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  • इंजन का पंखा ठीक करने कुए में उतरे युवक की जहरीली गैस के दम घुटनें से हुई मौत

     

    मौजूद ग्रामीणों ने मृतक को कुऐं में उतरकर निकालने की कोशिश की

     

    अलीगढ़, (शिवराज मीना)। उनियारा उपखण्ड के उप तहसील मुख्यालय सोप के मोहम्मदपुरा गांव में शुक्रवार को कुऐं पर इंजन के पंखे को ठीक करने उतरे युवक की दम घुटने से मौत हो गई।

    ग्रामीणों की सूचना से सोप थानाधिकारी तेजाराम मय पुलिस जाब्ते के घटनास्थल पर पंहुचे, बाद में थानाधिकारी की सूचना पर पुलिस उपाधीक्षक उनियारा विजय कुमार व तहसीलदार गजानंद जांगिड़ सहित राजस्व विभाग के कर्मचारियों ने भी मौके पर पंहुचकर घटना की जानकारी ली।

    सोप थानाधिकारी तेजाराम चौधरी ने बताया कि थाना क्षैत्र के मोहम्मदपुरा गांव निवासी शहजाद देशवाली (37) पुत्र नन्हे खां की कुऐं में उतरकर इंजन का पंखा ठीक करने के दौरान जहरीली गैस से दम घुटने के कारण पानी में गिरने से मौत हो गई। जानकारी के अनुसार मृतक शहजाद दोपहर 2 बजे के लगभग कुऐं में इंजन का पंखा ठीक करने के लिये उतरा था।

    उस दौरान कुऐं में जहरीली गैस के दम घुटने से पानी में गिरने से शहजाद की मौके पर ही मौत हो गई। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने मृतक को कुऐं में उतरकर निकालने की कोशिश की, लेकिन कुऐं में जहरीली गैस का असर होने से उसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने टोंक से गोताखोर टीम को बुलाया। लेकिन काफी समय गुजर जाने के बाद भी गोताखोरों के नहीं आने पर ग्रामीणों ने ही अपने स्तर से संसाधन जुटाकर तीन घंटे की बड़ी मशक्कत के बाद मृतक को खाट, रस्सियों व सोहरे के तार कुंदों के सहारे कुऐं से बाहर निकाला।

    उसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों व सोप थाना पुलिस मृतक युवक को पोस्टमार्टम के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अलीगढ़ पर लाये। जहां पर पुलिस ने मृतक का पंचनामा बनाकर मेडिकल टीम से पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया।
    उधर ग्रामीणों ने बताया कि मृतक शहजाद के दो लड़के व एक लड़की हैं, घटना से मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं घटना से मोहम्मदपुरा गांव में मातम सा छा गया।

  • श्री महामंडलेश्वर आश्रम करीरिया व हरभावता आश्रम में धूमधाम से मनाई श्री गुरु पूर्णिमा

     

    निवाई । (विनोद सांखला) । लालसोट दोसा हाइवे रोड स्थित हरभावता आश्रम एवं बोली रोड़ स्थित महामंडलेश्वर करीरिया आश्रम में गुरु पूर्णिमा बड़ी धूमधाम के साथ मनाई गई। इस अवसर पर हरभावता आश्रम श्री बालकानन्द जी महाराज ने कहा कि जो गुरु वचनों पर विश्वास करता है, उसके जीवन में मंगल ही मंगल होता है।

    भारी बारिश के बावजूद यहां देश दुनिया से हजारों की संख्या में भक्तगण जुटे।जिन्होंने गुरु के प्रति अपनी निष्ठा जताई। इस अवसर पर महामंडलेश्वर करीरिया आश्रम के श्री कर्मानंद जी महाराज ने कहा कि श्री महामंडलेश्वर भजनानंद जी गिरी महाराज की समाधि स्थल पर पूजन एवं प्रार्थना की। वहीं भक्तों ने महामंडलेश्वर से अर्चना एवं प्रार्थना की।


    महाराजश्री महामंडलेश्वर के गदापति कर्मानंद जी ने अपने प्रवचन में कहा कि गुरु भगवान नहीं हैं, लेकिन भगवान ने गुरु को अपने से बड़ा बना दिया है। भगवान भी गुरुतत्व से बंध गए कि वह अपने शिष्य को जो भी वादा करेगा, उसे भगवान अवश्य ही पूरा करेंगे। उन्होंने अनेक उदाहरणों के माध्यम से समझाया कि गुरु की शिक्षाओं पर अटूट विश्वास रखने वाले को परमात्मा भी मिलते हैं और उनकी कृपा भी प्राप्त होती है। ऐसे भक्त मुक्ति के अधिकारी हो जाते हैं।


    इस अवसर पर आश्रम में टोक सवाईमाधोपुर सांसद सुखवीर सिंह जोनापुरिया ,स्थानीय विधायक हीरालाल रेगर, टोक विधायक अजित सिंह मेंहता, अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष विकेश खोलिया, टोक प्रधान जगदीश गुर्जर, सतीश चदेंल,महामंत्री सावरिया सोनी, कांग्रेस प्रदेश सचिव प्रशांत बैरवा,देवली प्रधान शकुंतला वर्मा, भाजपा युवा मोर्चा महामंत्री विनोद सांखला, कांग्रेस की पुर्व प्रधान अल्का बैरवा, जिला परिषद सदस्य मणिन्द्र लोदी, निवाई प्रधान चन्द्रकला मांगीलाल गुर्जर, पुर्व विधायक कमल लोदी, रामबिलास लांगड़ी लुनेरा, एड़वोकेट दयाराम गुर्जर, छात्र नेता अशोक लागड़ी आदि ने भी गुरु महाराज के प्रति अपनी आस्था का प्रकटन किया।

    यहां क्षेत्र के मशहूर गायको ने सुमधुर भजनों पर भक्तों को जमकर झुमाया। हजारों की संख्या में भक्तों ने आशीर्वाद, प्रसाद एवं भोजन प्रसाद प्राप्त किया। कार्यकर्ताओ ने आश्रम की जिम्मेदारी संभाल रहे थे ।

  • जनता को साथ लेकर काम करेगी शिव सेना – राज्य प्रमुख राजकुमार गोयल

    जनता को साथ लेकर काम करेगी शिव सेना – राज्य प्रमुख राजकुमार गोयल

    जयपुर से कोटा जाते समय शिव सेना के कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह किया भव्य स्वागत

     

     

    टोंक( रवि सैनी )। शिवसेना के राजस्थान राज्य प्रमुख राजकुमार गोयल ने कहा कि वर्तमान में जो देश के हालात है वो किसी से छुपे हुये नहीं है, उन हालातों को बदलने के लिये आम जनता को अपने साथ लेकर शिव सेना काम करेगी।

