राजस्थान में लाॅकडाउन क्यों जरूरी, हालात भयावह, घोषणा शीघ्र

Dr. CHETAN THATHERA

Jaipur ।राजस्थान में कोरोनावायरस की दूसरी लहर भयावह हो चुकी है और आने वाले 10 दिनों में संक्रमित रोगियों का आंकड़ा 10 गुना बढ़ सकता है और संक्रमण से मरने वालों की संख्या भी काफी तादात में हो सकती है जिस का आकलन करना असंभव है।

सरकार सारे प्रयास कर सकती है लेकिन संक्रमण खेलने और संक्रमित होने के बाद संक्रमित रोगियों की संख्या के आगे वह सारे प्रयास सेल साबित हो सकते हैं और इस खतरनाक महामारी की दूसरी लहर को तोड़ने के लिए और फैलने से रोकने के लिए 15 दिन का सख्त लॉकडाउन बहुत जरूरी है

यह विचार आज शाम को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंत्रिमंडल के सदस्य और चिकित्सा विभाग के एक्सपर्ट विशेषज्ञ उत्तर प्रशासनिक अधिकारियों के दिन भर चली बैठक और शाम को हुए लाइव विचार विमर्श मैं निकल कर आए हैं और सरकार इस पर निर्णय लेते हुए आज देर रात तक प्रदेश में 30 अप्रैल तक सख्त लॉक डाउन की घोषणा कर सकती है ।

कल रात को मुख्यमंत्री आवास पर चली 3 घंटे की बैठक उसके बाद आज सवेरे मंत्रिमंडल के साथ मुख्यमंत्री आवास पर हुई फिर 3 घंटे की बैठक और शाम को ओपन चर्चा मैं एक्सपर्ट द्वारा बताया गया कि कोरोना महामारी की यह दूसरी लहर जिस गति से फैल रही है।

उससे आने वाले दिनों में राजस्थान में 30 अप्रैल तक कोरोना पॉजिटिव रोगियों की संख्या 1 लाख 30,000 पार कर सकती है और इससे संक्रमित मरने वालों की संख्या भी बहुत अत्यधिक होगी ।

हालात ये हो जाएंगे कि प्रदेश के अस्पतालों में रोगियों को भर्ती करने के लिए सरकार के द्वारा व्यापक इंतजाम के बाद भी पलंग खाली नहीं मिलेंगे ऑक्सीजन की कमी हो जाएगी और एंबुलेंस और स्ट्रेचर पर ही लोग तो दम तोड़ने लग जाएंगे ।

राजस्थान में भी अमेरिका यूके ब्रिटेन जैसे हालात जो वहां दूसरी लहर से हुए थे ऐसे हो सकते हैं और इस हालात को रोकने के लिए इन देशों में सत्य लोग डाउन लगाया गया था तब जाकर वर्तमान में भी वहां हालात नियंत्रण में आए हैं ।

चिकित्सा विभाग के सभी एक्सपर्ट चिकित्सकों का कहना था कि जिस गति से पिछले 4 दिनों के दौरान वायरस से संक्रमित रोजे की संख्या बढ़ी है और ऑक्सीजन तथा अस्पतालों में वेंटिलेटर की जरूरत पड़ी है और यही स्थिति रोगियों के बढ़ने की रही तो आगामी 11 दिनों में ऑक्सीजन पलंग और वेंटिलेटर की मांग मांग जबरदस्त बढ़ जाएगी जिसकी पूर्ति कर पाना असंभव सा हो जाएगा।

विशेषज्ञों का मत था कि कोरोनावायरस का जो पहली लहर थी उसमें 60 साल से ऊपर की आयु वालों को यह वायरस संक्रमित करते हुए मौत के आगोश में ले रहा था लेकिन वायरस की है दूसरी लहर अब 22 साल से लेकर 45 साल तक के आयु वालों को तेजी के साथ संक्रमित करते हुए जानलेवा तभी तो रही है ।

इन बैठकों और ओपन चर्चा के दौरान चिकित्सा विशेषज्ञों ने बताया कि कोरोनावायरस महामारी की यह दूसरी लहर इतनी घातक है कि 80% लोगों में लोगों में कोरोना के लक्षण दिखाई नहीं देते लेकिन वह संक्रमित भाई जा रहे हैं और ऐसे व्यक्तियों के कारण यह वायरस तेजी से फैल रहा है ।

हवा मे फैल लहा बै वायरस

चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार परीक्षण के बाद पाया गया कि अब यह वायरस हवा में फैल रहा है विशेषज्ञों का मानना था की हवा में इस तरह फैलता है जैसे एक संक्रमित व्यक्ति जिस में संक्रमण के लक्षण नहीं है लेकिन वह संक्रमित है और वह बिना मासिक के घूम रहा है आपसे बात कर रहा है तो वह व्यक्ति अपने उस आसपास के परिधि को कोरोना वायरस से संक्रमित कर देता है।

हवा में और इस तरह हवा का वायरस अन्य लोगों को संक्रमित कर रहा है इसलिए मास्क लगाना ही इस संक्रमण को रोकने का एक सबसे बड़ा उपाय भी है ।

सूत्रों के अनुसार कल रात से लेकर आज शाम तक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ मंत्रियों और विशेषज्ञों के साथ हुई बैठ के और मंथन तथा शाम को ओपन चर्चा के बाद सब की एकमात्र आई थी कि इस कोरोनावायरस

महामारी की दूसरी लहर की भयावहता से बचने और रोकने का एक ही विकल्प है कि राजस्थान में 14 दिन का सख्त लॉकडाउन लगाया जाए और मास्क सोशल डिस्टेंसिंग की सख्ती से पालना कराई जाए जान है तो जहान है के मूल मंत्र को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज रात तक राजस्थान में 14 दिन के लॉक डाउन की औपचारिक घोषणा कर सकते हैं

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम