Author: liyaquat Ali

  • क्यों दी महिलाओं ने चक्काजाम की चेतावनी ?

    क्यों दी महिलाओं ने चक्काजाम की चेतावनी ?

     

    भरतपुर। काफी सालों से पक्के रास्ते की मांग को लेकर ज्ञापन के बावजूद जब प्रशासन पर जूं तक नही रेंगी तो मजबूरन इन्दिरा आवास कॉलोनी अड्डा निवासी ग्रामीण महिलाओं ने जिला कलक्ट्रेट में विरोध प्रदर्शन करके जिला कलक्टर संदेश नायक को ज्ञापन थमाया। जिसमें सडक़ बनवाने की मांग करते हुए ही चेतावनी भी दी है कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो ग्रामीण चक्का जाम व विरोध प्रदर्शन करेंगे।

    नगर निगम के वार्ड नंबर चार की इंदिरा आवास कॉलोनी अड्डा में ग्रामीणों को निकलने के लिए सडक़ नहीं है जिस कारण बरसात के मौसम में चारों तरफ जलभराव के कारण कच्चे रास्ते भी बंद हो जाते हैं जिससे ग्रामीणों को निकलने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है । वहीं ग्रामीणों व स्कूली बच्चों को काफ ी लंबी दूरी तय करके दूसरे गांव से होकर निकले को मजबूरन होना पडता हैं।

    हालांकि रास्ते की मांग को लेकर ग्रामीणों ने कई बार नगर निगम और प्रशासनिक अधिकारी से गुहार लगाई है लेकिन कोई फ ायदा नहीं हो सका है । ग्रामीण महिलाओं का कहना है कि वे पहले जिस रास्ते से होकर निकलते थे वह रास्ता आर्मी एरिया में होने के कारण आर्मी ने अब बंद कर दिया और दूसरी तरफ रेलवे विभाग ने भी बंद कर दिया है

    जिसके बाद ग्रामीणों का दोनों तरफ का रास्ता बंद हो गया है और जो कच्चे रास्ते हैं वहां कुछ अन्य ग्रामीणों ने अतिक्रमण करके रास्ते को बंद कर रखा है जबकि यह कॉलोनी करीब 100 वर्ष पुरानी है लेकिन प्रशासन ने ग्रामीणों को निकलने के लिए रास्ते का कोई समाधान नहीं किया है। प्रदर्शन करने वाली महिलाओं में शीला देवी, ईश्वरीदेवी सहित अनेक महिलायें मौजूद थीं।

  • तिवाडी ने सवर्ण आरक्षण के लिए बताया फार्मूला

    तिवाडी ने सवर्ण आरक्षण के लिए बताया फार्मूला

     

    जयपुर।  भारत वाहिनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष घनश्याम तिवाड़ी ने वंचित वर्ग की परिभाषा बताते हुए कहा कि इसमें दो वर्ग शामिल हैं। पहले वे जो अभी तक आरक्षण से वंचित ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, कायस्थ, आरक्षण से वंचित मुसलमान। दूसरे वे जिन्हें आरक्षण तो मिला हुआ है मगर अब तक उस आरक्षण के लाभ से वंचित हैं। तिवाडी सोमवार को जयपुर के पिंकसिटी प्रेसक्लब में मीट द प्रेस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
    तिवाड़ी फॉर्मूला 
    SC – 16% + Open Cate. – 32% = 48%
    ST – 12% + Open Cate. – 32% = 44%
    OBC – 21% + Open Cate. – 32% = 53%
    MBC – 5% + Open Cate. – 32% = 37%
    EBC – 14% + Open Cate. – 32% = 46%
    तिवाड़ी ने कहा कि आरक्षण को लेकर इस सरकार की नीयत में खोट है। यह सरकार न केवल गुर्जर समाज को धोखा दे रही है, बल्कि कोई भी समाज ऐसा नहीं है जिसको इस सरकार ने धोखा नहीं दिया हो। उन्होंने कहा कि किसी भी समाज या वर्ग को किसी भी राजनीतिक दल के खुंटे से नहीं बंधना चाहिए, क्योंकि जो खुंटे से बंधा होता है वही भूखा मरता है। भाजपा ने ही नहीं वंचित वर्गों के प्रतिनिधियों ने भी अपना मुंह बंद रखकर न केवल अपने समाज को धोखा दिया है बल्कि विश्वासघात किया है।
    इस बार होने वाले विधानसभा चुनावों में वंचित वर्गों ने एक बार फिर भाजपा को वोट दे दिया तो अपनी आने वाली भावि पीढ़ी को ही खराब करेगी। उन्होंने कहा कि इन चुनावों में वंचित वर्ग भाजपा को अपने पापों का दंड देगी तो लोकसभा से पहले ही वंचित वर्ग को आरक्षण मिल जायेगा।
    प्रदेश में सरकार है ही नहीं
    तिवाड़ी ने कहा कि राजस्थान में वर्तमान परिस्थितियों में स्पष्ट दिख रहा है कि सरकार कहीं भी नहीं है। पूरे प्रदेश में अराजकता का वातावरण बना हुआ है। विभिन्न कर्मचारी संघ आंदोलनरत हैं, काम काज ठप पड़े हैं। जो सरकार दिसंबर में जाने वाली थी, वो 3 महिने पहले ही चली गई। तिवाड़ी ने कहा कि भारत वाहिनी पार्टी के सरकार बनाते ही इन सभी समस्याओं से जनता को निजात दिलायेगी।
  • आयुष्मान भारत: एक लाख में मिलेगा दिल का इलाज