    शिवसेना राज्य प्रमुख राजकुमार गोयल शुक्रवार को जयपुर से कोटा जाते समय टोंक जिला मुख्यालय की सीमा माता वैष्णों देवी मंदिर के यहां शिवसेना के पक्ष प्रमुख उद्वव ठाकरे के जन्मदिवस पर आयोजित कार्यक्रम में एवं स्वागत के दौरान शिवसेनिकों को सम्बोधित कर रहे थे।

    राज्य प्रमुख राजकुमार गोयल ने कहा कि शिव सेना वो संगठन है जिसका हर शिव सैनिक राजनीति से ज्यादा समाजसेवा से जुड़ा है ओर हिन्दुत्व की भावना के साथ भारतीय संस्कृति को आगे बढ़ाने का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि शिव सेना संगठन पिछड़े ओर गरीब की सेवा के लिये समर्पित है, शिव सेना को मजबूती के साथ खड़ा करने के लिये सभी शिव सैनिकों को एकजुटता के साथ लोगों को जोडऩा है, ओर उस लक्ष्य को हासिल करना है, जिसका संकल्प लेकर कार्यकर्ता शिव सेना से जुड़ा है। आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर गोयल ने कहा कि शिवसेना इस बार राजस्थान में दोनो प्रमुख दलों के सामने अपने उम्मीदवार उतारकर जनता की समस्याओं ओर प्रदेश के विकास के नाम पर चुनाव लडेगी।

    उन्होने शिव सेना के हाथ मजबूत करने की बात पर जोर देते हुये कहा कि शिव सैनिक सदस्यता अभियान शुरू करे ओर जिला, तहसील, ग्राम पंचायत के साथ गांव- ढाणी में जाकर शिव सेना के बारे में जानकारी देकर लोगों को जोड़े।

    राजस्थान राज्य उप सम्पर्क प्रमुख बद्री नारायण बडेसा ने कहा कि भाजपा सरकार हर मोर्चे पर विसफल साबित हुई है, सरकार जनता से दूर है अगर राजस्थान की बात करे तो प्रदेश के युवा नौकरी के लिए भटक रहे हैं। यही नहीं सूबे की मुख्यमंत्री एक महिला होने के बाद भी राजस्थान में महिलाओं पर अत्याचार लगातार बढ़ रहा है कानून व्यवस्था बिगड़ रही है लेकिन कोई अंकुश सरकार नहीं लगा पा रही है। राज्य प्रमुख राजकुमार गोयल के साथ प्रदेश सचिव राजेश यादव, शिवसेना प्रदेश नेता व भारतीय कामगार सेना के प्रभारी रमेश चन्द सैनी रहमानदिया, प्रदेश मीडिया प्रभारी मुकेश बावलिया, प्रदेश सहसंगठन सचिव किशोर एच कपूर, प्रदेश कार्यालय प्रभारी रामअवतार जागिंड, अलवर उपजिला प्रमुख नन्द सिंह, पुरषोंत्तम लाल गुप्ता जयपुर, राधाबल्लभ गर्ग जयपुर ने भी विचार व्यक्ति किये।

    राज्य प्रमुख राजकुमार गोयल सहित अन्य शिवसेना प्रदेश पदाधिकारियों का टोंक जिला प्रमुख पाँचूलाल सैनी ने टोंक जिले की सीमा काथून पहुंच कर सभी का स्वागत करते हुये टोंक पहुंचे जिसके बाद निवाई में तहसील अध्यक्ष भरत मरेठा के नेतृत्व, बनास नदी स्थित माता वैष्णों देवी मंदिर के नीचे जिलाध्यक्ष पांचूलाल सैनी के नेतृत्व में शिव सैनिकों ने भव्य स्वागत किया तथा शिवसेना के पक्ष प्रमुख उद्वव ठाकरे के जन्मदिवस पर आयोजित गौशाला में चारा वितरण किया, जिसके बाद रैली के रूप में वहां से रवाना हुये। इस मौके पर राजकुमार गोयल समेंत अन्य शिवसेना के प्रदेश पदाधिकारियों का पक्का बंधा पर अजय राजौरा, बम्बोर रोड पुलिया पर तहसील अध्यक्ष राजेन्द्र गुप्ता के नेतृत्व, होटल शीतल, राजमीडवे सहित कई जगहों पर माला पहना एवं साफा बंधवाकर ढोल-नगाडों के साथ स्वागत किया।

    इस अवसर पर उपजिला प्रमुख मोहन लाल बागडी, नोकेश नामा, नरेश सोनी, धनराज पांचाल, लोकेश जैन, राजेश व्यास, जितेन्द्र, अनिल गुर्जर, धनराज कुमार, किशन खण्डेलवाल, अर्जुन धामनिया, राजेश प्रजापत, राजाराम गुर्जर, शिवांश दुबे, बद्रीलाल जाट, गणेश धोबी, जीतू, शंकर, अजय सैनी, सत्यन्द्र मीना, अजय चंदेल, महावीर चैनपुरा, आशीष, अक्की, रामराज, विमल कुमार, लोकेश सैनी, विनोद सहित कई शिव सैनिक मौजूद रहे।

  • सुराज गौरव यात्रा का नाम हुआ राजस्थान गौरव यात्रा

    सुराज गौरव यात्रा का नाम हुआ राजस्थान गौरव यात्रा

    अमित शाह राजस्थान गौरव यात्रा को चारभुजानाथजी मंदिर से हरी झंडी दिखाएंगे

    जयपुर। राजस्थान बीजेपी की ओर से प्रदेश में 4 अगस्त से निकाले जाने वाली सुराज गौरव यात्रा का नाम बदलकर अब राजस्थान गौरव यात्रा कर दिया गया है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह राजस्थान गौरव यात्रा को चारभुजानाथजी मंदिर से हरी झंडी दिखाएंगे। यह कार्यक्रम 40 दिन अनवरत चलेगा। सितंबर में मोदी अजमेर में इसके समापन पर एक रैली को संबोधित करेंगे। अब सुराज गौरव यात्रा का नाम बदलकर राजस्थान गौरव यात्रा कर दिया गया है।

    यात्रा का सिर्फ नाम बदला गया है। बाकी कार्यक्रम यथावत रहेगा। यात्रा के द्वारा प्रदेशवासियों को सरकार ओर से अपने सा?े 4 साल के कार्यकाल में किए गए कार्यों की जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 से प्रदेश के सभी संभागों पर पार्टी प्रचार प्रसार भी कर लेगी।

    ये रहेगा यात्रा का रूट

    राजस्थान गौरव यात्रा कार्यक्रम इस तरह रहेगा। 4 अगस्त को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह यात्रा को रवाना करेंगे। इस दौरान दो लाख लोगों की जनसभा होगी। 4 से 10 अगस्त तक उदयपुर संभाग में राजस्थान गौरव यात्रा निकाली जाएगी। इसके बाद भरतपुर संभाग में 16, 17, 19 व 20 अगस्त को, जोधपुर संभाग में 23 से 29 अगस्त तक, बीकानेर संभाग में 2 से 7 सितंबर तक, कोटा संभाग में 10 से 13 सितंबर तक, जयपुर संभाग में 16 से 20 सितंबर तक, अजमेर संभाग में 23, 24 और 26 से 30 सितंबर तक यात्रा निकाली जाएगी। यह यात्रा 40 दिनों में पूरी होगी। इन 40 दिनों में चार बार ब्रेक लिए जाएंगे।

  • जैन दर्शन में है गुरूपूर्णिमा का अधिक महत्व : संत सुधा सागर

     

    भगवान कभी भक्त को दुखी नहीं देख सकता , उसी प्रकार गुरु भी अपने शिष्य को दुखी नहीं देख सकता 

     

    गुरु पुर्णिमा पर हुआ विशेष कार्येक्रम 

     

    देवली/दूनी (हरि शंकर माली) । देवली उपखण्ड के श्री शांतिनाथ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र ‘सुदर्शनोदय’ तीर्थ आँवा मे चल रहे चातुर्मास मे मुनि पुंगव 108 श्री सुधा सागर जी महाराज ससंग ने गुरु पुर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओ को गुरु महिमा के बारे मे बताया । मुनि श्री ने गुरु ओर शिष्य के जीवन पर प्रकाश डालते हुवे बताया कि जैसे भगवान अपने भक्त को दुखी नहीं देख सकता उशी प्रकार गुरु भी अपने शिष्य को दुखी ओर निराश नहीं देख सकता। जैन धर्म में गुरू पूर्णिमा का विशेष महत्व है, इसमें गुरुओं को उच्च स्थान दिया गया है। इसलिए गुरु और उनके ज्ञान को कभी नही भूलना चाहिए। यह बात संत श्री 108 सुधा सागर महाराज ने गुरू पूर्णिमा पर अपने शिष्य सहित मौजूद भक्तों को प्रवचन देते हुए कही।

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    बगैर संस्कार शिष्य अधूरा:

    संत सुधा सागर ने कहा कि गुरु की महत्ता का प्रतिपादन करते हुए लिखा है- गुरु यानी वह अर्हता, जो अंधकार में दीप, समुद्र में द्वीप, मरुस्थल में वृक्ष और हिमखंडों के बीच अग्नि की उपमा को सार्थकता प्रदान कर सके। गुरू यदि शिष्य को संस्कार न दे तो शिष्य कभी ऊंचाई को प्राप्त नहीं कर सकता, जीवन में गुरू का बड़ा महत्वपूर्ण स्थान होता है यदि वे मार्ग न बताये तो मोक्ष की प्राप्ती नही हो सकती है। गुरू के शिष्य को कष्ट देने के भाव नहीं होते, उनके भाव तो आपको जैन दर्शन में प्रमुख स्थान दिलाने का होता है एक सुन्दर भूति बनाने का होता है।

    मुनिवर ने गुरु की महिमा बताते हुवे प्रवचन मे कहा की मनुष्य जीवन में माता पिता और गुरु का महत्व विश्व भर में सर्वोपरि माना जाता है । माता पिता का इसलिये कि वे हमें जन्म देते हैं और गुरु इसलिये कि गुरू ही वास्तव में हमे मानव, इन्सान, मनुष्य बनाते है मनुष्यता, मानवीयता या इन्सानियत के संस्कार देते हैं। इस प्रकार गुरु हमे दूसरी बार जन्म देते हैं।

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    भारत धर्म तथा संस्कृति प्रधान देश है और भारत ही क्या सारे विश्व में गुरू का स्थान ईश्वर के समान और कहीं कहीं तो ईश्वर से भी प्रथम पूज्यनीय बताया गया है। हमारी संस्कृति उन्हें केवल गुरु नहीं ‘‘ गुरू देव’’ कहती है। जैन धर्म में तो ‘‘गुरू की महिमा वरनी न जाय ‘‘ गुरूनाम जपों मन वचन काय‘‘ कहकर गुरू को पंच परमेष्ठि का स्थान दिया है। देव, शास्त्र, और गुरू की त्रिवेणी में करके ही मोक्ष महल में प्रवेश की पात्रता आती है और उसके फलस्वरूप संसार के आवागमन से मुक्ति मिलती है। गुरू हमारे जीवन से अज्ञान का अन्धकार मिटाकर एक नई दृष्टि देते हैं। उन्हीं की दृष्टि —यष्टि के सहारे हम ‘‘भव—वन’’ से सुरक्षित निकल कर इहलोक और परलोक सुधारते हैं

    जैनागम में गुरू शिष्य परम्परा की उस मंगलकारी घटना के कारण ही कैवल्य प्राप्ति के पश्चात तीर्थंकर भगवान महावीर की वाणी उनके महान शिष्य गौतम गणधर के माध्यम से जन सामान्य को उपलब्ध हुई।

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    जिसके द्वारा जीव परतंत्र किया जाता है वह कर्म है

    संत श्री सुधा सागर जी ने अपने प्रवचन मे कर्म की परिभाषा बताते हुवे कहा की जिसके द्वारा जीव परतंत्र किया जाता है वह कर्म है । इस कर्म के निमित्त से ही यह जीव इस संसार में अनेकों शारीरिक, मानसिक और आगंतुक दु:ख को भोग रहा है । जीव के साथ कर्मों का संबंध अनादिकाल से चला आ रहा है । कहा भी है — ‘‘जीव और कर्म का अनादि सम्बन्ध है जैसे कि सुवर्णपाषाण में मल-किट्ट और कालिमा खान से ही सम्बन्धित हैं । इन जीव और कर्मों का अस्तित्व स्वयंसिद्ध है ।’’ अर्थात् जीव का स्वभाव रागादिरूप परिणत होने का है और कर्म का स्वभाव रागादिरूप परिणमन कराने का है । इन दोनों का अस्तित्व भी ईश्वर आदि कर्ता के बिना ही स्वत: सिद्ध है । जिस प्रकार मदिरा का स्वभाव जीव को उन्मत्त कर देने का है और इसके पीने वाले जीव का स्वभाव उन्मत्त हो जाने का है, उसी प्रकार कर्मोदय के निमित्त से जीव का स्वभाव रागद्वेष रूप परिणमन करने का है और कर्म का स्वभाव जीव को विकारी बना देने का है ।

