अभिभावकों ने जिला शिक्षाधिकारी व उपखण्ड अधिकारी को की शिकायत।उपखण्ड अधिकारी ने दिए तुरन्त जांच के निर्देश।
विद्यालय आने के बाद स्कूल समय मे बे- रोक -टोक निकल जाते है विद्यार्थी
बिगड़ा अनुशासन , विद्यालय के गेट पर ही चलाते रहते है मोबाइल, अभिभावकों ने जताई नाराजगी।
तहसीलदार ने की जांच, थानाधिकारी ने बालिकाओं को दी सुरक्षा व यातायात नियमों की जानकारी।
अलीगढ, (शिवराज मीना)। सरकार जहां अच्छी गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवाने का ढिंढोरा पीट रही है वहीं विद्यालयों में स्टाफ की लापरवाही के चलते सरकार के वादे झूठे एवं थोथे साबित होते नजर आ रहे हैं। जहां अभिभावक अपने बालकों विद्यालय में भिजवाकर यह आशा करते है कि उनके बालकों का भविष्य बन रहा है, लेकिन कई बालक विद्यालय में जाकर विद्यालय समय में बस्ता रखकर बाहर निकल जाते हैं और विद्यालय समय होने पर वापस बस्ता लेकर घर आ जाते हैं। इतना ही नहीं कई क्लास से खाली होने पर विद्यालय समय में ही विद्यार्थी घर तक आ जाते है, ऐसे में विद्यालय की व्यवस्था बिगड़ी हुई है ऐसे में बालकों का भविष्य कितना सुरक्षित है।

यह मामला अलीगढ के राजकीय सीनियर सेकण्डरी विद्यालय का है, जहां अनुशासन हालात बद से बदतर है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि विद्यालय के हालात यह है कि विद्यालय समय सुबह 8:00 बजे से लेकर दोपहर 2:00 बजे तक का विद्यालय का समय है लेकिन इस दौरान विद्यालय के विद्यार्थी बेरोक- टोक घूमते रहते हैं।
विद्यालय के आसपास के लोगों एवं अभिभावको का आरोप है कि विद्यालय समय में दर्जनों बालक विद्यालय के गेट के नजदीक बैठकर झुंड के झुंड मोबाइल चलाते रहते हैं, विद्यालय में बालकों का आना-जाना बना रहता है एवं विद्यालय स्टाफ किसी तरह का ध्यान नहीं रखते।

अभिभावकों ने विद्यालय के चारों ओर जानकारी लेना प्रारंभ की तो झुंड के झुंड विद्यार्थी स्कूल परिसर की ओर दौड़ते हुए नजर आए इस दौरान बालकों के हाथों में एंड्रॉयड मोबाइल थे।
अभिभावको की शिकायत मिलते ही उपखण्ड अधिकरी कैलाशचंद गुर्जर ने तुरन्त ही तहसीलदार गजानन्द जांगिड़ को जांच अधिकारी नियुक्त कर जांच रिपोर्ट पेश करने व अलीगढ़ थानाधिकारी सत्यनारायण चौधरी को बालिका विधालय में बालिकाओ के सुरक्षा की जानकारी के निर्देश प्रदान किये।
इधर आदेश के बाद तहसीलदार गजानंद जांगिड़ ने विद्यालय स्टाफ की बैठक बुलाकर पूरी जानकारी जुटाई है। इस दोहरान विद्यालय एसडीएमसी के सदस्य व अभिभावक भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने विद्यालय के विद्यार्थियों पर विद्यालय समय में बाजार में इधर-उधर घूमने व बालिकाओं पर फब्तियां कसने आदि के आरोप लगाए। जिसके बाद तहसीलदार ने सभी के बयान लेकर जांच रिपोर्ट बनाकर उपखंड अधिकारी को सौपने को कहा।
वही थानाधिकारी सत्यनारायण चौधरी ने बालिका विद्यालय में पहुंचकर बालिकाओं की सुरक्षा की जानकारी ली व यातायात नियमों की जानकारी दी।
इनका कहना है :-
इस बाबत जिला शिक्षाधिकारी खुशीराम रावत का कहना है कि मामले की जानकारी मिली है, जिसकी पूरी जांच करवाई जाएगी लापरवाह शिक्षकों के खिलाफ कार्यवाही होगी।
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