टोंक (फ़िरोज़ उस्मानी) एटीएम मशीनों में तकनीकी खराबी कर बैंक से धोखाधड़ी कर करीब एक करोड़ रुपए की राशि की ठगी करने वाले यूपी के एक शातिर गैंग को पकड़ने में टोंक पुलिस को सफलता मिली है। कोतवाली थाना पुलिस फागी से प्रोडक्शन वारंट पर पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर टोंक लाई है।
आरोपी अन्य जिलों भी ऐसी वारदातों को अंजाम दे चुके है। पूरे मामले में बैंककर्मियों की उदासीनता भी सामने आई है, बैंककर्मियों की उदासीनता के चलते काफी समय बाद वारदात का पता लगा। जानकारी के अनुसार टोंक कोतवाली थानाधिकारी
जितेंद्र सिंह ने बताया कि कुछ माह पूर्व टोंक एसबीआई बैंक प्रबंधक शंकरलाल मीणा ने मामला दर्ज कराया था कि एसबीआई बैंक शाखा के विभिन्न एटीएम से छेड़छाड़ कर राशि निकाल ली गई। राशि निकालने के बाद भी आरोपियों ने बैंक में धोखाधड़ी कर ट्रांजेक्शन असफल होने की झूठी शिकायत कर धोखाधड़ी से एक करोड़ रुपये की ठगी कर ली। इस पर पुलिस ने जांच कर यूपी के एक गैंग के अवधेश कुमार, लालसिंह, दिवाकर, लोकेंद्र व सोनू को गिरफ्तार किया है।
एटीएम में एरर डाल देते थे
आरोपी इतने शातिर है कि एटीएम मशीन में एटीएम कार्ड डालकर ट्रांजेक्शन सफल होने से पूर्व ही एटीएम के पे विंडों के साथ छेड़छाड़ कर देते थे। इसके बाद मशीन एरर बता देती थी। लेकिन राशि का आहरण कर लेते थे। इसके बाद बैंक में राशि नही निकलने की शिकायत दर्ज करा देते। बैंक से भी राशि प्राप्त कर लेते।
बैंककर्मियों पर भी सवालियां निशान
एसबीआई बैंक प्रबंधक पर भी कई सवालियां निशान खड़े होते है, बैंक से धोखाधड़ी कर एक करोड़ रुपये की राशि की ठगी कर ली। उसके बावजूद भी बैंक कर्मियों को पता नही लगा। बैंककर्मियों की उदासीनता के चलते काफी समय बाद बैंक को इस गड़बड़ी का पता लगा तो बैंककर्मियों के हाथ पावँ फूल गए।