    जीव का अस्तित्व ‘‘अहं’’-‘‘मैं’’ इस प्रतीति से जाना जाता है तथा कर्म का अस्तित्व-जगत में कोई दरिद्री है तो कोई धनवान है इत्यादि विचित्रता को प्रत्यक्ष देखने से सिद्ध होता है । इस कारण जीव और कर्म दोनों ही पदार्थ अनुभव सिद्ध हैं ।

    चातुर्मास के दौरान मनाएंगे ये पर्व

    चातुर्मास के दौरान 27 जुलाई गुरु पूर्णिमा, 28 को वीर शासन जयंती, रक्षा बंधन, षोडशकारण व्रत, रोट तीज, चौबीसी व्रत, दशलक्षण महापर्व जिसे पर्युषण महापर्व मनाए जाएंगे। साथ ही सुगंध दशमी, अनंत चतुर्दशी, क्षमा वाणी पर्व सहित कई आयोजन भी होंगे। चातुर्मास के दौरान प्रतिदिन संतों की प्रवचन श्रृंखला भी चलेंगी।

    चार महीने एक स्थान पर करें साधना

    वर्षा ऋतु के चार महीने चातुर्मास पर्व मनाया जाता है। जैन धर्म में चातुर्मास का विशेष महत्व है। इस दौरान जैन धर्म के अनुयायी ज्ञान, दर्शन, चरित्र व तप की आराधना करते हैं। इस दौरान एक ही स्थान पर रहकर संत-मुनि साधना और पूजा पाठ करते हैं। जैन धर्म अहिंसा प्रधान धर्म हैं। चूंकि बारिश के मौसम में कई प्रकार के कीड़े, सूक्ष्म जीव-जंतु, जो आंखों से दिखाई नहीं देते हैं, वे सर्वाधिक मात्रा में सक्रिय हो जाते हैं। ऐसे में मनुष्य के चलने-उठने के कारण इन जीवों को नुकसान पहुंच सकता है। इस दौरान जैन साधु किसी एक स्थान पर ठहरकर तपस्या, प्रवचन करते हैं और जिनवाणी के प्रचार प्रसार को महत्व देते हैं। चातुर्मास जैन संतों के लिए शास्त्रों में नवकोटि विहार का संकेत है। भगवान महावीर ने चातुर्मास को “विहार चरिया इसिणां पसत्था’ कहकर विहार चर्या को प्रशस्त बताया है।

    महावीर की वाणी के तीन आधारभूत मूल्य

    महावीर की वाणी के तीन आधारभूत मूल्य- अहिंसा, अपरिग्रह और अनेकान्त हैं। ये युवाओं को आज की भागमभाग और तनाव भरी जिंदगी में सुकून की राह दिखाते हैं। महावीर की अहिंसा केवल शारीरिक या बाहरी न होकर, मानसिक और भीतर के जीवन से भी जुड़ी है। दरअसल, जहां अन्य दर्शनों की अहिंसा समाप्त होती है, वहां जैन दर्शन की अहिंसा की शुरुआत होती है। महावीर मन-वचन-कर्म, किसी भी जरिए की गई हिंसा का निषेध करते हैं। भगवान महावीर ने साधु, साध्वी, श्रावक और श्राविका- इन चार तीर्थों की स्थापना की। इसलिए वे तीर्थंकर कहलाए। यहां तीर्थ का अर्थ लौकिक तीर्थों से नहीं बल्कि अहिंसा, सत्य आदि की साधना द्वारा अपनी आत्मा को ही तीर्थ बनाने से है।

    महिलाओं को तीर्थ सुरक्षा का संकल्प लेना चाहिए

    आयोजित धर्मसभा में मुनि पुंगव सुधा सागर जी महाराज ने कहा कि महिलाओं को तीर्थ की सुरक्षा का संकल्प लेना चाहिए। महिलाएं तीर्थ की सुरक्षा करेंगी और कभी महिलाओं पर परेशानी आती है तो तीर्थ उनकी सुरक्षा करते हैं।

    मुनिश्री ने कहा कि मुनियों की वजह से आज जैन धर्म हमें मिला है। साधु को अगर हम बाहर से देखते हैं तो वह फक्कड़ नजर आता है और जब अंदर से देखते हैं तो अपार आनंद व शक्ति से भरे नजर आते हैं। हमारे प्राचीन साधु-संतों की तपस्या इतनी प्रगाढ़ होती थी कि उनके पसीने को अगर पत्थर पर डाल दिया जाए तो वह सोने का बन जाता था। उनके पांवों की रज माथे पर लगा लेने से बीमारियों से छुटकारा मिल जाता था। मुनिश्री ने कहा कि श्रावक को धर्म के क्षेत्र में कभी गरीब नहीं होना चाहिए। जो व्यक्ति व्यसनों में अपने धन को लगाता है और धर्म के मार्ग में लगाने के लिए वह गरीब बन जाता है तो वह अगले जन्मों में दरिद्री होता है।

    छात्र छात्राओ की भक्तिमय रंगारंग प्रस्तुति

    श्रवण कोठारी ने बताया की श्री सुधा सागर पब्लिक स्कूल के छात्र छात्राओ ने भक्तिमय रंगारंग प्रस्तुतिया भी दी जिसमे मंगलाचरण रिया एण्ड ग्रुप , सामुहिक न्रत्य इतिशा एण्ड ग्रुप, एकांकी दक्ष साह एण्ड ग्रुप, अंग्रेजी मे उध्भोदन सुहानी चंदेल एवं गुरु भक्ति पर सामुहिक न्रत्य अवनि एण्ड ग्रुप ने अपनी प्रस्तुतिया दी | महाराज श्री ने विध्यालय के छात्र छात्राओ को निरंतर अग्रसर हो अपना ओर विध्यालय का नाम रोशन करने का आशीर्वचन दिया |

    गन्धोदक व इसका महत्व

    संत श्री सुधा सागर महाराज ने गन्धोदक का महत्व बताते हुवे कहा की जैन धर्म में भगवान वो महापुरुष है जिन्होंने जीवन की सच्चाई को जानकर सांसारिक आडम्बरों से दूर रहकर जैनेश्वरी दिगम्बर मुद्रा धारकर स्वयं आत्मा में लीन होकर मोक्ष की प्राप्ति कर जन्म मरण के फेरों से मुक्ति पाई। प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ ऋषभदेव से चौबीसवें तीर्थंकर महावीर तक सभी तीर्थंकरों एवं अन्य जिनेन्द्र देव की मन्दिरों में विराजमान प्रतिष्ठित प्रतिमाओं का प्रतिदिन अभिषेक किया जाता है। अभिषेक के बाद के जल को गंधोदक कहते है। ‘जिनसंस्पर्शित नीर यह गंधोदक गुणखान’ अर्थात जिन प्रतिमाओं का स्पर्श किया हुआ जल गुणों की खान होता है। इसी गंधोदक की एक दो बूंद को बहुत आदर व श्रद्घा के साथ मस्तक पर लगाते है इस प्रक्रिया के दौरान निम्न श्लोक का उच्चारण करते है:

