भीलवाड़ा/ राजस्थान सरकार द्वारा निजी स्कूलों की तर्ज पर प्रदेश में संचालित की जा रही महात्मा गांधी राजकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया को लेकर संशय को दूर करते हुए मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती अरुणा गारू ने प्रवेश देने की दिशा निर्देश दिए हैं ।
महात्मा गांधी राजकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में प्रवेश देने के लिए विभाग द्वारा दिशा निर्देश जारी किए गए थे कि इन विद्यालयों में प्रवेश के लिए विज्ञप्ति निकाल कर निजी स्कूलों की तर्ज पर विद्यार्थियों की लॉटरी निकाल कर प्रवेश दिया जाए और विभाग द्वारा प्रत्येक कक्षा के लिए 30 विद्यार्थियों का कोटा निर्धारित किया गया है ।
लेकिन विभाग ने इसी के साथ इसमें यह भी स्पष्ट किया गया है कि जहां निर्धारित कोटे से कम आवेदन हो वहां लॉटरी की जरूरत नहीं है और वहां पर प्रवेश निर्धारित कोटे तक दिए जा सकेंगे किसी को भी प्रवेश के लिए और आवेदन लेने से इनकार नहीं किया जा सकता ।
सरकार की मंशा को लगा रहे पलीता
इस संबंध में कई अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों के प्रभारियों में संशय बना हुआ है और वह आवेदन लेने वाले विद्यार्थियों के अभिभावकों को यह कहकर आवेदन देने से मना कर रहे हैं कि अब हमने लॉटरी निकाल दी है और सूचना विभाग के दिशा निर्देश अनुसार भेज दी है ।
इसलिए आवेदन नहीं दिया जा सकता इससे अभिभावक परेशान हो रहे हैं और सरकार की मंशा की गरीब जो निजी स्कूलों में अपने बच्चों को अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा नहीं दे सकता उनके लिए यह सरकारी स्कूल अंग्रेजी माध्यम के खोले गए हैं वह पूरी नहीं हो पा रही है ।
इस संबंध में जब मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती अरुणा गारू से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि जहां और जिस विद्यालय में विभाग द्वारा निर्धारित विद्यार्थियों की संख्या अर्थात कोटा से कम विद्यार्थियों की संख्या है वहां पर आवेदन लिए जा कर विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जा सकता है । प्रवेश देने के लिए इंकार नहीं किया जा सकता ।
इनकी जुबानी
विज्ञप्ति प्रक्रिया लाटरी प्रक्रिया के बाद भी जिन कक्षाओं में निर्धारित विद्यार्थियों की संख्या से कम है वहां और उस विद्यालय में उस कक्षा में विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जा सकता है।
यूडी खान
संयुक्त निदेशक महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय प्रकोष्ठ अजमेर