पीपलू (ओपी शर्मा) । आपसी प्रेम और भाईचारे का प्रतीक रंगों का त्योहार धुलंडी शुक्रवार को पीपलू उपंखड मुख्यालय सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
होली के अवसर पर गुरूवार को क्षैत्र में कई स्थानों पर होलिका दहन का आयोजन किया गया। पीपलू, रानोली, सोहैला, जौला, कठमाणा, झिराना,हाडीकला, बोरखडीकला,सहित लोग सुबह से ही होलिका दहन करने की तैयारियों में जुट गए और देर शाम लगभग 7 बजे से अधिकांश स्थानों पर होलिका दहन का कार्यक्रम शुरू हो गया।
होलिका दहन से पूर्व महिलाओं ने परंपरा के अनुसार होली उसमें लगने वाले डांडे की विधिवत पूजा अर्चना कर होली को गोबर से बने बिलुड़ियां अर्पित की। होलिका दहन से पूर्व मोहल्ले के बुजुर्ग एवं युवा लोगों ने विधि विधान से पूजा कर होली जलाई।
इस अवसर पर लोगों ने खेतों से नई फसल की बालियों को होली में सेक कर खाने की परंपरा को भी निभाया।
अगले दिन शुक्रवार को धुलंडी का त्योहार बड़े हर्षोल्लास शांति पूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर पुलिस द्वारा भी अच्छी सुरक्षा व्यवस्था की गई। धुलंडी के दिन सुबह से ही हर आयु वर्ग के लोग हाथों में गुलाल, अबीर रंग लिए घरों से निकल पड़े।
साम्प्रदायिक सद्भाव की मिसाल कायम करने वाले अनेक स्थानों पर मुस्लिम एवं हिन्दू भाईचारे के साथ एक दूसरे पर गुलाल लगा रहे थे। दोपहर तक चलने वाले इस त्योहार के बाद क्षैत्र के आसपास की बगीचियों, तालाब पर होली खेलने वाले बुजुर्ग, युवाओं का जमावड़ा शुरू हो गया।