    निर्मलं निरमलीकरणं पावनम् पापनाशकम्
    जिन चरणोदकं वंदे अष्टकर्म विनाशनम्।

    अर्थात् यह गंधोदक निर्मल है, निर्मल कराने वाला है, पवित्र है, पाप नाश कराने वाला है। ऐसे गंधोदक को व जिनेन्द्र देव को वन्दन करके आठ कर्मो का नाश करने के लिये मस्तक पर धारण करता हूं।

    गंधोदक की मर्यादा 24 घन्टे की बताई गई व इसके बाद 2 -3 लोंग डाल देने से इसकी मर्यादा 48 घंटों की हो जाती है इससे भी अधिक समय पश्चात गंधोदक काम मे लेने के लिये मुनि श्री सुधासागर जी ने बताया कि शुद्घ खादी का या स्वदेशी सूती कपडा गंधोदक में भिगोकर सुखा ले, सूखने के बाद किसी स्वच्छ डब्बे में रख ले। जब भी गंधोदक की आवश्यकता महसूस करे तब इस कपड़े पर शुद्घ जल डालकर कपड़े को निचोड के गंधोदक की प्राप्ति होगी। उन्होंने यह भी कहा था कि कदाचित गंधोदक से रोग ठीक न हो , शांति ना मिले, व्यापार व शिक्षा में उन्नति न हो तो गंधोदक पर से विश्वास मत हटाना सोचना मेरे अन्तराय कर्मो का भारी दय। इसी कारण से मेरे ऊपर गंधोदक का प्रभाव नहीं पड़ रहा है।

    देश के कोने कोने से आरहे है श्रद्धालु

    अदयक्ष नेमिचन्द जैन , समिति के ओम प्रकाश जैन , पवन जैन , आशीष जैन ने बताया की मुनि श्री के दर्शनार्थ श्रद्धालु राजस्थान के भीलवाडा ,अजमेर, किशनगढ़ , ब्यावर , बांसवाड़ा , कोटा , बूंदी , टोंक , स्वाइमाधोपुर , जयपुर के साथ साथ मद्यप्रदेश , उत्तरप्रदेश , महारास्ट्र , नोएडा , से भी श्रद्धालु संत श्री का आशीर्वाद लेने पहुंच रहे है

  • पुलिस ट्रेंनिग स्कूल बांसी भरतपुर में आज आरक्षी बैच संख्या 4 का दीक्षांत परेड समारोह आयोजित हुआ

    120 पुलिस कांस्टेबिल ने परेड में हिस्सा लिया

     

    भरतपुर (राजेन्द्र जती )। पुलिस ट्रेंनिग स्कूल बांसी भरतपुर में आज आरक्षी बैच संख्या 4 का दीक्षांत परेड समारोह आयोजित किया गया ।जिसमें 120 पुलिस कांस्टेबिल ने परेड में हिस्सा लिया ।जिन्होंने अपनी ट्रेंनिग पूरी करके सफल रहे है।समारोह के मुख्य अतिथि अतिरिक्त महानिदेशक प्रशिक्षण राजीव दासोत थे।कार्यक्रम की अध्यक्षता भरतपुर कलक्टर सन्देश नायक ने की ।समारोह में विशिष्ठ अतिथि के रूप में एसपी भरतपुर केशर सिंह शेखावत ने शिरकत की।

     

    इस अवसर पर एडीजीपी प्रशिक्षण राजीव दासोत ने कहा कि राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप पीटीएस केंद्रों में ट्रेंनिग कर रहे सभी पुलिस जवानों को बेहतर प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिससे यह अपने जीवन मे बेहतर प्रदर्शन करें।एडीजीपी ने बताया कि अब तक साढ़े 4 साल में 76 हजार 169 पुलिसकर्मीयों को विभिन्न पदों पर प्रशिक्षित किया गया है।हाल ही में राज्य सरकार ने जो 13 हजार भर्तियां निकाली है उनको भी इन पीटीएस केंद्रों पर प्रशिक्षित किया जावेगा।

    दीक्षातं परेड समारोह में एडीजीपी राजीव दासोत ने मार्च पास्ट की परेड की सलामी ली।इस मौके पर पासआउट परेड के 120 जवानों ने हैरतअंगेज कार्यक्रम प्रस्तुत कर ट्रेंनिग के दोरानं पीटीएस में सिखाये गए अपने गुणों का प्रदर्शन किया ।समारोह में बेस्ट कैडिट्स कॉप्स के रूप में चयनित पुलिस कांस्टेबिल को भी एडीजीपी ने शील्ड व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में पीटीएस कमांडेंट यशपाल त्रिपाठी ने स्वागत भाषण देते हुए पीटीएस की गतिविधियों की जानकारी प्रदान की कार्यक्रम का संचालन व्याख्याता दीनदयाल शर्मा ने किया।

  • विधायक अजीत सिंह मेहता बम्बोर रोड के सन्तोष नगर जनसुनवाई की

     

    टोंक। विधायक अजीत सिंह मेहता बम्बोर रोड से सन्तोष नगर टोंक में पहुँचे ओर मौहल्ले वालो की पानी , बिजली, सड़क की समस्या से अवगत हुऐ । विधायक मेहता ने समस्या का तत्काल समाधान के लिए समन्धित अधिकारियों को बुलाया व समस्या का तत्काल समाधान किये जाने के लिये कहा।

    शिव मंदिर घनश्याम पण्डित के सामने से बंसीमराठा के सामने तक सी सी रोड बनाये जाने झिकरा डलवाये जाने के कहा । इस दौरान विधायक मेहता के साथ पी एच ई डी के अधिशासी अभियंता राजेश गोयल, आयुक्त नगरपरिषद टोंक सीमा चौधरी मौजूद थी।

    इस अवसर पर प्रभु बडोलिया, जयनारायण वर्मा, बाबूलाल गुंसारिया ,रामजस जाट, सीताराम चावला मनोनीत पार्षद, बलवंत मराठा,गिर्राज आदि कार्यकर्ता व सेकड़ो मोहल्ला वासी मौजूद रहे।

