टोंक। महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति शांति एवं अहिंसा विभाग टोंक द्वारा गुरुवार को जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम मणिपुर में फैली अशांति को लेकर ज्ञापन दिया गया। महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति शांति एवं अहिंसा विभाग के जिला संयोजक सुनील बंसल एवं टोंक ब्लॉक संयोजक विकास विजयवर्गीय ने बताया कि मणिपुरी भाई. बहनों के जान-माल का जिस तरह नुकसान हो रहा है, यह हम सब के लिए चिंता व शर्म की बात है।
मणिपुर एवं दिल्ली सरकार ने अपने होने का ओचित्य खो दिया है, वहां मैतेई एवं कुकी जन-जातियां एक-दूसरे की जान ले रही है, घर बस्तियां जला रही है, आमजन में भय का माहौल है, यह सांप्रदायिक दंगा सरकारी उकसावे में छिपे समर्थन के कारण फैला है, मणिपुर की जनता को धर्म-जाति- कबीलों आदि में बांटकर सरकारों ने आज वहां ऐसी आग लगाई है,
जिसके कारण मणिपुर का इतिहास व वर्तमान दोनों धू-धू कर जल रहे हैं। उन्होंने बताया कि हमारे प्यारे देश की आंतरिक सुरक्षा का दायित्व जितना सरकार का है, उतना ही देश की जनता का भी है, और राष्ट्रपति इन दोनों की संरक्षक है।
मणिपुर में भडक़ी हिंसा के चलते मंगलवार को भी थोबल जिले में संघर्ष देखने को मिला, जहां भीड़ ने कथित तौर पर इंडियन रिजर्व फोर्स के एक कैंप से हथियार और गोला-बारूद लूटने की कोशिश की, भीड़ को रोकने के लिए सुरक्षाकर्मियों ने हवाई फायरिंग की, जिसमें 27 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई। मणिपुर हिंसा में अब तक लगभग 120 लोग अपनी जान गवा चुके हैं और 3 हजार से अधिक लोग घायल हुए हैं।
महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति शांति एवं अहिंसा विभाग टोंक द्वारा दिए गए ज्ञापन में मणिपुर में हिंसा का यह तांडव रुके, वहां शांति-अमन चैन व भाईचारा कायम हो, इसके लिए राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया।
इस मौके पर महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति शांति अहिंसा विभाग के जिला संयोजक सुनील बंसल, सह- संयोजक शंकरलाल कच्छवा, ब्लॉक संयोजक विकास विजयवर्गीय, एड. कैलाश माली, शिवरतन अजमेरा, पंकज यादव,
रामलक्ष्मण साहू, शैलेश गुर्जर, कालूराम गुर्जर, प्रधान मीणा, मैना जाट, विजयलक्ष्मी जांगिड़, कंहाराम यादव, मनमोहन गुर्जर, भरतराज सैनी, भंवरलाल बैरवा सहित आदि मौजूद थे।