जयपुर
निकाय चुनावों का रण फतह करने के लिए भाजपा ‘मोदी कार्डÓ और कांग्रेस सरकार की विफलताओं को लेकर जनता में जाएगी। इसके साथ ही मतदान से पहले बूथ को पूरी तरह से मजबूत करना सुनिश्चित करेगी।
बुधवार को यहां प्रदेश भाजपा कार्यालय में हुई निकाय चुनाव प्रबंधन कार्यशाला में चुनावी रणनीति पर मंथन किया। बैठक में तय किया गया कि निकाय चुनावों में लचर कानून व्यवस्था, आमजन के काम नहीं होने, आए दिन होने वाली साम्प्रदायिक घटनाएं सहित अन्य मुद्दों को लेकर कांग्रेस सरकार को घेरेंगे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यों तथा उनकी योजनाओं को जनता के बीच जाकर भुनाया जाएगा। बैठक में कहा गया कि मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण कार्य पर कड़ी निगरानी रखें । जहां सत्ता का दुरूपयोग हो वहां पर मजबूती से विरोध में खड़ा रहना है। जन समस्याओं को लेकर जनता के साथ खड़ा रहना है।
बुधवार को यहां प्रदेश भाजपा कार्यालय में हुई निकाय चुनाव प्रबंधन कार्यशाला में चुनावी रणनीति पर मंथन किया। बैठक में तय किया गया कि निकाय चुनावों में लचर कानून व्यवस्था, आमजन के काम नहीं होने, आए दिन होने वाली साम्प्रदायिक घटनाएं सहित अन्य मुद्दों को लेकर कांग्रेस सरकार को घेरेंगे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यों तथा उनकी योजनाओं को जनता के बीच जाकर भुनाया जाएगा। बैठक में कहा गया कि मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण कार्य पर कड़ी निगरानी रखें । जहां सत्ता का दुरूपयोग हो वहां पर मजबूती से विरोध में खड़ा रहना है। जन समस्याओं को लेकर जनता के साथ खड़ा रहना है।
भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने कहा है कि निकाय लोकतन्त्र की सबसे छोटी और महत्वपूर्ण इकाई है। उन्होंने कहा कि कोई लड़ाई छोटी नहीं होती, हर चुनाव को पूरी ताकत और मेहनत के साथ लड़ेंगे तथा निश्चित रूप से पिछली बार की तरह इस बार भी निकाय चुनावों में भाजपा का परचम फ हराएंगे।
उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि गहलोत सरकार सत्ता का दुरूपयोग कर रही है। महिलाओं और बच्चियों पर अत्याचारों में प्रदेश तीसरे नम्बर पर आ गया है। मुख्यमंत्री खुद गृह मंत्री है, बावजूद पिछले 6 माह में साम्प्रदायिक तनाव की कई घटनाएं हो चुकी है। सरकार जनप्रतिनिधित्व को डराने और उनको प्रताडि़त करने में लगी है। उन्होंने कहा कि हम इस स
उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि गहलोत सरकार सत्ता का दुरूपयोग कर रही है। महिलाओं और बच्चियों पर अत्याचारों में प्रदेश तीसरे नम्बर पर आ गया है। मुख्यमंत्री खुद गृह मंत्री है, बावजूद पिछले 6 माह में साम्प्रदायिक तनाव की कई घटनाएं हो चुकी है। सरकार जनप्रतिनिधित्व को डराने और उनको प्रताडि़त करने में लगी है। उन्होंने कहा कि हम इस स