  • भरतपुर आईजी मालिनी अग्रवाल होगी

    भरतपुर आईजी मालिनी अग्रवाल होगी

    आईजी आलोक वशिष्ठ होंगे अब जोधपुर कमिश्नर

     

    भरतपुर(राजेन्द्र जती )। 34 आईपीएस अधिकारियों की ट्रांसफर सूची आई है जिसमे भरतपुर आईजी बदले। मालिनी अग्रवाल होगी अब भरतपुर आईजी। आईजी आलोक वशिष्ठ होंगे अब जोधपुर कमिश्नर।

    आलोक वशिष्ठ का भरतपुर में रहा सराहनीय कार्य। गुर्जर व जाट आंदोलन सम्भालने में निभाई थी अहम भूमिका। आईजी एसपी बदलने के बाद नए अधिकारियों के हाथों कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी। एसपी अनिल कुमार टांक के स्थान पर केशर सिंह ने संभाला चार्ज।

  • लाखों मजदूर बेरोजगार, सरकार नींद में, जानिए क्या हैं कारण-

    लाखों मजदूर बेरोजगार, सरकार नींद में, जानिए क्या हैं कारण-

     

     

    ट्रक आपरेटर्स में भारी रोष

     

    जयपुर। राजस्थान में आने वाले 2-4 दिनों में सब्जी और खाने-पीने की अन्य चीजों को लेकर भारी किल्लत हो सकती है। बीते 7 दिन से पूरे राजस्थान के करीब 6 लाख से ज्यादा ट्रकों के पहिए थमे हुए हैं। इस मामले में अभी तक न राज्य सरकार से कोई बात हुई है और न ही केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की तरफ से कोई आश्वासन मिला है, जिसके चलते ट्रक आपरेटर्स में भारी रोष है।

    मामले को लेकर कल जयपुर में ही दिल्ली-अजमेर बाईपास पर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का पुतला फूंक कर विरोध किया जाएगा। विश्वकर्मा ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के महामंत्री रतन यादव ने बताया कि ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस का उनको समर्थन मिल रहा है और कल से पूरे देश में इसको लेकर असर देखने को मिल सकता है। ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के अंतर्गत पूरे देश में 93 लाख ट्रक ऑपरेटर सदस्य हैं।

    रतन यादव का कहना है कि अब तक उन्होंने सब्जियों और दवाओं को ट्रक ट्रांसपोर्ट से की हड़ताल से दूर रखा था, लेकिन यदि सरकार की तरफ से कोई आश्वासन या वार्ता का न्योता नहीं मिला तो अगले एक दिन में इनको भी बंद करने पर निर्णय लिया जा सकता है।

    आपको बता दें कि ट्रक आपरेटर्स ने 20 जुलाई से पूरे राजस्थान में हड़ताल कर रखी है। सभी छह लाख ट्रक बंद पड़े हैं। दिल्ली-जयपुर, जयपुर-आगरा, जयपुर-अजमेर, जयपुर-कोटा, जयपुर-सीकर हाईवे सहित तमाम नेशनल हाईवे पर ढाबों, होटलों और टोल नाकों के पास ट्रकों की कतारें लगी हुई हैं। राजस्थान के सभी ट्रकों के पहिए थमने के कारण लाखों की संख्या में मजदूर बेरोजगार हो गए हैं और वह शहरों से अपने गांव की तरफ पलायन करने लगे हैं।

    ट्रांसपोर्टर छीतरमल शर्मा का कहना है कि अधिकांश मजदूर गांव से आते हैं और शहर में अस्थाई रूप से एक कमरा लेकर रहते हैं। बीते 7 दिन से मजदूरी नहीं मिलने के कारण उनका शहर में रुक पाना मुश्किल हो गया है, जिसके चलते वह गांव की तरफ रुख करने लगे हैं।

    यदि यही हालात रहे तो आने वाले दिनों में प्रदेश के शहरों में सब्जी और खाने-पीने की अन्य चीजों का भयानक संकट उत्पन्न हो सकता है। ट्रक यूनियन के महामंत्री रतन यादव ने बताया कि राजस्थान में डीजल पर जीएसटी और टोल नाकों की फीस में कमी करने को लेकर यह हड़ताल की गई है। राज्य सरकार या केंद्र सरकार की तरफ से अभी इस मामले में ट्रक यूनियन को कोई वार्ता का न्योता नहीं मिला है, जिसके कारण उनमें में भारी रोष है।

  • नंन्हे – नंन्हे बच्चों की ज़िन्दगी को मुसीबत में डाल

    नंन्हे – नंन्हे बच्चों की ज़िन्दगी को मुसीबत में डाल

    विभाग ने जर्जर भवन में चला रखी आंगनबाड़ी केंद्र

     

     

    रामगंजमंडी। ग्राम पंचायत सलावद के उम्मेदपूरा( रामपुरिया) गांव स्कूल की रसोई घर मे संचालित किया जा रहा है।आंगनबाड़ी केंद्र का भवन पूरी तरह से जर्जर हो रहा है। ऐसे भवन में 16 छोटे नोनिहालो अपनी ज़िंदगी दाव पर लगा कर पढ़ने जाते है। इस भवन की दीवार जर्जर होकर क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं।

    चारो और दीवारों पर दरारे चली हुई है। ऐसे में समय रहते अगर आंगनबाड़ी केंद्र को दूसरी जगह हस्तांरित नही किया गया तो बरसात के मौसम में हादसा घटित होने का अंदेशा बना हुआ है।

    5 वर्ष पूर्व आंगनबाड़ी केंद्र को स्कूल में हस्तांरित किया गया था। तब से केंद्र स्कूल की रसोई घर मे ही सन्चालित हो रहा है। रसोई घर जो काफी जर्जर अवस्था मे आ चुका है।

    इसी जर्जर कमरे में छत के नाम पर टिन लगे हुये है। जो काफी खराब हो गए है। दीवार पीछे की और से गिर गई है। वही दीवारों में बड़ी दरारे चल रही है। फिर भी इस जोखिम भरे भवन में छोटे बच्चे बैठते है।

    आंगनबाड़ी केन्द्र चलाने वाली कार्यकर्ता फ्रांसिना लॉरेंस ने बताया कि यह आंगनबाड़ी केंद्र को पिछले 5 साल पहले गांव के स्कूल में सन्चालित किया गया था। तब से आंगनबाड़ी केंद्र गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय के रसोई घर मे चल रही है। एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने भी इस भवन को आकार नही देखा ।

    यह आंगनबांडी केंद्र जर्जर कमरे में संचालित हो रही है हम दहशत में रहते है। जब तेज़ हवाये और बरसात होती है उस समय स्थित और विकट हो ज़ती है। गर्मी के दिनो मे टिन गर्म हो जाते है ।


