Category: राजस्थान

  • 8 फर्जी अभ्यर्थी पकडे गए अब सदैव के लिए किया गया मूल व डमी अभ्यर्थियों को डिबार, देश के अन्य भर्ती संस्थानो को भी दी जाएगी सूचना

    8 फर्जी अभ्यर्थी पकडे गए अब सदैव के लिए किया गया मूल व डमी अभ्यर्थियों को डिबार, देश के अन्य भर्ती संस्थानो को भी दी जाएगी सूचना

    जयपुर। राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित वरिष्ठ अध्यापक (माध्यमिक शिक्षा विभाग) प्रतियोगी परीक्षा 2022 के तहत आयोजित परीक्षाओं में 8 फर्जी अभ्यर्थियों को परीक्षा देने का प्रयास करते हुए पकड़ा जा चुका है।
     
    आयोग सचिव  एचएल अटल ने बताया कि 21 दिसंबर से अभी तक  वास्तविक अभ्यर्थी की जगह अन्य व्यक्ति द्वारा परीक्षा देने का प्रयास करने के 8 प्रकरण सामने आए हैं। सभी प्रकरणों में परीक्षा केंद्रो की सख्त सुरक्षा व्यवस्थाओं के चलते डमी अभ्यर्थियों को तुरंत निरूद्ध किया गया है।
     
     अटल ने बताया कि अभी तक उदयपुर में  4, जोधपुर में 2, भरतपुर तथा झुंझुनु में 1-1 डमी अभ्यर्थियों से संबंधित कुल 8 प्रकरण आयोग के संज्ञान में आए हैं। सभी प्रकरणों में संबंधित 8 मूल अभ्यर्थियों तथा 8 डमी अभ्यर्थियों कुल 16 व्यक्तियों के विरूद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज होने के साथ ही आयोग द्वारा इन सभी व्यक्तियों को आजीवन परीक्षाओं से विवर्जित (डिबार) करने की कार्यवाही की जा रही है।
     
    इस परीक्षा में पूर्व के प्रकरणों में भी 46 अभ्यर्थियों को आयोग द्वारा सदैव के लिए परीक्षाओं से डिबार किया जा चुका है। परीक्षा में डिबार किए गए सभी 62 व्यक्तियों की सूची देश के अन्य भर्ती संस्थानों के साथ भी साझा की जाएगी।
     
    अटल ने कहा कि परीक्षाओं की शुचिता भंग करना, प्रश्न-पत्रों को अवैध तरीकों से हथियाना या किसी अन्य अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा देना जैसे मामलों में कठोर कार्यवाही के प्रावधान सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम-2022 के तहत किए गए हैं।
     
    पूर्व में भी आयोग द्वारा इस प्रकार के प्रकरणों में दोषी अभ्यर्थियों को सदैव के लिए परीक्षाओं से विवर्जित किया गया है। इसके साथ ही ऎसे मामलों में लिप्त प्रत्येक व्यक्ति पर आपराधिक प्रकरण भी दर्ज होता है।
     
    आयोग द्वारा इस प्रकार का प्रयास करने वाले अभ्यर्थियों व व्यक्तियों की सूची अन्य भर्ती एजेंसियों के साथ भी साझा की जाती है। इससे इस प्रकार के अभ्यर्थियों/व्यक्तियों के राजकीय सेवाओं में आने के सभी रास्ते सदैव के लिए बंद हो जाते हैं।
  • राजस्थान उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति में एडवोकेट बागड़ी की नियुक्ति

    राजस्थान उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति में एडवोकेट बागड़ी की नियुक्ति

    जयपुर / राजस्थान उच्च न्यायालय जयपुर में राजस्थान उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति में कानूनी मामलों के लिए एडवोकेट हितेष बागड़ी को पैनल अधिवक्ता नियुक्त किया गया है। राजस्थान राज्य के समस्त जिलों के मामलो में हाई कोर्ट में पैरवी करेंगे।

    बागड़ी पूर्व में कई बड़े मामलो में चर्चा में रहे हैं जिसमे आरपीएससी,वन विभाग, स्वास्थ्य विभाग,सरस डेयरी फेडरेशन,शिक्षा विभाग व बड़े आपराधिक मामले शामिल हैं।

    हाईकोर्ट में अपनी ऊर्जावान छबि के लिए जाने जाते हैं,हमेशा अधिवक्ताओ के प्रिय रहे हैं। समाज में विधिक सेवा के लिए कई सम्मान भी प्राप्त कर चुके ही।

    उनकी नियुक्ति पर माला पहनाकर,मुंह मीठा कर साथी अधिवक्ताओं व परिजनों ने खुशी जाहिर की।

  • शिक्षा निदेशक अग्रवाल ने विद्यालयों में विभिन्न प्रकार की छात्रवृत्ति आवेदन की तिथि मेंकिया संशोधन

    शिक्षा निदेशक अग्रवाल ने विद्यालयों में विभिन्न प्रकार की छात्रवृत्ति आवेदन की तिथि मेंकिया संशोधन

    भीलवाड़ा / माध्यमिक शिक्षा विभाग ने सरकारी विद्यालयों में विभिन्न प्रकार की छात्रवृत्ति के आवेदन करने की तिथि में संशोधन कर इस संबंध में शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल आईएएस ने आदेश जारी किये।

    प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों (माध्यमिक एवं प्रारंभिक) को कहा है कि संस्था प्रधान द्वारा 31 दिसंबर तक शाला दर्पण पोर्टल पर विद्यार्थियों की सूचनाऐं अपडेट कर 5 जनवरी तक सभी प्रस्तावों की जांच की जायेगी।

    जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) द्वारा 10 जनवरी को शालादर्पण पोर्टल पर आवेदन ऑनलाईन अपडेट करने के बाद अनुमोदित तथा सत्यापित किया जायेगा। अन्तिम तिथि 15.01.2023 को जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा ऑनलाईन किये प्रस्तावों की जांच की जायेगी।

    जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक (मुख्यालय) डॉ. महावीर कुमार शर्मा ने कहा कि ऑटो प्रोसेस के प्रस्तावों की पुनः जांच के लिये अंतिम तिथि के उपरांत 05 दिनों का समय दिया जायेगा। कोई भी पात्र विद्यार्थी छात्रवृत्ति योजना का आवेदन करने से वंचित रहेगा तो संबंधित संस्थाप्रधान के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।

  • सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग को इफेक्टिव गवर्नमेंट कम्यूनिकेशन अवार्ड

    सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग को इफेक्टिव गवर्नमेंट कम्यूनिकेशन अवार्ड

    जयपुर / राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए संचार क्षेत्र में किये गये नवाचारों के लिए किए गए सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग राजस्थान को ’’इफेक्टिव गवर्नमेंट कम्यूनिकेशन अवॉर्ड’’ प्रदान किया जायेगा।

    सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के निदेशक  पुरूषोत्तम शर्मा ने बताया कि विभाग द्वारा सभी 33 जिलों मे वॉट्सप ग्रुप बनाने के साथ ही राज्य की सभी ग्राम पंचायतों एवं वार्ड स्तर पर वॉट्सप ग्रुप बनाकर लगभग 20 लाख लोगों को जोड़ा गया है। जिन्हें प्रतिदिन मोबाइल फोन पर प्रचार-प्रसार सामग्री भिजवायी जा रही है।

    उन्होंने बताया कि राजकीय योजनाओं की सूचना आमजन तक पहुंचाने के उद्देश्य से विभाग द्वारा सूचना ई-बुलेटिन,सुजस वीडियो बुलेटिन तथा सूजस आवाज (पॉडकास्ट) जैसे नवाचार किये गये हैं जिनसे प्रतिदिन के समाचारों, लाभार्थियों के साक्षात्कार एवं महत्वपूर्ण राजकीय निर्णयों की जानकारी उपलब्ध करवायी जा रही है।

    इसके अतिरिक्त विभाग द्वारा एक सुजस मोबाइल एप भी आरंभ किया गया है जिसमें मोबाइल पर सभी प्रेस नोट, विशेष लेख, सफलता की कहानियॉ, महत्वपूर्ण छायाचित्र, ई-बुलेटिन, वीडियो बुलेटिन, सुजस अवाज एवं कल्याणकारी योजना के लाईव कार्यक्रम प्रदर्शित किये जाते हैं, जिससे आमजन विशेषकर युवावर्ग द्वारा काफी पसन्द किया जा रहा है।

    उक्त पुरस्कार पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इण्डिया द्वारा भोपाल में आयोजित राष्ट्रीय अधिवेशन में दिया जायेगा।

  • श्रीरामद्वारा में साध पंचमी मेले का आयोजन,श्रृद्धालुओं ने संत कान्हड़दास महाराज की गादी के किये दर्शन

    श्रीरामद्वारा में साध पंचमी मेले का आयोजन,श्रृद्धालुओं ने संत कान्हड़दास महाराज की गादी के किये दर्शन

    टोंक। श्रीरामद्वारा में मंगलवार को स्वामी कान्हड़दास महाराज के निर्वाणोत्सव पर साध पंचमी मेले का आयोजन किया गया। इस अवसर पर श्रृद्धालुओं ने स्वामी जी की गादी के दर्शन कर धार्मिक लाभ प्राप्त किया।

    साध पंचमी के मौके पर मंगलवार को प्रात: श्री रामद्वारा में संत रामनिवास महाराज के सानिध्य में संतों ने भव्य आतिशबाजी कर महोत्सव की शुरूआत की, जहां दिन भर रामद्वारा में श्रृद्धालुओं का दर्शनार्थ तांता लगा रहा। दोपहर बाद संत रामनिवास महाराज द्वारा धार्मिक प्रवचन दिये गये।

    उन्होने बताया कि रामस्नेही सम्प्रदाय के गुरू स्वामी रामचरण महाराज के चतुर्थ प्रिय शिष्य थे। जो राम नाम का प्रसार करते हुये आज से तकरीबन 217 वर्ष पूर्व टोंक आये थे, जहां रामद्वारा में आकर तपस्या की थी। उन्होने कहा कि गुरू राम ओर भक्त के बीच मिलन कराने ओर ज्ञान देने वाला होता है।

    गुरू के बिना मनुष्य का जीवन अधूरा है। भक्तों को हमेशा अपने गुरू से आर्शीवाद लेते रहना चाहिये। गुरू दुख की घड़ी में सदमार्ग का रास्ता दिखाता है। इस मौके पर संत कोमलराम महाराज ने भी प्रवचन किये। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ। कार्यक्रम का समापन सांय आरती के साथ प्रसादी वितरण के बाद हुआ।

     
  • राजस्थान में सरकार के खिलाफ कर्मचारी हुए लामबंद 23 को जयपुर में महा आक्रोश रैली

    राजस्थान में सरकार के खिलाफ कर्मचारी हुए लामबंद 23 को जयपुर में महा आक्रोश रैली

    जयपुर/ भीलवाड़ा/ अपनी मांगों को लेकर अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ ने राज्यव्यापी आंदोलन का निर्णय लिया है, खण्डेलवाल ऑडिटोरियम, वैशाली नगर जयपुर में महासंघ का ‘‘संघर्ष चेतना महाधिवेशन’’ सम्पन्न हुआ।

    जिसमे जिसमें भीलवाड़ा से महासंघ के घटक संघों के 50 पदाधिकारियों ने भाग लिया। महासंघ के इस अधिवेशन में राज्य भर से 82 घटक संगठनों के हजारों पदाधिकारियों ने भाग लिया।

    भीलवाड़ा के जिलाध्यक्ष नीरज शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा घोषित राजस्थान संविदा नियम 2022 विरोधाभाषी कानून हैं। राज्य सरकार ने इस प्रकार के नियम संविदा कार्मिकों को भविष्य में स्थायी कर्मचारी बनने के सभी रास्ते बंद कर दिये है।