     

    नई दिल्ली। देश में स्‍वास्‍थ्‍य सेवा के क्षेत्र में आयुष्‍मान भारत योजना एक क्रांतिकारी कदम है। योजना शुरू होने के बाद कोई भी गरीब इलाज कराने के लिए पैसे के अभाव में लाचार नहीं होगा। आईए जानते है। आखिर क्‍या है आयुष्‍मान भारत योजना। कौन लोग आयुष्‍मान भारत योजना का लाभ नहीं उठा सकते हैं।
    ये लोग होंगे अपात्र 
    — इस हिसाब से वे लोग योजना के पात्र नहीं हैं, जिनके पास दो पहिया, तीन पहिया चार पहिया वाहन या फिशिंग बोट है या जिनके पास टै्रक्‍टर है।
    — वे परिवार जिनके पास 50 रुपये हजार से ज्‍यादा  लिमिट का क्रेडिट कार्ड है। किसी परिवार का सदस्‍य सरकारी नौकरी करता है या वैसे परिवार जिसका गैर कृषि कारोबार सरकार में रजिस्‍टर है।
    — किसी परिवार में घर का कोई सदस्‍य दस हजार रुपये से अधिक कमाता है तो वह इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते हैं।
    — इसके अलावा इनकम टैक्‍स भरने वाले परिवार को भी इसमें शामिल नहीं किया गया है या वैसे परिवार जो प्रोफेशनल टैक्‍स भरते हैं, उन्‍हें शामिल नहीं किया गया है।
    — ऐसे परिवार जिनके पास तीन या उससे अधिक कमरे का पक्‍की दीवार या छत वाला मकान है, जिनके पास फ्रिज और लैंड लाइन फोन हैं।
    — जिनके पास ढाई एकड़ से जयादा एक सिंचाई यंत्र के साथ सिंचित भूमि है या जिनके पास पांच एकड़ से ज्‍यादा दो सीजन फसल वाली सिंचित भूमि हैं या जिनके पास एक सिंचाई यंत्र के साथ सात एकड़ वाले लोग भी इस योजना में शामिल नहीं किए गए हैं।
    योजना के तहत इलाज को एक रेट कार्ड भी जारी किया गया है। अब गरीब लोगों को इस इलाज के लिए अधिक पैसे नहीं खर्च करने होंगे। सरकार का मानना है इस योजना के बाद इलाज करवाना काफी सस्‍ता हो जाएगा। प्राइवेट अस्‍पतालों को भी अपने रेट कम करने पड़ेंगे। फर्जीवाड़ा राेकने लिए इसे आधार से भी लिंक करने की योजना है।
  • ऐसे करे सोशल मीडिया पर फेक न्‍यूज की पहचान

    ऐसे करे सोशल मीडिया पर फेक न्‍यूज की पहचान

    असत्य ज्ञान के स्त्रोत फेसबुक और व्हॉट्सएप केंद्र के रूप में उभरे हैं

     

    नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर देश भर में फेक न्यूज ने जोर पकड़ा है। सजगता से आप भी इसे आसानी से पहचान सकते हैं। ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने पोस्ट ट्रूथ शब्द को वर्ष 2016 का वर्ड ऑफ द ईयर घोषित किया था। इस शब्द को एक विशेषण के तौर पर परिभाषित किया गया है, जहां निजी मान्यताओं और भावनाओं के बजाय जनमत निर्माण में निष्पक्ष तथ्यों को कम महत्व दिया जाता है। यहीं से शुरू हुआ था फेक न्यूज का सिलसिला।
    फर्जी फोटो को पहचानने में गूगल और यांडेक्स ने रिवर्स इमेज सुविधा शुरू की है, जहां आप कोई भी फोटो अपलोड करके यह पता कर सकते हैं कि कोई फोटो इंटरनेट पर यदि है, तो वह सबसे पहले कब अपलोड की गई है। एमनेस्टी इंटरनेशल ने वीडियो में छेड़छाड़ और उसका अपलोड इतिहास पता करने के लिए यूट्यूब के साथ मिलकर यू ट्यूब डाटा व्यूअर सेवा शुरू की है।
    अनुभव यह बताता है कि 90 प्रतिशत वीडियो सही होते हैं पर उन्हें गलत संदर्भ में पेश किया जाता है। किसी भी वीडियो की जांच करने के लिए उसे ध्यान से बार-बार देखा जाना चाहिए।
    लैंडलाइन फोन के युग में पूरा देश गणेश जी को दूध पिलाने निकल पड़ा था,  पिछले एक दशक में सूचना क्रांति ने अफवाहों को तस्वीरों और वीडियो के माध्यम से ऐसी गति दे दी है। सोशल मीडिया के तेज प्रसार और आर्थिक पक्ष ने झूठ परोसने की कला को नए स्तर पर पहुंचाया है। इस असत्य ज्ञान के स्त्रोत फेसबुक और व्हॉट्सएप केंद्र के रूप में उभरे हैं।
    भारत जैसे देश में जहां लोग प्राप्त सूचना का आकलन अर्जित ज्ञान की बजाय जन श्रुतियों, मान्यताओं और परंपराओं के आधार पर करते हैं, वहां भूतों से मुलाकात कर कोई भी यूट्यूब चैनल रातों-रात हजारों सब्सक्राईबर जुटा लेता है। वीडियो भले झूठे हों पर उसे हिट्स मिलेंगे तो उसे बनाने वाले को आर्थिक रूप से फायदा भी मिलेगा।  विकसित देश के मुकाबले भारत में झूठ का कारोबार तेजी से गति पकडता है।
    फेक न्यूज के चक्र को समझने से पहले मिसइंफोर्मेशन और डिसइंफोर्मेशन में अंतर समझना जरूरी है। मिसइंफोर्मेशन का मतलब ऐसी सूचना जो असत्य है, पर जो इसे फैला रहा है वह यह मानता है कि यह सूचना सही है। वहीं डिसइंफोर्मेशन का मतलब ऐसी सूचना से है जो असत्य है और इसे फैलाने वाला भी यह जानता है कि अमुक सूचना गलत है फिर भी वह फैला रहा है।
    देश में दोनों तरह की सूचनाओं के फैलने की उर्वर जमीन मौजूद है। एक तरफ वे भोले लोग जो इंटरनेट के प्रथम उपभोक्ता बने हैं और वहां जो भी सामग्री मिल रही है वे उसकी सत्यता जाने समझे बिना उसे आगे बढ़ा देते हैं। दूसरी तरफ विभिन्न दलों के साइबर सेल के लोग उन झूठी सूचनाओं को इस मकसद से फैलाते हैं ताकि लोगों को संगठित किया जा सके। इन सबके पीछे खास मकसद होता है। जैसे हिट्स पाना, किसी का मजाक उड़ाना, किसी व्यक्ति या संस्था पर कीचड़ उछालना, साङोदारी, लाभ कमाना, राजनीतिक फायदा उठाना या दुष्प्रचार। फेक न्यूज ज्यादातर भ्रमित करने वाली सूचनाएं होती हैं या बनाई हुई सामग्री। अक्सर झूठे संदर्भ को आधार बना कर ऐसी सूचनाएं फैलाई जाती हैं।
    फेक न्‍यूज
    रिपोर्ट के अनुसार जून तक देश में इंटरनेट प्रयोगकर्ताओं की संख्या पांच करोड़ हो चुकी थी। समस्या यहीं से शुरू होती है, भारत में लगभग 20 करोड़ लोग व्हॉट्सएप का प्रयोग करते हैं जिसमें कई संदेश, फोटो और विडियो फेक होते हैं। जागरूकता के अभाव में ये वायरल होते हैं। एंड टू एंड एनक्रिप्शन के कारण व्हॉट्सएप पर कोई तस्वीर सबसे पहले किसने डाली, यह पता करना लगभग असंभव है। भारत के लिहाज से इंटरनेट एक युवा माध्यम है जिसे यहां आए 22 साल ही हुए हैं। सोशल नेटवर्किंग अभी बाल्यावस्था में ही है।
    इंटरनेट पर जो कुछ है वह सच ही हो ऐसा जरूरी नहीं, इसलिए अपनी सामान्य समझ का इस्तेमाल जरूरी है।
  • अब लक्षण देखते हुए हो जाएगी कैंसर की पहचान

    अब लक्षण देखते हुए हो जाएगी कैंसर की पहचान

    कापोसी सारकोमा (केएस) जैसे खतरनाक कैंसरों का जल्द पता चल सकेगा

     

    नई दिल्ली।  वैज्ञानिकों ने कैंसर की पहचान के लिए छोटे आकार का उपकरण विकसित किया है। टाइनी नाम के उपकरण से पिछड़े इलाकों में भी कापोसी सारकोमा (केएस) जैसे खतरनाक कैंसरों का जल्द पता चल सकेगा। केएस कैंसर मुख्यत: लसीका और रक्त वाहिकाओं में होता है। इसके कारण त्वचा, मुंह और आंतरिक अंगों में जख्म बन जाते हैं।
    यह कैंसर चार प्रकार होता है। एड्स से संबंधित केएस कैंसर सहारा रेगिस्तान के दक्षिण में स्थित अफ्रीकी देशों में काफी आम है। इसका जल्द पता चलने से उपचार अधिक प्रभावकारी हो सकता है, लेकिन किसी भी जांच में एक-दो हफ्ते का समय लग जाता है। इस कारण इसके मरीज का इलाज सही समय पर शुरू नहीं हो पाता है। इसी समस्या के निपटान के लिए टाइनी विकसित किया गया है।
    यह उपकरण न्यूक्लिक एसिड की मात्रा का पता लगाकर कैंसर की पहचान कर लेता है। टाइनी की यह विशेषता है क्योंकि अफ्रीकी देशों में कभी भी बिजली चली जाती है। इस कारण भी वहां के लोग कई तरह की चिकित्सकीय सुविधा से वंचित रह जाते हैं।
    उपकरण की गुणवत्ता की पहचान के लिए शोधकर्ताओं ने युगांडा के 71 मरीजों पर इसका परीक्षण किया। 94 फीसद मरीजों की जांच के दौरान टाइनी और क्वांटिटेटिव पॉलीमरेज चेन रिएक्शन (क्यूपीसीआर) से एक ही परिणाम आया।
  • बाक्स आफिस पर बत्ती नहीं जला पाई मीटर गुल

     

    मुंबई।  बिजली बिल’ पर बनी फिल्म ‘बत्ती गुल मीटर चालू’ दर्शकों पर अपना असर छोड़ने में नाकाम रही है। शाहिद कपूर, यामी गौतम और श्रद्धा कपूर अभिनीत इस फिल्म की कमाई ढीली-ढाली ही रही।
    फिल्म का पहला वीकेंड बॉॉक्स ऑफिस पर केवल 21.50 करोड़ रुपए तक खींच पाया। ओपनिंग डे यानी शुक्रवार को फिल्म ने 6.25 करोड़ की कमाई की, वहीं शनिवार को थोड़ी बढ़त दिखी और फिल्म ने 1 करोड़ ज्यादा यान 7.25 करोड़ की कमाई कर ली।
    इन दोनों दिनों के मुकाबले रविवार को बेहतर रहा और फिल्म ने कुल मिलाकर 8 करोड़ की कमाई की। इस तरह कुल मिलाकर शाहिद की इस फिल्म ने लगभग 22 करोड़ की कमाई की, जिसे अच्छा नहीं कहा जा सकता।
    फिल्म ‘बत्ती गुल मीटर चालू’ की कहानी उत्तराखंड के इंडस्ट्रियल इलाके में बिजली कंपनियों की मनमानी पर आधारित है। फिल्म में हल्के-फुल्के अंदाज में आम लोगों से जुड़ी बिजली के मोटे बिल की बड़ी समस्या पर चोट की गई है। वहीं सरकारी ‘विकास’ और ‘कल्याण’ के दावों पर भी मजेदार व्यंग्य किया गया है।
  • अभिनेताओं के मैनेजरों से परेशान हुई एकता कपूर

    मैं बड़े स्टार्स से इसलिए भी दूर रही क्योंकि मुझे लगता था मैं उनको संभाल नहीं पाऊंगी

     

     

    मुंबई। एकता कपूर ने मुंबई में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि खर्च के मामले में स्टार्स से ज्यादा खर्चा और नखरा तो उनके मैनेजर्स की टीम का होता है।
    एकता ने कहा, ‘छोटे परदे के बाद जब मैंने फिल्म निर्माण में कदम रखा तो मेरे लिए यह समझना मुश्किल हो गया था कि अब यहां मेरा निर्णय नहीं चलेगा। यहां एक डायरेक्टर, लाइन प्रॉड्यूसर सहित और भी लोग होंगे, जो निर्णय लेंगे।
    एकता ने कहा कि मेरी पहली बड़ी फिल्म थी अजय देवगन स्टारर वंस अपॉन ए मुंबई। इस फिल्म का निर्माण बड़े आराम से हो गया था। अजय देवगन और फिल्म के निर्देशक मिलन लुथरिया एक दूसरे को पहले से जानते थे। ज्यादातर मैंने उन्हीं स्टार्स के साथ काम किया जो मेरे साथ खुद भी काम करना चाहते थे, मेरे काम का सम्मान भी कर रहे थे और ज्यादा रोक-टोक नहीं करते थे। मैं बड़े स्टार्स से इसलिए भी दूर रही क्योंकि मुझे लगता था मैं उनको संभाल नहीं पाऊंगी।’
    बुरे अनुभव सुनाते हुए एकता ने कहा कि आप जब किसी बड़े स्टार्स के साथ काम करते हैं तो स्टार्स से ज्यादा उनके मैनेजर्स से निपटना मुश्किल होता है। मैनेजर्स के कारण एक बड़े स्टार्स के पीछे पांच सितारा होटल में करीब 12 रूम बुक होते हैं। जो टीवी की दुनिया से आए हैं और एक रूम में 12 लोगों की जगह बनाते हैं, इन 12 लोगों में खुद भी होते हो, अचानक इस तरह का बजट बढ़ना, बहुत बड़ा शॉक होता है।
    अभिनेता जॉन अब्राहम ने भी यह बात की थी। जॉन की मानें तो वह अपनी टीम में एक से ज्यादा नहीं रखते। वह अलग से अपने लिए स्पॉट बॉय भी नहीं मांगते। जॉन अपनी गाड़ी भी खुद ही चलाते हैं, ताकि ड्राइवर का खर्च भी बचा सकें। जॉन का मानना है कि कई बार फिल्म का बजट इस तरह के फालतू खर्चों की वजह से भी बढ़ जाता है।
  • जम्मू-कश्मीर में सेना ने मार गिराए 5 आतंकी

