Jaipur। वीकेण्ड कफ्यू, लाॅकडाउन के दौरान अण्डा, मटन, मछली, मटन आदि को भी खाद्य सामग्री माने जाने की जयपुर मीट मर्चेंट एसोसिएशन ने अपील की हैं। साथ ही इनके कारोबार से जुडे लोगों को अपनी दुकानें आदि खोलने की अन्य खाद्य पदार्थों से जुडे लोगों के समान मानते हुए छूट प्रदान करने की गुहार की है।
इस संदर्भ में सोमवार को जयपुर मीट मर्चेंट एसोसिएशन के महासचिव शब्बीर कुरैशी मुहम्मदी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मण्डल जयपुर पुलिस कमीशनर, जिला कलेक्टर अन्तर सिंह नेहरा, डीसीपी प्रथम अजयपाल लाम्बा आदि से मिला तथा उन्हें ज्ञापन दिया।
जिला कलेक्टर ने एसोसिएशन के पदाधिकारियों को भरोसा दिलाया कि वे मटन कारोबारियों की समस्या को राज्य सरकार तक पहुंचाएंगे तथा गृह विभाग को पत्र लिखकर स्थिति से अवगत कराएंगे। इसी प्रकार पुलिस कमीशररेट में डीसीपी प्रथम अजयपाल सिंह लाम्बा को एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि पुलिस मटन कारोबारियों को दुकानें नहीं खोलने दे रही है तथा जहां कुछेक दुकानें खुलती है।
वहां पुलिस समय से पहले पहुंच कर उन्हें बंद करा देती है, जबकि मीट कारोबारी राज्य सरकार द्वारा जारी कोरोना गाइडलाइन की पूरी तरह पालना कर रहे है। इस पर डीसीपी लाम्बा ने भरोसा दिलाया कि वे इस मामले को अपने स्तर पर देखेंगे तथा गाइडलाइन के हिसाब से मटन कारोबारियों को दुकानें खोलने की समयानुसार छूट देने की संबंधित थानाधिकारियों को हिदायत करेंगे।
साथ ही मटन को खाद्य सामग्री के रूप में मान्यता के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। प्रतिनिधि मण्डल में सचिव वसीम कुरैशी, संगठन मंत्री साबिर कुरैशी, संयुक्त सचिव असरार कुरैशी, प्रनिनिधि सदस्य अब्दुल हमीद कुरैशी भैया आदि शामिल थे।
ज्ञापन में बताया गया कि जयपुर शहर मे दो हजार से अधिक मीट कारोबारी अपनी रोजी-रोटी कमा रहे है। ये कारोबारी रोजाना अपनी दिहाडी के लिए प्रयासरत रहकर व मेहनत मजदूरी कर अपनी आजीवीका का निर्वहन कर रहे है।
वैश्विक महामारी के चलते सभी कारोबारी संकट से जूझ रहे है। उनमें यह कारोबारी भी शामिल है। लिहाजा अण्डा, मछली, मटन को भी खाद्य सामग्री की श्रेणी में शामिल कर इस कारोबार से जुडे लोगों को राहत प्रदान की जाए।
एसोसिएशन के प्रतिनिधि मण्डल ने विश्वास दिलाया कि वे तथा सभी दुकानदार व मीट कारोबारी कोरोना गाइडलाइन की सख्ती से पालान करेंगे।