    संविदा नियम 2022 प्रदेश में आजादी के बाद कर्मचारियों/श्रमिकों पर सबसे बडा हमला है, जिसका महासंघ पुरजोर विरोध करता है। विगत आंदोलनों में सरकार व संगठनों के मध्य हुए लिखित समझौतो/सहमतियों को लागू नहीं किया जा रहा है, जिससे राज्य कर्मचारियों में सरकार के प्रति आक्रोश व्याप्त है।

    राज्य सरकार द्वारा कर्मचारियों की समस्याओं के निराकरण हेतु कमेटियों का गठन किया गया है जो हास्यास्पद है। विगत सरकार द्वारा गठित डी.सी. सामंत कमेटी की रिपोर्ट उजागर किये बगैर ही खेमराज कमेटी का गठन किया गया जिसकी रिपोर्ट आज दिवस तक लम्बित है।

    महासंघ का यह मंतव्य है कि राज्य कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान महासंघ एवं सरकार के मध्य द्विपक्षीय वार्ता के माध्यम से किया जावें। कमेटियों पर किये जा रहे निष्फल व्यय से प्रदेश को राजकीय कोषीय घाटा होता है। 

    मुख्य मांगेः-

    1. कर्मचारियों की वेतन विसंगति दूर कर वर्ष 2013 की अनुसूची 5 के अनुसार सातवें वेतन आयोग में वेतन निर्धारण किया जावे तथा न्यूनतम वेतन 26000 किया जावे ।

    2. 9,18 एवं 27 वर्ष की सेवा पर एसीपी के स्थान पर 7,14,21, एवं 28 वर्ष की सेवा पर पदोन्नति पद का वेतनमान स्वीकृत किया जावे।  

    3. विभिन्न कर्मचारी संगठनों द्वारा किए गए समझौतों एवं सहमतियों को लागू किया जावे ।

    4. सहायक कर्मचारियों को एमटीएस घोषित किया जावे।

    5. नियमित पदों पर संविदा कार्मिकों के भर्ती के लिए जारी संविदा नियम 2022 को प्रत्याहारित कर रिक्त पदों पर नियुक्त संविदा कार्मिकों ध् अस्थाई कार्मिकों को नियमित किया जावे।

    6. परादर्शी स्थानांतरण नीति जारी की जावे।

    7. प्रदेश में लागू की गई पुरानी पेंशन योजना के पश्चात कर्मचारियों के एनपीएस की राशि जी पी एफ खाते में स्थानांतरित की जावे तथा कर्मचारियों द्वारा लिए गए ऋण की वसूली के जारी आदेशों को प्रत्याहारित किया जावे।

    8. प्रदेश के मंत्रालयिक कर्मचारियों को शासन सचिवालय के समान वेतन भत्ते स्वीकृत किए जावे।

    9. कर्मचारी संगठनों के धरना प्रदर्शन पर रोक के लिए सरकार द्वारा अलोकतांत्रिक निर्णय कर जारी किए गए नो वर्क नो पे के आदेश दिनांक 05.10.2018 को प्रत्याहरित किया जावे।

    जयपुर में हुए अधिवेशन को महासंघ के घटकों राजस्थान शिक्षक एवं पंचायती राज कर्मचारी संघ, राजस्थान शिक्षक संघ-शेखावत, राजस्थान पटवार संघ, ओम प्रकाष शर्मा, पूर्व प्रदेषाध्यक्ष महासंघ, राजस्थान कानूनगो संघ, राजस्थान नर्सेज एसोसियेशन,

    राजस्थान पशु चिकित्सा कर्मचारी संघ, राजस्थान कृषि पर्यक्षक संगठन, राजस्थान कृषि स्नातक कर्मचारी संघ, राजस्थान हाउसिंग बोर्ड कर्मचारी संघ, राजस्थान अधिनस्थ एवं सांख्यिकी कर्मचारी संघ, राजस्थान मिनिस्ट्रीयल एसोसियेशन, राजस्थान अतिरिक्त एवं सहायक विकास अधिकारी संघ, राजस्थान डेयरी कर्मचारी महासंघ,

    राजस्थान वाहन चालक तकनीकी कर्मचारी संघ, तिवारी राजस्थान आयुर्वेद परिचारक संघ, राजस्थान प्रांतीय नल मजदूर कर्मचारी संघ, राजस्थान सहायक कर्मचारी संघ, राजस्थान शारिरिक शिक्षक संघ),

    धर्मेन्द्र फौगाट (राजस्थान आयुर्वेद नर्सेज एसोसियेशन, राजस्थान कम्प्यूटर अधिनस्थ कर्मचारी संघ, राजस्थान शिक्षक संघ (प्रगतिशील), राजस्थान वन अधिनस्थ कर्मचारी संघ, राजस्थान शिक्षक संघ-शेखावत, गंगानगर शुगर मील कर्मचारी यूनियन,

    मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ, ए.एन.एम./एलएचवी, राजस्थान पशुपालन सहायक तकनीकी कर्मचारी संघ, राजस्थान अधिनस्थ एवं सांख्यिकी कर्मचारी संघ, आयुर्वेद मंत्रालयिक कर्मचारी संघ सहित 82 संगठनों के पदाधिकारियों ने संबोधित किया और इनके नेतृत्व में जिले के सदस्यों ने भाग लिया।

    कार्यक्रम घोषित

    1. ब्लॉक स्तर पर संघर्ष समितियों/तहसील उपषाखाओं/विभागीय समितियों का गठन दिनांक 28 दिसम्बर से 31 दिसम्बर 2022

    2. जिला स्तर पर संघर्ष चेतना बैठकें दिनांक 28 दिसम्बर से 31 दिसम्बर 2022

    3. समस्त जिला मुख्यालयों पर प्रदेष पदाधिकारियों द्वारा संघर्ष चेतना यात्रा दिनांक 4 जनवरी 2023 से 6 जनवरी 2023

