Alwar।देश सहित पूरे प्रदेश मे कोरोना वायरस की दूसरी लहर की सुनामी ने हा-हाकार मचा रखा है । पाॅजिटिव रोगियों की बढती संख्या के कारण सरकारी अस्पतालों मे पलंग भर गए है और निजी अस्पतालों मे कुछ प्रतिशत पंलग कोविड रोगियों को स्थानीय प्रशासन को दिए बाकी में निजी अस्पताल संचालक लूटखसोट कर रहे है ।
लेकिन राजस्थान मे एक ऐसा मानवीययता रखते हुए कमाई की परवाह न करते हुए निजी अस्पताल के मालिक ने पूरा अस्पताल कलेक्टर को सौंप दिया यही नही अस्पताल का मालिक स्वंय अस्पताल मे साफ सफाई तक रहा है । ऐसे शख्स से अन्य निजी अस्पतालों के मालिको को सीख लेनी चाहिए ।
अलवर के चिकानी रोड स्थित लॉर्ड्स हॉस्पिटल के मालिक मनोज चाचान ने प्रदेश मे कोरोना कच भयावहता और पाॅजिटिव रोगियो की बढ़ती संख्या को देखते हुए कलेक्टर के आग्रह पर उन्होंने अपना पूरा हाॅस्पिटल अलवर प्रशासन को सौंपा है। अब यह अलवर का कोरोना डेडिकेटेड हाॅस्पिटल हो गया है।
मुख्य रूप से कोरोना के मरीजों को यहीं इलाज मिलेगा। प्रशासन को अस्पताल सौंपने से पहले खुद मनोज चाचान इसकी साफ-सफाई में लग गए। वे बिल्डर भी हैं। यूनिवर्सिटी व कॉलेज भी चलाते हैं। हॉस्पिटल के सफाईकर्मियों की मनोज चाचान ने सफाई के काम की गति धीमी देखी तो खुद ही वाइपर-बाल्टी उठा ली।
पहले बरामदे को साफ किया। इसके बाद शौचालय की सफाई में जुट गए। फिर वार्डों में सफाई की। उन्हें देखकर सफाईकर्मी भी जोर-शोर से जुट गए। करोडपति अस्पताल मालिक की सहजता और सह्दयता खो देखकर सभी आभीभूत हो गए । वास्तव मे अस्पताल मालिक हो तो ऐसा । प्रदेश के अन्य बडे- बडे निजी अस्पताल मालिको को चाचान से सीख लेनी चाहिए ।
इस अस्पताल को प्रशासन ने कोरोना की पहली लहर में भी एक्वायर किया था। उस समय भी मनोज चाचान ने कलेक्टर के कहने के तुरंत बाद इसे अस्पताल प्रशासन को सौंप दिया था।