- ज्योतिष शास्त्र वेदों का अभिन्न अंग-
Tonk News – ज्योतिष शास्त्र वेदों का अभिन्न अंग है जो आदि काल से मानव विकास में महत्वपूर्ण रहा है। प्राचीन ग्रन्थों में वहारगिरी आर्य भट्ट जैमिकनी पद्धतियों, कृष्णामूर्ति पद्धतियों में शोद्य किया गया है। कालान्तर में यह विद्या लुप्त होती गई व सीमित हो गयी। जिसका वर्तमान समय में गहन अध्ययन व जा किया जा रहा है।
यह विचार आचार्य डॉ. पवन सागर शर्मा ने कुमारी मनु की 25 वीं पुण्यतिथि पर आयोजित दस दिवसीय नि:शुल्क परामर्श शिविर में शुक्रवार को यहा व्यक्त कर रहे थे। समारोह के मुख्य अतिथि पुलिस जवाबदेही समिति टोंक के अध्यक्ष मनीष तोषनीवाल ने भी शिविर में प्रकाश डाला।समारोह की अध्यक्षता भाजपा जिला प्रवक्ता ओमप्रकाश गुप्ता ने की।
विशिष्ठ अतिथि पं. राजेश शर्मा पूर्व पार्षद, रोहित कुमावत व पार्षद रामचरण साहू थे। समारोह के प्रारंभ में अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। जिनका सचिव आचार्य राधा साहू, चैप्टर अध्यक्ष बसंतीलाल चौधरी, आचार्य डॉ. पं. पवन, पं. ओमप्रकाश राजौरा, पं. मदनलाल शर्मा, एस. एन. गंगवारिया, कन्हैयालाल नामा द्वारा माल्यार्पण कर दुपट्टा ओढ़ाकर स्वागत किया।
संस्था निदेशक बाबूलाल शास्त्री द्वारा ज्योतिष परिचर्चा में ज्योतिष की काल गणना की जानकारी दी गई। विशिष्ट अतिथियों द्वारा ज्योतिष के महत्व पर प्रकाश डाला। अध्यक्षता कर रहे ओमप्रकाश गुप्ता ने कहा कि वर्तमान समय में ज्योतिष, वास्तु के अनुसार दोष निवारण एवं समाधान की जानकारी आवश्यक है।
समारोह में पं. राधेश्याम पारासर, सुरेश शर्मा, रामफूल प्रजापति, अनिल विजय, बुद्धिप्रकाश साहू, सागरमल साहू, चिरंजीलाल गुर्जर, पं. विष्णु शर्मा व पं. गिरधारी शर्मा आदि मौजूद थे।