    4. समस्त ब्लॉक स्तर पर धरना/प्रदर्शन/ज्ञापन दिनांक 11 जनवरी 2023।

    5. समस्त जिला मुख्यालयों पर हजारों वाहनों से आक्रोश रेली दिनांक 18 जनवरी 2023।

    6. राजधानी जयपुर में विशाल महा आक्रोश महारैली दिनांक 23 जनवरी 2023

  • पानी के लिए 3 किलो मीटर जाना होता है ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर बताई पीड़ा

    पानी के लिए 3 किलो मीटर जाना होता है ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर बताई पीड़ा

    जहाजपुर (आज़ाद नेब) भारत सरकार की हर घर जल महत्वाकांशी योजना के चलते हुए भी हुए भी ऊंचा ग्राम पंचायत के ग्रामीणों को अभी भी पानी लेने के लिए 3 किलो मीटर दूर जाना पड़ता है। ओर यह जल संकट पिछले 7 वर्षो से यह चला आ रहा है।

    अपनी इस पीड़ा को ग्रामीणों ने आज उपखंड अधिकारी दामोदर सिंह को ज्ञापन देकर बताई। ज्ञापन में श्यामनगर वासी ने बताया कि संसाधनों और सुविधाओं के विकास होने के बावजूद हम पिछले 7 वर्षो से जल संकट से घिरे है।

    हमे घर के उपयोग हेतु जल के लिए 3 किलो मीटर दूर जाना पड़ता है। दिन का 3 घण्टा सिर्फ पानी भरने में ही चला जाता है।

    ग्राम पंचायत से मात्र 100 मीटर दूर होते हुए भी हमें पीने के पानी से वंचित कर रखा है इस बाबत हमने कई बार शिकायत ग्राम पंचायत को कर चुके है। लेकिन हमारी इस पीड़ा को सुनने वाला कोई नहीं है।

    गर्मियों में पानी की समस्या से हाहाकार मचा रहता है। इस समस्या को लेकर हमने कही मर्तबा जिला कलक्टर, मुख्य अभियंता जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग राजस्थान सरकार को पत्र लिखकर अपनी संवेदना प्रस्तुत कर चुके है।

    भारत सरकार की महत्वाकांशी योजना हर घर जल के चलते हुए भी हमारी श्यामनगर कॉलोनी में पानी की समस्या बनी हुई है।

    क्षेत्र में पेयजल की समुचित समाधान करवाए व पाईप लाईन बिछाकर घर घर पानी की समस्या का निराकरण करावें।

  • 10 हजार रूपए की रिश्वत लेते परिर्वतन निरीक्षक रसद व दलाल गिरफतार

    10 हजार रूपए की रिश्वत लेते परिर्वतन निरीक्षक रसद व दलाल गिरफतार

    भरतपुर/ बयाना/ राजेंद्र शर्मा जती। भरतपुर जिले के कस्बे में एसीबी की टीम ने बस स्टैण्ड के पास सोमवार को सांय कार्रवाही करते हुऐ दो जनो को गिरफतार किया है। जिनमें एक परिर्वतन निरीक्षक रसद एवं दूसरा उसका दलाल है।

    दोनो आरोपियो से 10 हजार रूप्या की रिश्वत राशि भी जप्त की है। करौली एसीबी पुलिस के डीवाईएसपी अमरसिहं मीना ने बताया कि गांव खूटखेडा निवासी नवावसिहं गुर्जर गांव में राशन डीलर है जिससे बयाना में तैनात रसद के परिर्वतन निरीक्षक सुबोध कुमार ने राशन डीलर की दुकान चलाने के लिऐ 10 हजार रूप्या की राशि रिश्वत के रूप में मांगी।

    एसीबी में परिवादी की शिकायत दर्ज कर आरोपी सुबोधकुमार एवं उसके दलाल राशन डीलर भगवानदास गर्ग को 10 हजार रूप्या रिश्वत की राशि सहित गिरफतार किया है।

    इससे पूर्व भी बयाना में भरतपुर एसीबी ने आबकारी निरीक्षक पुनीतशर्मा 50 हजार की रिश्वत लेते 7 जून 2022 को गिरफतार किया था इसके बाद गिरदावर सुरेन्द्र धाकड को साढे तीन हजार रूप्या की रिश्वत लेते 9 नवम्बर को गिरफतार किया था। इस प्रकार बयाना में एसीबी की यह तीसरी बडी कार्रवाही है।

  • Tonk : काली बाई भील मेधावी छात्रा स्कूटी योजना की आवेदन तिथि बढ़ाई

    Tonk : काली बाई भील मेधावी छात्रा स्कूटी योजना की आवेदन तिथि बढ़ाई

    टोंक । अल्पसंख्यक वर्ग की 12वीं उत्तीर्ण छात्राआंे के लिए काली बाई भील मेधावी छात्रा स्कूटी योजना के तहत वर्ष 2022-23 में ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 15 जनवरी 2023 तक बढ़ा दी गई है। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी नितेश जैन ने बताया कि आवेदक अधिक जानकारी आयुक्तालय, कॉलेज शिक्षा जयपुर की विभागीय वेबसाइट से हासिल कर सकते हैं।

    दुर्घटना में मृतक के आश्रित को 50 हजार रुपये की सहायता

    टोंक। जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने सड़क दुर्घटना में मृतक व्यक्ति के आश्रित को मुख्यमंत्री सहायता कोष से 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की है।  

    जिला कलेक्टर ने बताया कि दुर्घटना में मृतक विजय कुमार पुत्र बाबूलाल जांगिड़ निवासी ग्राम समरावता तहसील उनियारा, के आश्रित को मुख्यमंत्री सहायता कोष से 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की हैं।़

