Tonk News(फ़िरोज़ उस्मानी)। भीलवाड़ा से प्रयागराज में गंगा स्नान के लिए निकली हनुमान भगवान की प्रतिमा आज टोंक पहुची। जहां भक्तों का तांता लग गया। लोगों ने फूलमालाएं चढ़ाई। ये प्रतिमा
64 टन वजनी और 28 फीट लम्बी है। यह प्रतिमा 21 सौ किलोमीटर का प्रयागराज तक का सफर एक माह में तय करके वापस भीलवाड़ा लौटेगी। उसके बाद इस प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की जायेगी।
श्रीराम सेवा संस्थान के अध्यक्ष शांतिप्रकाश मोहता का कहना है कि यह यात्रा भीलवाड़ा से चित्तौडगढ, बिजौलिया, कोटा से झांसी होते हुए प्रयागराज पहुंचेगी। जहां पर गंगा स्नान करके वापस यह भीलवाड़ा लौटेगी। उसके बाद भीलवाडा के पास ही इस प्रतिमा की स्थापना की जायेगी। इस प्रतिमा को बनाने के लिए 40 लाख रूपये की लागत से बनायी गयी है।
उल्लेेखनीय है कि बालाजी की 28 फीट की विशाल प्रतिमा चार साल पहले दौसा जिले के सिकंदरा से लाई गई थी। इस प्रतिमा को मंगलपुरा स्थित हाथीभाटा आश्रम में रखवाया गया था। यात्रा से पूर्व प्रतिमा का रंगरोगन करवाया गया और रथ से संकटमोचन हनुमान मंदिर लाया गया और श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ रखा गया।
महंत बाबूगिरी महाराज ने बताया कि यात्रा गंगापुर, नाथद्वारा, चित्तौडगढ़, झांसी होते हुए प्रयागराज पहुंचेगी जहां गंगा-जमुना-सरस्वती के संगम पर स्नान कराया जाएगा।
इसके बाद प्रयागराज में लेटे हुए हनुमान मंदिर में हवन व पूजा की जाएगी। इसके बाद प्रतिमा वापस भीलवाड़ा के लिए रवाना होगी।