प्रदेश के 10 जिलो में नए मेडिकल कालेज खोलने के लिए राज्य सरकार जल्द ही एक प्रस्ताव बनाकर केन्द्र सरकार को भेज रही है। केन्द्र की योजना के तहत 300 बेड की क्षमता वाले अस्पतालों में मेडिकल कालेज खोलने की घोषणा के बाद हरकत में आए चिकित्सा शिक्षा विभाग ने इस पर काम भी शुरू कर दिया है। इसके लिए 10 जिलो में जिला कलक्टरों से मेडिकल कालेज के लिए भूमि चिह्निïत करने के लिए कहा गया है। इस कडी में करीब 7 जिलो में तो जिला कलक्टर ने दो से तीन स्थान चिह्निïत कर भेज दिए हैं। अब जल्द ही एक स्थान को तय कर केन्द्र को इसका प्रस्ताव भेजा जाएगा।
प्रदेश के 10 जिलो में नए मेडिकल कालेज खोलने के बाद राज्य में मेडिकल कालेजों की संख्या भी 25 तक पहुंच जाएगी। आपको बता दें कि पहले 7 संभाग मुख्यालयों पर ही मेडिकल कालेज थे और पूर्ववर्ती भाजपा शासन के दौरान वर्ष 2017-18 में 8 नए मेडिकल कालेज खोले गए थे। ऐसे में फिलहाल राज्य में 15 मेडिकल कालेज हैं और राज्य सरकार 10 नए कालेज खोलने जा रही है। प्रदेश में गंगानगर, बारां, अलवर, सिरोही, चित्तौड, बांसवाडा, बूंदी, नागौर, करौली और जैसलमेर में यह नए कालेज खोलने की तैयारी है।
इन 10 मेडिकल कालेजो में से 7 तो केन्द्र सरकार की 300 बैड वाले जिला अस्पताल को कालेज बनाने की योजना के तहत और नागौर, करौली व जैसलमेर को पिछडा जिला मानते हुए खोले जा रहे हैं। योजना के तहत नए मेडिकल कालेज खोलने के लिए प्रति कालेज 325 करोड रुपए का खर्च आएगा जिसमें 60 प्रतिशत राशि केन्द्र सरकार वहन करेगी।