    90 दिवसीय सिलाई-कढ़ाई प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ

    टोंक। नेहरू युवा केंद्र के तत्वावधान में टोंक की कलंदर बस्ती बहीर में बुनियादी व्यवसाय में प्रशिक्षण कार्यक्रम ट्रेड में सिलाई-कटाई शिविर का उद्घाटन किया गया। जिला युवा अधिकारी हितेश कुमार ने बताया कि कार्यक्रम में 30 महिलाएं भाग ले रही है।

    उन्होंने कहा कि बालिका एवं महिलाएं बाहर नहीं जाकर अपने ही क्षेत्र में इस प्रकार की ट्रेनिंग लेकर आत्मनिर्भर बन सकती हैं। एक्शन एड के जहीर आलम ने कार्यक्रम की रूपरेखा बताते हुए कहा कि महिलाओं को अवसर दिया जाए तो वह किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं रहेंगी, घरेलू उपयोग के लिए यह शिविर महत्वपूर्ण साबित होगा।

    प्रशिक्षिका रेखा शर्मा ने 3 माह चलने वाले इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का प्रत्येक महीने चलने वाले पाठ्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर राहुल शर्मा, अजय सिंह राजावत, जहूर खान आदि मौजूद रहे।

    एलआईसी अभिकर्ता की भर्ती 28 दिसंबर को

    टोंक। लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (एलआईसी) बुधवार, 28 दिसंबर को अभिकर्ताओं की भर्ती करेगी। जिला रोजगार अधिकारी ने बताया कि भर्ती के इच्छुक आशार्थी जिनकी आयु 20-35 वर्ष एवं न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 10वीं उर्त्तीण हो, वे अपना बायोडेटा, चार पासपोर्ट साइज फोटो, दसवीं की मूल अंकतालिका की प्रति, बैंक पास बुक की मूल एवं फोटो प्रति तथा अन्य योग्यता प्रमाण पत्रों के साथ 28 दिसंबर को जिला रोजगार कार्यालय में उपस्थित होकर भर्ती का लाभ उठा सकते हैं।

     
     
  • शहरी ओलंपिक 26 जनवरी से, खेल मैदान अतिक्रमण व जर्जर अवस्था में

    शहरी ओलंपिक 26 जनवरी से, खेल मैदान अतिक्रमण व जर्जर अवस्था में

    जहाजपुर ( आज़ाद नेब) शहरी ओलंपिक प्रतियोगिता के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की शुरुआत हो चुकी है। 26 जनवरी को प्रतियोगिताएं आयोजित की जानी है लेकिन नगर में केवल दो (गांधी व नेहरू) खेल मैदान है जो जर्जर अवस्था व अतिक्रमण की चपेट मे है।

    कई साल हो चुके है स्थानीय जन प्रतिनिधियों की अनदेखी एवं प्रशासन के रख रखाव के अभाव में लोगों ने कब्ज़ा कर रखा है। मैदान में बिलायती बबूल के पेड़ उग रहे है किचड़ व पानी से भरे पड़े है। अभी हाल ही मे गांधी मैदान को शहरी नरेगा योजना के तहत ज़रूर सफाई की गई है। लेकिन नेहरू मैदान अभी भी खस्ताहाल है।

    गौरतलब है कि ग्रामीण ओलंपिक प्रतियोगिता में भी उपखंड मुख्यालय पर जो प्रतियोगिताएं आयोजित की जानी थी वो भी खेल मैदानों की दुर्दशा के चलते ग्राम पंडेर में आयोजित की गई। उपखंड स्तरीय प्रतियोगिता ग्राम में क्यों आयोजित की गई किसी भी जन प्रतिनिधियों ने इस मामले को लेकर आवाज नहीं उठाई।

    क्या नगर या उपखंड मुख्यालय पर खेल मैदान होना नहीं चाहिए। क्या कोई भी जनप्रतिनिधि नही चाहता कि खेल से क्षेत्र का नाम रोशन हो। किसी जन प्रतिनिधियों ने इस ओर ध्यान गया या किसी ने इस बाबत क़दम उठाए हो तो सार्वजनिक करें। मिडिया हर बार खेल मैदानों की खबरें प्रकाशित करता आ रहा है लेकिन जनप्रतिनिधियों व प्रशासन के नुमाइंदों ने शाय़द देखना सुनना बंद कर रखा है।

    अब तक के इतिहास में पहली बार राज्य सरकार 240 नगरीय निकायों में 7 खेलों का शहरी ओलिंपिक का आयोजन करने जा रही है। हर आयु वर्ग का खिलाड़ी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर शहरी ओलंपिक में शामिल हो सकता है।

    कबड्डी, टेनिस बॉल क्रिकेट, खो-खो, वॉलीबॉल, एथलेटिक्स, फुटबॉल और बास्केटबॉल प्रतियोगिताएं होगी। रजिस्ट्रेशन पोर्टल बुधवार से शुरू हो गया है। पोर्टल पर 21 जनवरी तक रजिस्ट्रेशन करवा जा सकता है। प्रतियोगिता 26 जनवरी से शुरू होंगी।

    शहरी ओलिंपिक में खो-खो सिर्फ बालिका वर्ग के लिए होगा। जबकि 6 दूसरे खेलों में बालक और बालिका दोनों वर्ग के खिलाड़ी हिस्सा ले सकेंगे। ग्रामीण ओलंपिक की तर्ज पर शहरी ओलंपिक में भी उम्र सीमा तय नहीं की गई है।

  • कृति और शाहिद की राजस्थान में शादी लौटे मुबंई

    कृति और शाहिद की राजस्थान में शादी लौटे मुबंई

    जयपुर/ जैसलमेर / बॉलीवुड अभिनेत्री कृति सेनन और अभिनेता शाहिद कपूर की राजस्थान के जैसलमेर में शादी हुई और 7 दिन के शेड्यूल के बाद पूरी टीम के साथ मुंबई लौट गए हैं।

