18 घंटे बाद नदी में तैरता मिला युवक का शव,शनिवार को नहाते समय बनास नदी में डूब गया था दयाराम,रविवार सुबह 5 बजे शव पानी के उपर आ गया
पीपलू। उपखंड क्षेत्र के डोडवाड़ी में शनिवार को नहाते समय बनास नदी में डूबे युवक का शव रविवार अलसुबह 5 बजे ग्रामीणों को करीब 18 घंटे बाद मिल गया। शव घटना स्थल से करीब सवा सो मीटर दूरी पर पानी की ऊपरी सतह पर तैरता हुआ दिखाई दिया। शव अपने आप उपर आ गया।
शनिवार शाम को अंधेरा होने के बाद रेसक्यू बंद कर दिया गया था तथा रविवार सुबह 6 बजे से दुबारा रेसक्यू शुरु करना था। वहीं करीब 50 से अधिक ग्रामीण परिजनों के साथ शनिवार की पूरी रात बनास नदी के किनारे ही बैठे रहे।
ऐसे में रविवार सुबह 5 बजे करीब ग्रामीणों की नजर पड़ी तो दयाराम का शव पानी की ऊपरी सतह पर तैरता हुआ दिखाई दिया। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पीपलू अस्पताल लेकर आई जहां पोस्टमार्टम करवाकर उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
इनका कहना है
पीपलू थाना प्रभारी कुसुमलता मीणा ने बताया कि शनिवार सुबह करीब 11 बजे डोडवाड़ी निवासी दयाराम (22) पुत्र रामराज जाट उसके दोस्त सोनू के साथ गांव के पास से गुजर रही बनास नदी में नहाने गया था।
कुछ देर बाद दयाराम नहाते समय गहरे पानी में चला गया इससे उसके सांस लेने में तकलीफ हुई तो वह डूबने लगा। बचाने के लिए आवाज लगाई। उसकी आवाज सुनकर पानी के किनारे कपड़े धो रहा उसका दोस्त सोनू उसे बचाने के लिए नदी में गया लेकिन उससे पहले ही दयाराम पानी में डूब गया।
वहीं सोनू भी घबरा गया तथा गहरे पानी में जाने लगा। जैसे तैसे एक पत्थर के टीले को पकड़कर सोनू उस पर चढ़ गया तथा ग्रामीणों को आवाज लगाई। पास के ही बालाजी मंदिर में मौजूद ग्रामीण मौके पर पहुंचे। जिन्होंने सोनू को तो तुरंत ही सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
वहीं दयाराम की तलाश करने लगे लेकिन वह काफी देर तक भी नहीं मिला। फिर सूचना पाकर पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और युवक को तलाशना शुरु किया लेकिन शनिवार देर शाम तक भी वह नहीं मिला था। रविवार सुबह करीब 5 बजे उसका शव अपने आप उपर आ गया। जिस पर ग्रामीणों की नजर पड़ गई। ग्रामीणों ने दयाराम के शव को बाहर निकाला।
शव के घर पहुंचते ही मचा कोहराम
दयाराम का शव जैसे ही उसके घर पहुंचा तो वहां कोहराम मच गया। दयाराम तीन बहनों में इकलौता भाई था। दयाराम की मां, दो बड़ी तथा एक छोटी बहन इकलौते भाई का शव देखकर बिलख पड़ी तथा अन्य परिजनों का भी रो- रो कर बुरा हाल रहा। इधर कांग्रेस नेता प्रहलाद नारायण बैरवा ने दयाराम के घर पहुंचकर घटना को दुखद बताते हुए उसे श्रद्धाजंलि दी तथा पीडि़त परिवार को ढांढस बंधाया।