आसींद/संवादाता निसार अहमद । नवकार महामंत्र की महिमा अपरम्पार है। इसका अनुष्ठान करने से व्यक्ति की दशा और दिशा दोनो बदल जाती है, व्यक्ति का जीवन सार्थक हो जाता है।श्रेष्ठ समय वो है जो सत्संग में बीता हो, श्रेष्ठ व्यक्ति वो है जो ठोकर खा कर सुधर जाता है।
श्रेष्ठ कार्य वो है जो धर्म का हो। चातुर्मास धर्म की सीजन लेकर आता है इस दौरान तप त्याग साधना, दान करने का अच्छा अवसर मिलता है। आसींद की धरा पर 124 सप्ताह से जो हर रविवार को नवकार महामंत्र के सामूहिक जाप की कड़ी चल रही है जो एक अनुकरणीय है इससे आस पास के संघों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए। उक्त विचार मरुधरा ज्योति कमल प्रभा ने महावीर भवन में आयोजित धर्मसभा में व्यक्त किए।
साध्वी लब्धि प्रभा ने धर्म सभा में कहा कि धर्म साधना करने के लिए समय निकालना पड़ता है। हमारी आत्मा की हिफाजत हमे खुद को करनी है। धर्म के कार्यों में रुचि एवम लगन पैदा करे। धर्म किया हुआ कभी भी व्यर्थ नहीं जाता है। नवकार महामंत्र के सामूहिक जाप में भाग्यशाली विजेता के रूप में
गोपाल लाल ,लादू लाल बड़ोला(पाटन वाले) दर्शन रांका, मंजू सांड, चांद मल चौधरी, कमला चौधरी रहे। बाहर से आने वाले संघ बदनोर, परासोली, परा, पाटन का स्थानीय संघ ने स्वागत किया।