    जी हां कृति सेनन और शाहिद कपूर कि राजस्थान के जैसलमेर में शादी हुई है लेकिन यह शादी उनकी आने वाली फिल्म रोबोट राॅम कॉम एक कहानी का एक पार्ट है। मैडाॅक फिल्म्स के बैनर तले बन रही।

    फिल्म रोबोट राॅम कॉम की शूटिंग पिछले 7 दिन से जैसलमेर में चल रही थी इस फिल्म के निर्माता दिनेश विजान हैं यह फिल्म एक रोमांटिक कॉमेडी फिल्में इस फिल्म में मशीन और इंसान की प्यार की बीच की कहानी दिखाई जाएगी।

    शाहिद कपूर इसमें रोबोटिक्स पर काम करने वाले एक लड़के का अभिनय कर रहे हैं और कृति सेनन एक रोबोट का किरदार निभा रही है इस फिल्म में धर्मेंद्र रोड डिंपल कपाड़िया भी अभिनय कर रहे हैं 7 दिन से जैसलमेर मैं इस फिल्म की शूटिंग चल रही थी।

    जिसमें शाहिद कपूर और कृति सेनन की शादी के सीन भी फिल्माए गए थे कल शाम यह टीम शूटिंग पूरी कर पर पैक अप करके मुंबई के लिए रवाना हो गई । शूटिंग के दौरान और मुंबई लौटते समय एयरपोर्ट पर अभिनेता और अभिनेत्रियों के प्रशंसको ने उनके साथ फोटो सेशन भी कराएं ।

  • राजस्थान की बेटी प्रिया सिंह ने जीती अंतरराष्ट्रीय बाॅडी बिल्डिंग प्रतियोगिता

    राजस्थान की बेटी प्रिया सिंह ने जीती अंतरराष्ट्रीय बाॅडी बिल्डिंग प्रतियोगिता

    जयपुर/ राजस्थान की बेटी और दो बच्चो की मां प्रिया सिंह ने अंतरराष्ट्रीय बाॅडी बिल्डिंग प्रतियोगिता जीतकर राजस्थान कर नाम देश और दुनिया मे रोशन कियि है । प्रिया राजस्थान की पहली महिला बाॅडी बिल्डर है ।

    देश और दुनिया भुजिया के नाम से प्रसिद्ध राजस्थान के बीकानेर की रहने वाली प्रिया सिंह व मध्यम परिवार से ताल्लुक रखती है प्रिया सिंह की शादी 8 साल की उम्र में हो गई थी घर के आर्थिक तंगी औ र हालात को देखते हुए।

    प्रिया सिंह ने काम करने का निर्णय लिया और इसके बाद उन्होंने अपनी पर्सनालिटी के अनुरूप एक जिम में नौकरी के लिए आवेदन किया जहां प्रिया सिंह को उनकी पर्सनालिटी को देखते हुए जिम में नौकरी मिल गई और जिनमें प्रशिक्षक 80 के रूप में शुरुआत की जिनमें ट्रेनर की नौकरी करने के दौरान हूं ।

    पता चला कि बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता चल रही है और राजस्थान में कोई महिला बॉडीबिल्डर नहीं है हालांकि उस समय महिलाओं को विशेषकर खेलों में भाग लेने वाली महिलाओं को सम्मान की दृष्टि से नहीं देखा जाता है।

    लेकिन उन्होंने उसी समय मन में निश्चय कर लिया कि वह बॉडी बिल्डर बनने की और उसने इसकी तैयारी शुरू कर दी और सन 2018 में आयोजित हुई बिल्डर प्रतियोगिता का खिताब जीता इसके बाद सन 2019 में और 2020 में लगातार 3 साल तक महिला बॉडीबिल्डर का खिताब अपने नाम किया और अब हाल ही में थाईलैंड के पटाया में आयोजित गुण 40 हुई अंतर्राष्ट्रीय महिला बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता में भाग लेकर स्वर्ण पदक जीता और प्रतियोगिता का खिताब अपने नाम किया।

    अंतर्राष्ट्रीय बॉडीबिल्डर प्रिया सिंह के अनुसार एक महिला को अपनी बॉडी बनाने के लिए पुरुषों से अधिक डाइटिंग और मेहनत करनी पड़ती है ऐसे में उनके परिवार का साथ होना जरूरी है और इसमें उनके पति और उनकी बेटी ने हमेशा साथ दिया और यही कारण था।

    कि वह सफल जिम ट्रेनर बनने के साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बॉडीबिल्डिंग प्रतिक्रिया जीतकर देश का और राजस्थान का नाम रोशन किया प्रिया सिंह दो बच्चों की मां है और परिवार तथा जिम ट्रेनर के बीच परिवार के सहयोग से अच्छा संतुलन बनाए रखते हुए आगे बढ़ रही हैं

  • राजस्थान में एक सरकारी स्कूल ऐसा जहां महीने में एक दिन साइन करने आते है बस…

    राजस्थान में एक सरकारी स्कूल ऐसा जहां महीने में एक दिन साइन करने आते है बस…

    जयपुर/ राजस्थान में एक ऐसा सरकारी स्कूल है जहां बच्चे तो रोज पढ़ने के लिए आते हैं लेकिन उनको पढ़ाने के लिए वहां शिक्षक रोजाना नहीं महीने में मात्र 1 दिन शिक्षक स्कूल आकर अपनी उपस्थिति रजिस्टर में पूरे महीने की उपस्थिति दर्ज कर अच्छा खासा वेतन उठा रहे हैं।

    इस संबंध में ग्रामीणों द्वारा उच्च अधिकारियों को शिकायत करने के बाद भी समाधान नहीं हो पा रहा है और आखिर परेशान होकर ग्रामीणों ने बगावत का बिगुल बजा दिया।

    राजस्थान में सरकारी स्कूलों का और शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाने के लिए सरकार के साथ ही विभाग के उच्च अधिकारी पूरी तरह से प्रयासरत हैं लेकिन विभाग के कुछ अपवाद स्वरूप कार्मिक विभाग सरकार और अपने उच्चाधिकारियों की मेहनत को पलीता लगाने के साथ ही उन्हें बदनाम करने पर तुले हुए हैं । ऐसी ही एक घटना राजस्थान की स्वर्ण नगरी के नाम से मशहूर जैसलमेर जिले के मोहनगढ़ नेहरू क्षेत्र के 6 ढाणी में स्थित सरकारी स्कूल की है।

    बताया जाता है मोहनगढ़ में स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय 6 ढाणी में 81 विद्यार्थियों का नामांकन है और यहां पर इन विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए 3 शिक्षक लगा रखे हैं इनमें एक महिला शिक्षक है ।

    ग्रामीणों का कहना है कि शिक्षक स्कूल में पढ़ाने के लिए आते ही नहीं है और केवल महीने में 1 दिन स्कूल आकर पूरे महीने की हाजरी रजिस्टर में लगा देते हैं और वापस चले जाते हैं शिक्षकों के इस व्यवहार के कारण और स्कूल नहीं आने से विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की पढ़ाई कैसे होगी जी अंदाजा लगाया जा सकता है।

    ग्रामीणों का कहना है कि इस संबंध में कई बार विभाग के मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी जिला शिक्षा अधिकारी मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी तब को अवगत कराया गया और सारी घटनाक्रम की जानकारी दी गई लेकिन आज तक इस समस्या का समाधान नहीं निकला ।

    ग्रामीणों का आरोप है कि शिक्षकों के इस कार्य शैली के कारण विद्यालय में पढ़ने वाले उनके विद्यार्थियों को उनके स्वयं का नाम लिखना तक नहीं आता यह पढ़ाई का स्तर है के शिक्षकों की स्थिति कार्यप्रणाली और विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा सुनवाई नहीं करने से आक्रोशित होकर ग्रामीणों ने शिक्षकों और विभाग के अधिकारियों के खिलाफ बिगुल बजाते हुए स्कूल में तालाबंदी की चेतावनी दी है

  • क्या कानून से परे है बजरी लीज धारक, प्रशासन आखिर कार्रवाई करने से क्यों कतरा रहा   

    क्या कानून से परे है बजरी लीज धारक, प्रशासन आखिर कार्रवाई करने से क्यों कतरा रहा   

    जहाजपुर (आज़ाद नेब) बजरी लीज धारक द्वारा कृषि भूमि का बिना रूपांतरण किए गैर कृषि/ व्यवसायिक कार्य में उपयोग लेने, धर्म कांटों का अवैध संचालन कर सरकार के राजस्व को नुकसान पहुंचा जा रहा है।

    बाहरी लोगों का पुलिस सत्यापन नहीं करवाने के बावजूद भी सरकारी अफसर लीज धारक के खिलाफ कार्रवाई करने से आखिर क्यों कतराते रहे है। यह समझ से परे है। 

    नेशनल हाईवे 148D पर की बिना एन एच की स्वीकृति के सड़क सीमा से तकरीबन तीस से चालीस फ़ीट की दूरी पर ही धर्म कांटे स्थापित कर अवैध रूप से काम का संचालन करने की कारगुज़ारी की जा रही है लेकिन ना तो नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने रोकने व टोकने की जहमत उठाई है।

    जबकि नेशनल हाईवे की धारा 42 के तहत रोड के बीच से 30 मीटर जगह छोड़ कर निर्माण कार्य करने का प्रावधान है। 

    बजरी लीज धारक ने जहाजपुर क्षेत्र में कृषि भूमि का बिना रूपांतरण किए गैर कृषि/ व्यवसायिक कार्य में अवैध धर्म कांटे स्थापित कर उपयोग मे ले कर सरकार के राजस्व को नुकसान पहुंचा रहा है।

    कानून के मुताबिक रूपांतरण द्वारा आवासीय या औद्योगिक या वाणिज्यिक प्रयोजनों के लिए एक इमारत बनाना चाहते हैं, तो यह संभव है।

    कानून कृषि भूमि पर किसी भी तरह के निर्माण की अनुमति नहीं देता है। या यूं कहें कानून में संपत्ति के मालिक की परवाह किए बिना कृषि भूमि पर मकान, कारखाने, उद्योग आदि बनाने की अनुमति नहीं है।

    कृषि भूमि को गैर-कृषि भूमि में परिवर्तित करने के बाद ही उस ज़मीन पर कोई निर्माण हो सकता है। लीज धारक सारे कानून को धता बताकर अपनी मनमानी कर रहा है।

    लीज धारक के तकरीबन चालीस से पचास व्यक्ति कार्य कर रहे है जिसमें अधिकतर जिले के बाहर के हैं।

    किसी भी कर्मचारीयों के पास लीज संबंधित पहचान पत्र नहीं है। क्षेत्र के चारों थानों में इनकी पहचान के कोई दस्तावेज का पुलिस सत्यापन नहीं करवाया गया ओर ना किसी एजेंसी के मार्फ़त इनको लाया गया है।

    आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) के तहत आने वाली धारा 144 यूं तो शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगाई जाती है। लेकिन इसी धारा के तहत ही मकान मालिक व नौकरी दाता को आदेश रहता है, अपने घर में रहने वाले बाहरी लोगों और नौकर या कर्मचारियों का पुलिस सत्यापन करवाएं।

    आईपीसी धारा 188 के अनुसार अगर वेरिफिकेशन नहीं कराने पर किसी को परेशानी होती है या फिर चोट लगती है तो एक माह का कारावास या 200 रुपए का जुर्माना या फिर दोनों हो सकते हैं। इसके अलावा मानव जीवन, सुरक्षा व दंगे होते हैं तो छह माह का कारावास या एक हजार रुपए का जुर्माना या फिर दोनों हो सकते हैं।