    जम्मू-कश्मीर में सेना ने मार गिराए 5 आतंकी

     

    आतंकी घुसपैठ को सुरक्षाबलों नाकाम

     

    नई दिल्ली। भारतीय सेना आतंकियों को समाप्त करने में जुटी हुई है। उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा स्थित तंगधार में आतंकी घुसपैठ को सुरक्षाबलों नाकाम कर दिया तथा सोमवार को तीन और आतंकियों को मार गिराया। इलाके में बीते पिछले 24 घंटे में कुल पांच आतंकी मारे जा चुके हैं। मुठभेड़ के दौरान एक जवान भी शहीद हो गया है। आसपास के क्षेत्र में आतंकियों की तलाश में सुरक्षाबलों द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया जा गया है।
    गौरतलब है कि आतंकियों का एक दल रात को कुपवाड़ा के तंगधार सेक्टर में एलओसी के रास्ते घुसपैठ की कोशिश कर रहा था। इसी दौरान सेना के जवानोंअन्य ने आतंकियों को ललकारा तो घुसपैठियों ने जवानों पर गोलीबारी शुरू कर दी। फायरिंग में सेना ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए दो आतंकियों को मौके पर ही मार गिराया जबकि तीन  वहां से फरार हो गए।
    सेना ने तत्काल नियंत्रण रेखा और सीमा पर घुसपैठ की आशंका का अलर्ट जारी करते हुए तंगधार सेक्टर के अलग-अलग इलाकों में  तलाशी शुरू कर दी।  रविवार को ही सेना की राष्ट्रीय राइफल्स ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के एक मोस्ट वॉन्टेड आतंकी को मुठभेड़ के दौरान मार गिराया था।
  • जार जार हुआ शेयर बाजार 500 अंक टूटा

    जार जार हुआ शेयर बाजार 500 अंक टूटा

     

    सोमवार को भी सेंसेक्स कारोबार

    नई दिल्ली। आरबीआई और सेबी के भरोसा दिलाने के बावजूद शेयर मार्केट में गिरावट जारी रही। सोमवार को भी सेंसेक्स कारोबार के दौरान 600 पॉइंट्स तक टूट गया था जबकि निफ्टी 11,000 तक के निचले स्तर तक आ गिरा। आखिरकार, सेंसेक्स 536.58 अंक (1.46%) जबकि निफ्टी 168.20 अंक (1.51%) टूटकर क्रमशः 36,305.02 और 10,967.65 पर बंद  हुआ।
    सोमवार को निवेशकों में किस तरह भगदड़ मची हुई थी, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बाजार बंद होने पर सेंसेक्स के 31 में से 25 शेयरों जबकि निफ्टी के 50 शेयरों में से 41 शेयरों के भाव गिर गए। निफ्टी बैंक के सारे शेयरों का कारोबार लाल निशान में बंद हुआ। हाल ऐसा रहा कि निफ्टी आईटी के सिवा एक भी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में बंद नहीं हो पाया।
    बैंकिंग सेक्टर की बात करें तो ऐक्सिस बैंक, यस बैंक, एचडीएफसी बैंक, एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक बैंक सभी में गिरावट देखने को मिली। इसके साथ-साथ कोल इंडिया, एनटीपीसी, टाटा स्टील, सन फार्मा, रिलायंस, भारती एयरटेल, टीसीएस के शेयर्स की स्थिति भी ठीक नहीं है। फिलहाल एक्सपर्ट फाइनैंशल कंपनियों से दूर रहने की सलाह दे रहे हैं। जानकारों के मुताबिक, आनेवाले 8-10 दिन बाजार में उतार-चढ़ाव चलता रहेगा।
    विश्लेषकों का मानना है कि कच्चे तेल की कीमत में हो रही वृद्धि शेयर मार्केट की गिरावट की मुख्य वजह  है। सोमवार को कच्चे तेल की कीम 1.83 पैसे बढ़कर 80.27 डॉलर प्रति बैरल हो गई।  इसकी कीमत में उछाल की मुख्य वजह ईरान पर अमेरिका की ओर से लगाई जा रही पाबंदियां हैं।
    दरअसल, ईरान पर बैन लगाने की तैयारी में अमेरिका ने ओपेक नेशन्स और रूस से तेल के उत्पादन बढ़ाने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने ट्रंप की बात अनसुनी कर दी। इससे कीमत में उछाल आई।
    तेल की बढ़ती कीमत का सीधा असर रुपये पर भी पड़ रहा है। यह लगातार डॉलर के मुकाबले कमजोर हो रहा है। सोमवार को भी यह डॉलर के मुकाबले 27 पैसे कमजोर होकर 72.47 पर खुला। रुपये में आज की गिरावट की वजह बैकों और आयातकों द्वारा डॉलर की खरीदारी रही।
  • स्कूल में नौवीं क्लास के स्टूडेंट के साथ कुकर्म

    स्कूल में नौवीं क्लास के स्टूडेंट के साथ कुकर्म

     

    नई दिल्ली। दिल्ली के एक सरकारी स्कूल में स्टूडेंट से कुकर्म का मामला सामने आया
    है। आरोप दो छात्रों पर है, जिन्होंने कुछ महीने पहले स्कूल की खाली
    क्लास में घटना को अंजाम दिया। इसके बाद आरोपी पीडित छात्र के साथ लगातार
    डरा-धमकाकर ऐसी ओछी हरकतों को अंजाम देते रहे। इस बीच पीडित ने यह बात एक
    अन्य छात्र को बताई तो मामले का खुलासा हुआ। मधु विहार थाना पुलिस ने
    पॉक्सो की धारा में मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
    पीडित छात्र परिवार के साथ मधु विहार इलाके में रहता है। एक सरकारी स्कूल
    में नौंवी क्लास में पढ़ता है। आरोपी एक छात्र इसकी क्लास में पढ़ता है,
    जबकि दूसरा आरोपी नौंवी क्लास के दूसरे सेक्शन में पढ़ता है।

    आरोप है कि
    समर कैंप मई-जून आयोजन किया गया था, उसी दौरान दोनों आरोपियों ने छात्र
    को डरा-धमकाकर तीसरी मंजिल पर कंप्यूटर लैब के सामने खाली क्लास में ले
    गए। इसके बाद आरोपी अक्सर स्कूल में मौका देखकर वारदात को अंजाम देते
    रहे। पीडित ने बताया कि 14 जून को स्कूल में विज्ञान मेला लगा हुआ था।
    आरोपी ने इस दौरान दोबारा स्कूल में वारदात को अंजाम दिया। घटना के दौरान
    स्कूल के एक अन्य छात्र ने देख लिया, जिसके बाद डरकर अपने परिजनों को
    सारी बात बता दी।

  • ऐसे हुए थी दीनदयाल उपाध्याय की मौत, जानिए पूरा सच

    ऐसे हुए थी दीनदयाल उपाध्याय की मौत, जानिए पूरा सच

     

    जयपुर। 12 फरवरी 1968 को भारतीय जनसंघ संसदीय दल की बैठक नई दिल्ली में आयोजित हुई थी। इससे पहले 10 फरवरी को सुबह 8 बजे उन्होंने दीनदयाल से फोन पर
    बैठक में आने का आग्रह किया गया कि वे बिहार की बैठक में शामिल हों।
    ‘एकांत मानववाद के प्रणेता पंडित दीन दयाल उपाध्याय’ के अनुसार,
    उपाध्याय लखनऊ में लता खन्ना के घर थे। उन्होंने कहा कि दिल्ली संसदीय
    महामंत्री सुंदर सिंह भंडारी ने उनसे बात नहीं की है ऐसे में वे पटना
    अवश्य आएंगे और उन्होंने स्वीकृति दे दी।

    उसके बाद उन्होंने पठानकोट-सियालदह एक्सप्रेस में प्रथम श्रेणी की टिकट
    करवा ली और गाड़ी का समय शाम 7 बजे था और पंडित जी सही वक्त पर स्टेशन पर
    पहुंच गए। उस दौरान उनके पास एक सूटकेस, बिस्तर, टिफिन और पुस्तकों का
    थैला था। उस दौरान उत्तर प्रदेश के तत्कालीन उप मुख्यमंत्री  रामप्रकाश
    गु्प्त और उत्तर प्रदेश के एमएलसी पीतांबर दास भी थे।

    इस ट्रेन में ही भारतीय भौगोलिक सर्वेक्षण के असिस्टेंट डायरेक्टर एमपी
    सिंह, कांग्रेस एमएलसी सदस्य गौरीशंकर राय भी थे। वहीं दीनदयाल उपाध्याय
    की सीट फर्स्ट कैटेगरी में सी कंपार्टमेंट में थी। लखनऊ से चलकर
    बारांबकी, फैजाबाद, अकबरपुर शाहगंड होते हुए ट्रेन आधी रात जौनपुर
    पहुंची।  जौनपुर के महाराजा दीनदयाल के दोस्त थे, तो उन्होंने अपने सेवक
    कन्हैया के हाथों एक पत्र दीनदयाल उपाध्याय को भिजवाया और रात को 12 बजे
    उन्हें यह पत्र मिला।