    ग्रामीण मांगीलाल,वीरेंद्र ने बताया कि यह केंद्र इसी अवस्था मे काफी वर्षो से चल रहा है ,अब यह भवन पूरी तरह से श्रतिग्रस्त हो गया है ।दीवारों में बड़ी बड़ी दरारे व पिछले हिस्से से इस भवन की आदि दीवार भी गिर चुकी है ।

    आंगनबाड़ी केंद्र के लिये नया भवन बनवाने के लिये पंचायत में लिख कर दिया हुआ है।वही विधायक सांसद सभी को समस्या से अवगत करवा रखा है। परंतु कोई समाधान नही हुआ है।

    इनका कहना है
    आंगनबाड़ी केंद्र भवन जर्जर अवस्था मे चल रहा यह मामला मेरी जानकारी में नही है । मामले को गम्भीरता से लेते हुए इसके जांच आदेश तुरन्त निकाल दिए जाएंगे। अगर भवन जर्जर है तो आंगनबाड़ी केंद्र को किराये के भवन में शिफ्ट हस्तांरित करवा दिया जाएगा

    दिलीप गुप्ता बाल विकास परियोजना अधिकारी

  • भरतपुर शहर हुआ जलमग्न ,6 घण्टे से अधिक झमाझम बरसात

    भरतपुर शहर हुआ जलमग्न ,6 घण्टे से अधिक झमाझम बरसात

     

    एक सप्ताह में दूसरी बार हुई

     

    भरतपुर(राजेन्द्र जती)। एक सप्ताह में दूसरी बार हुई करीब 6 घंटे से अधिक समय तक झमाझम बारिश ने भरतपुर शहर को जलमग्न कर दिया। इस बरसात से शहर में बाढ जैसे हालात पैदा हो गये। जलभराव के हालात को देखकर जिला प्रशासन एवं नगर निगम में भी हडकंप मच गया। जलभराव क्षेत्रों में पानी निकालने के लिये निगम के किये गये प्रयास भी सफल नहीं हो पाये हैं।

    दिन में बरसात नहीं होने से लोगों को राहत जरूर मिली लेकिन पानी के कारण शहर के रास्ते आवागमन के लिये बंद हो गये। पूर्वी राजस्थान में मौसम विभाग द्वारा 24 घंटे में भारी वर्षा की चेतावनी दिये जाने के बाद भी प्रशासन की ओर से माकूल इंतजाम नहीं हो सके जिससे शहर का जलभराव के कारण आवागमन बंद रहा और सडकों के अलावा घरों एवं बाजारों में भी पानी भरा रहा।

    इससे चार दिन पहले हुई बरसात का पानी काॅलोनियों में अभी भी भरा हुआ है।आज की बरसात से जवाहर नगर, राजेन्द्र नगर, नदिया मोहल्ला के अलावा जिला कलेक्ट्रेट सहित अधिकारियों के आवासों में भी पानी भरा गया। कलैक्ट्रेट परिसर के अलावा गेट के बाहर सडक पर भी जलभराव रहा।

    इसी प्रकार पुलिस अधीक्षक कार्यालय एवं पुलिस लाइन के अलावा यूआईटी सचिव एलके बालोत एवं उनके पास रह रहे अधिकारियों के आवास तथा निगम आयुक्त शिवचरण मीणा के निवास के सामने की सडक एवं पीछे की तरफ भी बरसात का पानी भरा रहा। शहर में नदिया मौहल्ला, नमक कटरा, श्याम नगर, सूरजमल नगर, रूंधिया नगर, जसवंत नगर सहित आधे से अधिक शहर में जलभराव होने से बाढ जैसे हालात बन गये।

    बरसात से शहर का ऐसा कोई हिस्सा नहीं बचा जहां जलभराव न हो और लोग परेशान नहीं हो रहे हों। लोगों ने प्रशासन को पानी निकासी का माकूल इंतजाम नहीं करने के कारण देर शाम तक पानी निकासी नहीं हो सकी। हजारों की संख्या में रोजाना आने वाले लोगों को विश्वप्रिय शास्त्री पार्क जवाहर नगर में पानी से लबालब होने के कारण वापिस लौटना पडा।

    पिछले 24 घंटों में मौसम विभाग द्वारा भरतपुर शहर में 141 एमएम बरसात होना बताया है जबकि आज सुबह 5 बजे से लेकर दोपहर तक 79.2 एमएम बरसात हुई है। मौसम विभाग द्वारा दी गई सूचना के अनुसार कुम्हेर में 12, नदबई में 17, डीग में 04, भुसावर में 85, नगर में 02, बयाना में 34, रूपवास मंे 35 एवं वैर में 15 एमएम बरसात दर्ज की गई।

    जिला कलक्टर संदेश नायक ने बताया कि यूआईटी की तरफ से सेक्टर नं. 3, विश्वप्रिय शास्त्री पार्क, रूंधिया नगर, स्टेडियम नगर, जगन्नाथ पुरी,अशोक विहार सुभाष नगर में पानी निकासी के लिये पंप लगाये हैं। उपखंडअधिकारी पुष्कर मित्तल ने अभय कमाण्ड सेन्टर में पहुंचकर बारिश से शहर के हालात का जायजा लिया।

  • क्षैत्रीय विधायक का साईकिल वितरण व किसान ऋण माफी प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम 27 को

    क्षैत्रीय विधायक का साईकिल वितरण व किसान ऋण माफी प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम 27 को

     

     

    अलीगढ़, (शिवराज मीना)। देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र के क्षैत्रीय विधायक राजेन्द्र गुर्जर शुक्रवार को उनियारा उपखण्ड के राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय उनियारा में साईकिल वितरण व हैदरीपुरा सहकारी समिति में किसानों को ऋण माफी प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम में भाग लेंगे।

    देवली उनियारा विधानसभा भाजपा मीडिया प्रभारी धनपाल गुर्जर ने बताया कि क्षैत्रीय विधायक राजेन्द्र गुर्जर शुक्रवार 27 जुलाई को सुबह 11.30 बजे उनियारा के राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में बालिकाओं को साईकिल वितरण करने के बाद, दोपहर 1.00 बजे हैदरीपुरा ग्राम पंचायत मुख्यालय के सहकारी समिति में किसानों को ऋण माफी प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम भाग लेंगे।

    जहां पर विधायक किसानों व आमजन के साथ जनसुनवाई आयोजित कर उनके अभाव अभियोग सुनेंगे। इस अवसर पर उनके साथ स्थानीय जनप्रतिनिधि सहित उपखंड प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहेंगे।

  • समाजसेवी गुलाबसिंह ने विधालय परिसर में लगायें छायादार पोधे

    समाजसेवी गुलाबसिंह ने विधालय परिसर में लगायें छायादार पोधे

     

     

    डूंगा जी का गाँव भीम राजसमन्द। स्थानीय विद्यालय बड़ी का चोडा में गुलाबसिंह की तरफ से स्थानीय विद्यालय परिसर में 51 पौधे लगाएं गुरुवार को सुबह सही रिमझिम बारिश हो रही थी जितने समय पौधारोपण कार्यक्रम हुआ बारिश की बौछार पड़ती रही लेकिन उत्साह व उमंग कम नहीं हुआ। अध्यापक रामसिंह विश्नोई ने कहा कि बारिश अपना काम कर रही है हम अपना काम करेंगे। इसी सकारात्मक सोच वह भावना से विद्यालय स्टाफ पौधरोपण कार्यक्रम में शामिल हुआ समाज सेवी गुलाब सिंह ने कहा की भारती समाज में वृक्षों का सामाजिक महत्व है।

    धार्मिक कामों में पेड़ो के फल-फूल पत्तों तक का पूजन किया जाता है।जिसके पीछे पेड़ पौधो का मानव जीवन से सीधा सम्बंध स्थापित करता है।धरती पर जब तक पेड़ पौधे रहेंगे।मानव जीवन तभी तक कायम रहेगा।आनेवाले समय के लिए हमें स्वच्छए सुंदरए सुखद पर्यावरण की पहल करने के लिए सबको आगे आना होगा।हर व्यक्ति को कम से कम दस पेड़ लगाकर।उन्हे तैयार करने का संकल्प लेना होगा।इस मोके पर।किशोर सिंह, देवेंद्र सिंह, सोहन सिंह, चेतन सिंह, तेजपाल सिंह, मौजूद रहे।

  • ग्रामीणों की सूझबूझ से जेसीबी द्वारा तालाब के बोर पर पाया काबू

    ग्रामीणों की सूझबूझ से जेसीबी द्वारा तालाब के बोर पर पाया काबू

    बराणा गांव के तालाब में चला बोर 

     

    प्रशासनिक अधिकारी भी पंहुचे मौके पर

     

    अलीगढ़, (शिवराज मीना)। उपखण्ड क्षैत्र की हैदरीपुरा पंचायत के बराणा गांव के तालाब में बारिश के चलते गुरूवार सुबह अचानक बोर हो जाने से काफी मात्रा में पानी बहने लगा, लेकिन ग्रामीणों की सूझबूझ से तालाब की पाल को टूटने से बचा लिया गया।

    वहीं ग्रामीणों व ग्राम पंचायत की सूचना पर उनियारा उपखंड अधिकारी कैलाशचंद गुर्जर सहित प्रशासनिक अधिकारी बराणा तालाब के मौके पर पंहुचे। जहां ग्रामीणों के सहयोग से तालाब की पाल में हुये बोर पर मिट्टी के कट्टे डालकर रोकने का प्रयास किया। लेकिन पानी का वैग अधिक होने के कारण बाद में ग्राम पंचायत द्वारा जेसीबी मशीन मंगवाकर 5 – 6 घण्टे की बडी मशक्कत के बाद बोर को बन्द किया गया। प्रशासनिक अधिकारी बोर बन्द होने तक मौके पर ही डटे रहे। जहां ग्रामीणों की सूझबूझ से तालाब टूटने से बच गया।

    ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत प्रशासन के प्रति नाराजगी जताते हुये एसडीएम कैलाशचन्द गुर्जर से शिकायत कर बताया कि सूचना के बाद भी सरपंच व ग्राम विकास अधिकारी मौके पर नहीं पंहुचे। जहां पर उपखण्ड अधिकारी ने बीडीओ को सचिव नरेन्द्र कुमार जैन का फोन बंद आने व मौके पर नहीं होने पर कार्यवाही के निर्देश दिये। वहींं बीडीओ ने सरपंच इन्द्रराज मीणा से फोन पर जानकारी लेने के दौरान उन्होंने बताया कि वे किसी धार्मिक काम से गोवर्धन यात्रा पर मथुरा जाना बताया।

  • भरतपुर के सेवर स्थित नारी निकेतन से दो युवतियां फरार

    भरतपुर के सेवर स्थित नारी निकेतन से दो युवतियां फरार

    देर रात्रि को दोनों युवतियां नारी निकेतन की छत के रास्ते से वाउण्ड्री कूद भाग निकली

     

     

    भरतपुर(राजेन्द्र जती ) । भरतपुर के सेवर स्थित नारी निकेतन से दो युवतियां फरार हो गई। युवतियों के भागने की सूचना लगते ही नारी निकेतन में हडक़ंप मच गया। सूचना मिलते ही सेवर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी ली। सेवर थाना पुलिस के मुताबिक दोनों युवतियों के परिजनों ने थाने में उनकी पुत्री को बहला-फुसलाकर भगा ले जाने का मामला युवकों के खिलाफ दर्ज कराया था।

    इस पर सेवर पुलिस ने दोनों युवतियों को गत 16 और 22 जुलाई को दस्तयाब कर उनके बयान करा नारी निकेतन के सुपुर्द कर दिया। देर रात्रि को दोनों युवतियां नारी निकेतन की छत के रास्ते से वाउण्ड्री कूद भाग निकली। घटना की सूचना पर नारी निकेतन अधीक्षक सरिता दुबे और थाना पुलिस मौके पर पहुंची। युवतियों के फरार होने कारणों का पता नहीं लग पाया। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

    गौरतलब है कि कुछ दिन पहले बाल सुधार गृह से 12 बच्चों के खिडक़ी तोड़ भागने का मामला सामने आया था। पुलिस उस मामले की गुत्थी को सुलझा नहीं पाई थी कि नारी निकेतन से दो युवतियों के भागने का मामला सामने आया। यहां आएदिन होने वाली इस तरह की घटनाए यहां की सुरक्षा व्यवस्था पर एक सवानिया निशान हैं।

    सुरक्षा के अभाव में भागी युवतियां

    यहां स्थानीय लोगों का कहना है कि बाल सुधार गृह और नारी निकेतन में होने वाली इस तरह की घटनाओं का मुख्य कारण है यहां सुरक्षा व्यवस्था। बताया गया है कि यहां शाम होते ही नारी निकेतन का सरकारी स्टॉफ अपनी ड्यूटी पूरी कर घर चला जाता है और कुछ कर्मचारी यहाँ रह जाते है। हालांकि इन व्यवस्थाओं के बारे में यहां की अधीक्षक सहित संबंधित विभाग को कई बार अवगत कराया गया है ।