    लीज धारक के कार्मिकों द्वारा लोगों से मारपीट करने से कानून की सरेआम धज्जियां उड़ाई गई बावजूद इसके कानून के कारिंदे द्वारा कार्रवाई अमल में नहीं लाना पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह तो अंकित करता ही है साथ ही पुलिस पर भी सवालिया निशान लगाता है।

    लगातार मीडिया में खबरें प्रकाशित होने के बावजूद स्थानीय प्रशासन द्वारा अभी तक कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई है आखिर अफसरों की ऐसी क्या मजबूरी है की जानकारी होने पर भी कार्रवाई नहीं कर सकते क्या बजरी लीज धारक कानून से भी ऊपर है।

  • गड्ढों में तब्दील हुई सड़क ,चौरु सड़क मार्ग हादसे को दे रहा है आमंत्रण,पीडब्ल्यूडी विभाग एवं उच्चधिकारी नहीं है गंभीर,

    गड्ढों में तब्दील हुई सड़क ,चौरु सड़क मार्ग हादसे को दे रहा है आमंत्रण,पीडब्ल्यूडी विभाग एवं उच्चधिकारी नहीं है गंभीर,

    उनियारा / अशोक सैनी।टोंक जिले के उनियारा उपखण्ड क्षेत्र की ग्राम पंचायत चौरू में जनप्रतिनिधियों सहित उच्चाधिकारियों की घोर अनदेखी तथा उदासीनता के चलते हुए पुलिया के पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने से ग्रामीण परेशानहो रहे हैं।

    वहीं चौरू कस्बें में जगराम मीणा के मकान के सामने पुलिया बनी हुई है। लेकिन पुलिया का स्तर नीचा होने व रोड ऊंचा उठने के कारण पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। चौरू के ग्रामवासियों से मिली जानकारी के अनुसार उनके द्वारा तहसीलदार, गिरदावर सहित संबंधित विभागीय व प्रशासनिक अधिकारियों को लिखित अवगत करा रखा है, फिर भी उपखण्ड प्रशासन, पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

    अभी तक समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ है, जबकि जनप्रतिनिधियों व उच्चाधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद भी आखिरकार समाधान क्यों नहीं हो पा रहा हैं, उच्चाधिकारी व जनप्रतिनिधी क्यों मूकदर्शक बने हुए हैं।

    ग्राम पंचायत चोरू देलवाल समिति के अध्यक्ष रामफुल मीणा ताजी ने बताया कि टूटी सड़क से ग्रामीण परेशान लेकिन चौथ माता आने वाले यात्रियों को टूटी सड़क से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता।

    जब चौथ का बरवाड़ा आने वाले यात्रियों के दौरान उनियारा उपखंड तहसील क्षेत्र के सबसे बड़े धार्मिक स्थानों में से एक है चौथ का बरवाड़ा चौथ माता का मंदिर पर टूटी सड़कों एवं कीचड़ से यात्री को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

    चौथ का बरवाड़ा चौथ माता जाने वाले यात्रियों को कीचड़ हुआ गड्ढों से होकर गुजरना पड़ सकता है इसलिए चोरु बस स्टैंड के पास जो पुलिया बनी हुई है पुलिया की पानी की निकासी ना होने के कारण मकानों का पानी सड़क पर आ जाता है।

    जब यात्रियों को कीचड़ में होकर निकलना पड़ रहा है। सड़क कीचड़ में तब्दील हो गई है। ओवरलोड वाहनों के कारण सड़कों का यह हाल हुआ है।

    जिसके चलते पैदल यात्रियों एवं वाहन चालकों को परेशानी उठानी पड़ रही है। जब आने वाले यात्रियों को चौथ माता मंदिर जाने वाले मंदिर में भक्तों की अधिकता है। साथ ही बड़ी संख्या दुर दराज से आने वाले यात्रियों को चौथ माता श्रद्धालुओं पैदल चलकर भी अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए धार्मिक स्थलों पर पहुंचेंगे।

    और चौरु बस स्टैंड पर बायपास टोंक सवाई माधोपुर चौरु बस स्टैंड चौराहे परिस्थिति यह हो चुकी है कि पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। यहां रोजाना लोग गिरकर घायल हो रहे हैं ।

    ग्रामवासीयों से मिली जानकारी के अनुसार जनप्रतिनिधि व उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया लेकिन अभी तक पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों ने कोई सुध नहीं ली दुर्घटनाएं हो रही है

    फिर भी पीडब्ल्यूडी विभाग प्रशासनिक अधिकारियों ने यदि कोई सुध नहीं ली गई तो चौथ माता मंदिर में आने वाले दूरदराज यात्रियों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।

    सार्वजनिक निर्माण विभाग की लापरवाही के चलते टोंक_ सवाई माधोपुर चौरु बाईपास सड़क क्षतिग्रस्त,

    आने वाले यात्रियों के लिए हादसों का सबब बनी हुई है। सड़क क्षतिग्रस्त होकर गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। चौथ का बरवाड़ा में प्रसिद्ध चौथ माता मन्दिर में हजारों लोग प्रतिदिन दर्शन को उमड़ेगे लोग रेल मार्ग के अलावा यहां से आसपास कोटा बूंदी इंदरगढ़ लाखेरी झालरापाटन, उनियारा सोप की और के लिए यात्रियों को चौरू मार्ग सड़क द्वारा यात्रा करनी पड़ती है।

    इसके बावजूद इस और कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। सार्वजनिक निर्माण को अवगत कराने के बावजूद भी बोना साबित नजर आ रहा है। पीडब्ल्यूडी विभाग, न कोई अधिकारी,न कोई जनप्रतिनिधि भी नहीं आए,लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बावजूद गड्ढो में मिट्टी-कंक्रीट डालकर राहत दी जा सकती है, लेकिन अभी तक इस और कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.

    यहां का विभाग न तो दर्द नहीं समझ रहा है और न ही जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान दे रहे है।ऐसे में ग्रामीण वासियों व वाहन चालकों को आने वाले यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।