    उसके बाद रात 2.15 बजे गाड़ी मुगलसराय स्टेशन पर पहुंची और
    पठानकोट-सियालदह एक्सप्रेस पटना नहीं जाती थी, इसलिए बोगी काटकर
    दिल्ली-हावड़ा ट्रेन से जोड़ दी गई। इसमें करीब आधे घंटे का वक्त लगा और
    2 बजकर 50 मिनट पर ट्रेन फिर से पटना के लिए चल पड़ी और उसके बाद 3 बजे
    उनका शव ट्रेन की पटरियों पर मिला।

    वहीं दूसरी ओर ट्रेन 6 बजे ट्रेन पटना स्टेशन पर पहुंची, जहां बिहार
    जनसंघ के नेता उनका इंतजार कर रहे थे। उन्होंने लखनऊ वाली बोगी भी देखी,
    लेकिन दीनदयाल उपाध्याय नहीं मिले और साढ़े 9 बजे गाड़ी मुकामा स्टेशन पर
    पहुंची। वहीं किसी की नजर बी कंपार्टमेंट में सीट के नीटे रखे हुए सूटकेस
    पर पड़ी। उसने रेलवे अधिकारियों को यह सूट जमा करवाया और यह सूटकेस पं
    दीनदयाल का था.

  • मन्दिर से मूर्तियां चोरी व नकबजनी के तीन आरोपियो को पुलिस ने पकडा

    मन्दिर से मूर्तियां चोरी व नकबजनी के तीन आरोपियो को पुलिस ने पकडा

    पुलिस ने सोने के जेवरात बरामद

     

    टोंक। पुरानी टोंक पुलिस ने मकान का ताला तोड़ करके नगदी व जेवरात एवं जैन मन्दिर से मृर्तियां चोरी मामले का खुलासा करते हुए तीन आरोपियो को पकडा हैं।
    पुरानी टोंक पुलिस थानाधिकारी नेमीचन्द ने बताया कि पुरानी टोंक निवासी नईमा दिल्ल ीगई हुई थी जिस दौरान सूने क ा मकान का ताला तोड़ करके पांच तोला सोने के जेवरात सहित दो लाख रूपये की नगदी चोरी हुई थी। इस मामले में पुलिस ने देशवाली मौहल्ला टोंक निवासी उन्नीस वर्षीय शादाब पुत्र नसीब, मोहम्मद मिया उर्फ तामीर पुत्र मोहम्मद उमर उर्फ लाडला एवं निवाई दरवाजा पुरानी टोंक निवासी केदार पुत्र सत्यनारायण गुर्जर को गिरफतार किया हैं ।

    जिनके कब्जे से पुलिस ने सोने के जेवरात बरामद किये हैं।
    पुरानी टोंक पुलिस ने बताया कि अभियुक्तो ने पूछताछ में पांच दिसम्बर 2017 की रात को चतुर्भुज तालाब स्थित जैन नसियां मन्दिर से कीमती धातु की दो मूर्तियां भगवान शंातिनाथ एवं चन्द्रप्रभु नाथ एवं चांदी का छत्र सहित दानपात्र से नगदी चोरी की वारदात करना भी कबूल किया हैं।

    पुलिस ने बताया कि अभ्यिुक्त देशवाली मौहल्ला टोंक निवासी उन्नीस वर्षीय शादाब पुत्र नसीब, मोहम्मद मिया उर्फ तामीर पुत्र मोहम्मद उमर उर्फ लाडला ने अपने दोस्त खिडक़ी दरवाजा पुरानी टोंक निवासी हारून पुत्र आरिफ देशवाली के साथ मिल करके मूर्तियां ,चांदी का छत्र व लोटा सहित नगदी चुराई थी। इस मामले में पुलिस आर्रोपी हारून की तलाश कर रही हैं ।

  • सक्षम का राष्ट्रीय अधिवेशन 29 से, सरसंघचालक डॉ. भागवत रहेंगे मौजूद  

     

    जयपुर । समदृष्टि क्षमता विकास एवं अनुसंधान मंडल (सक्षम) द्वारा 10 वे राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन जामड़ोली जयपुर में 29 व 30 सितम्बर को आयोजित होगा। अधिवेशन को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ़. मोहनराव भागवत संबोधित करेंगे। अधिवेशन में सम्पूर्ण भारतवर्ष से दिव्यांग हितार्थ कार्य करने वाले प्रतिभागी (1500) और 400 दिव्यांगबंधु भाग लेंगे। साथ ही भारत में दिव्यांग जन समर्पित किये जा रहे सेवा कार्यों की एक प्रदशर्नी आयोजित की जाएगी। इस दौरान विशाल शोभायात्रा भी निकाली जाएगी।

