जयपुर।टिकट वितरण में उम्रदराज नेताओं की जगह युवाओं पर दांव खेलने की चर्चाओं के बीच भाजपा ने चुनावी रण में उम्रदराज नेताओं को मैदान में उतारा है। बीजेपी प्रत्याशियों की सूची में कई नाम चौंकाने वाले सामने आए जो 75 साल पर कर चुके है।
भाजपा ने सबसे वरिष्ठï और उम्र्रदराज पार्टी की विधायक सूर्यकांता व्यास जो 80 साल की है, उन्हें फिर से मैदान में उतारा में है। वहीं, पचपदरा से अमराराम 75 साल 5 माह के हैं तो गुढ़ामालानी से लादूराम हैं 75 साल 9 माह की उम्र के पड़ाव पर है। विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल को 84 साल की उम्र का होने के बाद भी टिकट दिया गया है । इसके अलवा भी रामप्रताप 75 साल 6 माह के हो चुके है। ऐसे में विधानसभा चुनावों के परिणाम आने पर इस बात का पता लगेगा की पार्टी ने जिन उम्रदराज नेताओं को मौका दिया है उनको जनता नकारती है या फि र उन्हे विधानसभा जाने का मौका मिलता है ।
नाम उम्र सीट
-कैलाश मेघवाल 84 साल शाहपुरा (भीलवाड़ा)
-सूर्यकांता व्यास 80 सूरसागर
-लादूराम 75 साल 9 माह , गुढ़ा मलानी
-अमरा राम 75 साल 5 माह पचपदरा
डॉ.रामप्रताप 75 साल 6 माह हनुमानगढ़
कर्नल सोनाराम 73 साल बाड़मेर
मंत्रियों की नहीं बदली सीट
जिस प्रकार से चचाओं का दौरा चल रहा था कि मंत्रिमण्डल सदस्यों का निर्वाचन क्षेत्र बदला जाएगा और कई मंत्रियों ने तो अपनी इच्छा भी जता दी थी लेकिन पार्टी नेतृत्व में सीट बदलने पर प्रतिबंध लगाते हुए फिर से उसी सीट से मैदान में उतारा है।
संसदीय मंत्री राजेन्द्र राठौड़ का विद्याधर नगर से चुनाव लडऩे की अटकले लगाई जा रही थी लेकिन उन्हें फिर से चूरू से मैदान में उतारा है। कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी बेटे मनीष की लॉचिंग हिंडोली या देवली-उनियारा से चाह रहे थे लेकिन उन्हें फिर से अंता से प्रत्याशी घोषित किया है। शिक्षामंत्री वासुदेव देवनानी का भारी विरोध था लेकिन भाजपा नेतृत्व ने फिर भरोसा जताया है।