जयपुर। चुनाव की घोषणा के साथ ही भाजपा-कांग्रेस के बीच शह-मात का खेल भी तेज हो चला है। भाजपा की टीम के नेताओं ने जातीगत समीकरण साधने के लिए जिलो का दौरा शुरू कर दिया है। ये नेता चुनावी हालात का फीडबैक लेते हुए कार्यकर्ताओं और संगठन पदाधिकारियों से बात करेगे साथ ही जातिगत समीकरण को भी साधेंगे।
भाजपा ने डेमेज सुधारने के लिए दो-दो पदाधिकारियों की टीम बनाकर मैदान में उतारा गया है टीम के सदस्य जिलों की ग्राउंड जीरो रिपोर्ट के साथ ही संगठन के जमीनी स्थिति का आकलन करेंगे। टीम में प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना, केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, गजेंद्र सिंह शेखावत, राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री वी सतीश, संगठन महामंत्री चंद्रशेखर और भाजपा प्रवक्ता सतीश पूनिया शामिल हैं।
इसमें से अविनाश राय खन्ना और अर्जुनराम मेघवाल सोमवार को दौरे पर निकल गए। ये जयपुर, टोंक, सवाईमाधोपुर, भरतपुर, अलवर, दौसा, करौली, धौलपुर, सीकर, चूरू, झुंझुनूं की जिम्मेदारी मिली है वहीं, 10 अक्ट्बर से गजेंद्र सिंह शेखावत व चंद्रशेखर जिलों के दौरे पर जाएंगे। इन्हें चित्तौड़गढ़, अजमेर शहर, अजमेर देहात, भीलवाड़ा, राजसमंद, उदयपुर शहर, उदयपुर देहात, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, कोटा, बूंदी, बारां और झालावाड़ में जाएंगे। इसी प्रकार सतीश पूनिया और वी सतीश भी 10 अक्टूबर से ही जिलों के दौरे पर जाएंगे। इन्हें जोधपुर, फलौदी, पाली, जालौर, सिरोही, जैसलमेर आदि जिलों की जिम्मेदारी मिली है।
टीम के सदस्य इस दौरे के दौरान नाराज चल रहे समुदायों के लोगों से भी मुलाकात करके उन्हें चुनावी लिहाज से साधने की कोशिश करेंगे। गजेंद्र सिंह शेखावत राजपूत समाज के प्रतिनिधियों से मिलकर उनकी नाराजगी को दूर करेंगे वहीं, सतीश पूनिया जाट समाज को साधने का काम करेंगे। जबकि, अर्जुन राम मेघवाल दलित समुदाय के लोगों से मुलाकात करते हुए उन्हें सरकार की ओर से किए गए कार्यों के बारे में बताएंगे।