टोंक। शहर में संचालित अवैध बूचडख़ानों को सील नहीं बल्कि बुल्डोजर चलाकर नष्ट करने की मांग उठने लगी है। इसी ही मांग अवैध बूचडख़ाना हटाओ समिति की ओर से शनिवार को सांसद सुखबीरसिंह जौनापुरिया को ज्ञापन सौंपकर की गई है।
इसमें कहा कि शहर में अवैध रूप से बूचडख़ाना संचालित है। जबकि इसे हटाने के लिए 13 सितम्बर 2023 को सवोच्च न्यायालय ने भी आदेश जारी किया है। इससे पहले 24 अगस्त 2018 को नगर परिषद ने इसे सील भी कर दिया था, लेकिन यह अब तक अवैध रूप से चल रहा है।
इसका नुकसान यह हो रहा है कि आस-पास के क्षेत्र समेत समीप के गांवों में फैल रही बदबू से लोग परेशान है। ज्ञापन में समिति अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने बताया कि हाईवे किनारे स्थापित पशुवध ग्रह में बड़ी संख्या में पशुओं का वध किया जा रहा है।
टोंक शहर में चल रहे अवैध बूचडखानों पर लगाएंगे रोक, अवैध बूचड़खाना हटाओ समिति का किया गठन
इसे नष्ट कर उक्त भूमि को नियमानुसार आवासीय काम में लेने, पशुवध ग्रह के आस-पास अगे बबूलों को कटवाने की मांग की है। ताकि बबूलों की आड़ में किसी प्रकार का अवैध कार्य नहीं हो।
इस पर सांसद सुखबीरसिंह ने जिला कलेक्टर ओमप्रकाश बैरवा से दूरभाष पर बात की और समस्या का समाधान कराने को कहा। वहीं कुछ लोगों ने यह भी शिकायत की कि शहर में मंदिरों के समीप भी दुकानों लगी है। जिन पर मांस टांग का प्रदर्शित किया जाता है।
ऐसी बिना अनुमति की होटलों पर भी प्रतिबंध लगाने की मांग की है। इन पर कार्रवाई में कानूनी तौर पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। ज्ञापन देने वालों में दुर्गेश गुप्ता, धर्मचंद जैन, मुकेश, एडवोकेट विक्रम जैन, एडवोकेट विवेक शर्मा, देवीप्रकाश तिवाड़ी, विष्णु शर्मा, प्रभु बड़ोलिया आदि मौजूद थे।