जयपुर/ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने न्यायपालिका को भ्रष्ट करार देते हुए संगीत आरोप लगा कर बड़ी मुसीबत में फंस गए हैं गहलोत के खिलाफ हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है इस जनहित याचिका पर 4 सितंबर को सुनवाई हो सकती है ।
मुख्यमंत्री अशोक गहल ओटी निकाल जयपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा की अब आजज्यूडिशियरी( न्यायपालिका) जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है उन्होंने कहा कि मैं यहां तक सुना है कि कई वकील तो फैसला लिखकर ले जाते हैं और वही फैसला बाद में आता है अर्थात वही फैसला न्यायाधीश सुनते हैं ।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा की न्यायपालिका में क्या हो रहा है अपार न्यायालय हो या लोअर न्यायालय हालत बहुत गंभीर व चिन्तनय है और इस विषय पर देशवासियों को सोचना चाहिए ।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा चल दिए गए इस बयान को लेकर वरिष्ठ अधिवक्ता शिवचरण गुप्ता ने जयपुर हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है जिसमें बताया गया है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जो बयान दिया है ।
वह न्यायपालिका को शर्मसार करता है और न्यायपालिका के प्रतिष्ठा को कमेंट करता है जो अब मानना की परिभाषा में आता है माननीय उच्च न्यायालय स्वप्रेरित प्रसंज्ञान लें और संविधान के अनुच्छेद 215 के तहत स्वीकृत प्रशिक्षण लेकर को अवमाननाकर्ता को दंडित करें ।
सूत्र के अनुसार वरिष्ठ अधिवक्ता शिक्षक गुप्ता द्वारा जनहित में दायर की गई इस याचिका पर हाई कोर्ट 4 सितंबर को सुनवाई कर सकता है।