटौती की यह व्यवस्था पूरे प्रदेश में हर जिले में और हर शहर में कल से ही लागू रहेगी अग्रिम आदेशों तक।