जयपुर
प्रदेश में होने जा रहे 52 निकायों के चुनाव की रणनीति बनाने को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट की अध्यक्षता में बुधवार को यहां पीसीसी में हुई पहली बड़ी बैठक में धारा-370 हटाने बाद बने माहौल का मुदï्दा छाया रहा। बैठक राज्य में सरकार के मंत्री, नेताओं और निकाय कमेटी के सदस्य मौजूद थे। बैठक में पूर्व मंत्री दुर्रू मियां सहित कई नेताओं ने कहा कि धारा 370 को लेकर पार्टी को सही स्टैंड लेना चाहिए। नेताओं के अलग-अलग बयानों से कार्यकर्ता कंफ्यूज हो रहे हैं। साथ ही जनता में भी संदेश ठीक नहीं जा रहा है।
इस पर स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि स्थानीय निकाय के चुनाव मूलभूत सुविधाओं से जुड़े मुद्दों पर लड़े जाते हैं। इसलिए आवश्यक है कि क्षेत्र से संबंधित समस्याओं को ध्यान में रखते हुए जनता का विश्वास जीते। योग्य प्रत्याशी खड़ा करने में फोकस करेंगे तो जीत हमारी होगी। पा
यलट ने धारीवाल की बात का समर्थन करते हुए कहा कि निकाय चुनाव सरकार की छवि पर लड़े जाएंगे। जब हमारी सरकार नहीं थी तब भी हमारा प्रदर्शन अच्छा रहा था, अब तो सरकार भी हमारी है।
बैठक के बाद पायलट ने मीडिया से कहा कि सरकार की योजनाओं को लेकर हम जनता के बीच जाएंगे। पिछली बार हम विपक्ष में थे लेकिन निकाय चुनाव में हमने बेहतर प्रदर्शन किया था। इस बार निकाय चुनाव बड़ी चुनौती हैं। बैठक में टिकट वितरण को लेकर कई सुझाव आए हैं।
योग्य व्यक्तियों को टिकट देने की बात कही गई है। लिहाजा प्रदेशभर में टिकट वितरण को लेकर सर्वे करवाया जाएगा। स्थानीय मुद्दों की पड़ताल करवाई जाएगी। जिस व्यक्ति को टिकट मिलेगा पूरी कांग्रेस पार्टी उसके साथ एकजुटता से चुनाव लड़ेगी। ब्लॉक और जिला स्तर पर कमेटियों को निर्देशित किया गया है कि स्थानीय मुद्दों के आधार पर घोषणा-पत्र तैयार किए जाएं।
कांग्रेस पार्टी चाहती है कि सितंबर में यह पूरी कार्रवाई कर ले ताकि चुनाव की तैयारियों को समय रहते अंजाम दिया जा सके। सभी मंत्री प्रदेश के जिलों के दौरे के समय जिला कांग्रेस कमेटियों के कार्यालय जाकर स्थानीय नेताओं और जनता से मुलाकात कर जनहित में फैसले लें तथा स्थानीय समस्याओं के निस्तारण के लिए काम करें।
परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा धारा 370 को लेकर कोई कंफ्यूजन नहीं है। उस समय के हालात के अनुसार धारा 370 को लगाना जरूरी था। भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में धारा 370 के मुद्दे को शामिल किया था इसे हटा कर जनता पर कोई अहसान नहीं किया है। लेकिन जिस तरह का प्रोपेगेंडा किया जा रहा है,वह गलत है। विपक्ष और अन्य दलों को भरोसे में नहीं लिया गया।
ये रहे मौजूद
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