    सक्षम राष्ट्रीय संगठन मंत्री डॉ. सुकुमार ने प्रेस वार्ता में समावेशी भारत और दिव्यांगजनों को समाज की प्रमुखधारा में लाने और उनको सक्षम बनाने पर चर्चा की। साथ ही केशव विद्यापीठ, जामड़ोली में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन के कार्यक्रम और व्यवस्थाओं के संदर्भ में विस्तार से चर्चा की। सक्षम संस्था की उपलब्धियों और उदे्श्यों के बारे में विस्तार पूर्वक परिचय करवाया।

    सक्षम संगठन पूरे भारत में सभी प्रकार के दिव्यांग जनो के सर्वांगीण विकास हेतु कार्य कर रहा हैं। सक्षम दिव्यांगो के स्वास्थ्य, शैक्षिक, रोजगार एवं पुनर्वास पर कार्य कर दिव्यांग बंधुओं और भगिनियों को देश की मुख्यधारा में जोड़ने का काम कर रहा हैं। विभिन्न सत्रों में श्रेणीवार सांइटिफिक सैशन द्वारा दिव्यांगताओं के कारणों एवं रोकथाम पर वर्कशॉप भी रखी जाएंगी।

    इस दौरान दिव्यांग हितार्थ चिंतन-मंथन कर आगामी वर्षों की कार्य योजना एवं प्रस्ताव रखे जाएंगे। उन्होंने कहा कि अधिवेशन व प्रदर्शनी उद्घाटन 28 सितम्बर को शाम 6 बजे होगा। 30 सितम्बर सुबह दस बजे संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत को संबोधन होगा। इसी दिन शाम 3.30 बजे शोभायात्रा निकलेगी।

  • केश कला बोर्ड चेयरमैन  दुर्घटना में हुए घायल

    केश कला बोर्ड चेयरमैन दुर्घटना में हुए घायल

     

    टोंक । बनास पुल के पास देर रात्रि को केश कला बोर्ड के चेयरमैन मोहन मोरवाल का ट्रक  से दुर्घटनाग्रस्त जिनको इलाज के लिए इनको टोक के सआदत अस्पताल में भर्ती कराया कराया।

     

    जिसकी जानकारी मिलते ही विधायक अजीत सिंह मेहता राजस्थान सफाई आयोग के सदस्य दीपक संगत ग्राम पंचायत समिति के प्रधान जगदीश गुर्जर सहित कई भाजपा एवं प्रशासनिक अधिकारी अस्पताल पहुंचे जहां उनके कुशल क्षेम पूछी जिसके बाद प्राथमिक उपचार के बाद जयपुर रेफर कर दिया गया है।सदर थाना अधिकारी ने बताया की ट्रक को बरौनी के पास पकडा है चालक को हिरासत में ले लिया है ।

  • रावतसर पालिकाध्यक्ष की उपखंड कार्यालय में मारी छह गोली, अस्पताल में मौत

    रावतसर पालिकाध्यक्ष की उपखंड कार्यालय में मारी छह गोली, अस्पताल में मौत

     

    जयपुर। हनुमानगढ़ जिले के रावतसर कस्बे में नगर पालिकाध्यक्ष के पति हरवीर सहारण की सोमवार सुबह करीब 11 बजे उपखंड कार्यालय में गोली मारकर हत्या कर दी गई।

    हमलावर ने सहारण के सीने पर करीब छह गोलियां दागी। वारदात के दौरान फायरिंग की आवाज से कार्यालय में भगदड मच गई। पुलिस ने बताया कि हमलावर का कोई सुराग नहीं लग पाया है।

    जानकारी के अनुसार वारदात रावतसर उपखंड अधिकारी के कार्यालय हुई। रावतसर पालिकाध्यक्ष नीलम सहारण का पति हरवीर सहारण किसी काम से उपंखड अधिकारी के कार्यालय आया था। कार्यालय में मुख्य द्वार के पास खडे एक व्यक्ति ने हरवीर पर अंधाधुध फायरिंग कर दी, जिससे वह लहूलहान होकर वहीं गिर पड़ा।

    वारदात के बाद हमलावर भाग छूटा। गोलियों की गूंज से मौके पर अफरातफरी मच गई। लोगों ने हरवीर को  अस्पताल पहुंचाया वहां से उसे हनुमानगढ़ रेफर कर दिया गया.वहां अस्पताल में जल संसाधन मंत्री डॉ. रामप्रताप ने किसी कार्य से आए हुए थे।

    उन्होंने हरवीर के वहां पहुंचते ही संभाला। डॉ. रामप्रताप ने भी चिकित्सकों के साथ मिलकर उसे बचाने का भरसक प्रयास किया. डॉ. रामप्रताप ने खुद हरवीर को सीपीआर दी लेकिन अत्यधिक रक्तस्त्राव के कारण हरवीर ने दम तोड़ दिया।