Bhilwara।भीलवाड़ा शहर सहित जिले में कोरोनावायरस की बेकाबू होती दूसरी लहर को लेकर बढ़ते संक्रमण और तेजी से पॉजिटिव रोगियों की बढ़ती संख्या को लेकर जिला कलेक्टर पूरी तरह से गंभीर हैं और पॉजिटिव रोगियों को
बेहतर इलाज और सुविधाएं उपलब्ध हो इसके लिए भरकस प्रयास कर रहे हैं तथा अस्पतालों में ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की कमी ना हो इसके लिए उन्होंने बेहतर प्रबंधन और मॉनिटरिंग की व्यवस्था की गई है ।
ऑक्सीजन की यह व्यवस्था
महात्मा गांधी अस्पताल के अलावा शहर के 8 निजी अस्पताल में कोरोना पॉजिटिव रोगियों के उपचार के लिए 50% तक बेड आरक्षित करने के लिए अधिकृत किए गए हैं उन अस्पतालों में ऑक्सीजन की व्यवस्था कैसे होगी इसलिए शानदार प्रबंधन जिला कलेक्टर शिव प्रकाश एम नकाते द्वारा किया गया है ।
विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना पॉजिटिव रोगी को कितनी ऑक्सीजन की जरूरत होगी इस को ध्यान में रखा गया है।
1- जिस कोरोना पॉजिटिव रोगी को हाई फ्लो ऑक्सीजन की जरूरत है उसे 10 से 12 लीटर प्रति मिनिट ऑक्सीजन दी जाती है ऐसे कितने रोगी हैं इसकी संख्या के आधार पर गणित कल जिस प्लांट से ऑक्सीजन आ रही है और जिस अस्पताल में जारी है वहां तक की पूरी रिकॉर्डिंग और इंद्राज किया जा रहा है औरसगणित के आधार ही आपूर्ति दी जा रही है ताखी ब्लेक न हो और गलत उपथोग न हो ।
2– इसी तरह लो फ्लो ऑक्सीजन जिसको चाहिए उसे 2 से 4 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन की जरूरत पड़ेगी उसे उसी आधार पर ऑक्सीजन दी जा रही है ।
3– इसी तरह जो कोरोना पॉजिटिव रोगी वेंटिलेटर पर हैं कुछ रोगी को 25 से 30 लीटर प्रति मिनिट ऑक्सीजन की जरूरत होगी और इसी गणित को ध्यान में रखकर निजी अस्पतालों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जा रही है ।
यह निजी अस्पताल पाॅजिटिव रोगियों के लिए अधिकृत
सोनी हॉस्पिटल ,रामस्नेही चिकित्सालय ,अरिहंत हॉस्पिटल, कृष्णा हॉस्पिटल, केशव पोरवाल हॉस्पिटल ,बृजेश बांगड मेमोरियल हॉस्पिटल, स्वास्तिक हॉस्पिटल और सिद्धिविनायक हॉस्पिटल है ।
इनके अलावा निजी अस्पतालों में बीएमएस मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल को भी अधिकृत किया गया है तथा साथ ही कुछ छोटे हॉस्पिटल भी हैं जिनको भी कोरोना पॉजिटिव रोगी के उपचार के लिए स्वीकृति देकर निर्देशित किया जा रहा है।
सरकारी स्तर पर यह व्यवस्था
महात्मा गांधी हॉस्पिटल 220 आयुष हॉस्पिटल 100 बेड अंबेश गुरु 100 बेड है ।