छत टपकती है साहब, अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान
निवाई । (विनोद सांखला) मासूमो को बचपन की शिक्षा देने राज्य सरकार आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन कर रही है मगर इन्ही आगनबाडीयो की बदहाल स्थिति को लेकर अधिकारियो से शिकायत किये जाने के बावजूद इसके सुधार को लेकर कार्यवाही नहीं किया जा रहा है ।
टोंक जिले के निवाई विकासखंड के ग्राम पंचायत बड़ागाँव के खाजपुरा गांव की आंगनबाड़ी केंद्र की स्थिति बद से बदहाल हो चुकी है,बदहाली का आलम यह है कि बारिश के पानी से टपकते छत के नीचे बच्चे पढने को मजबूर है ।गांव खाजपुरा के देवराज गुर्जर व विक्रम गुर्जर ने बताया कि ग्रामीणों ने कई बार सरपंच व ग्राम पंचायत सचिव को अवगत करा दिया पर सरपंच व सचिव की अनदेखी से टपकते छत के निचे बच्चे पढ़ने को मजबूर है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने भी इस गंभीर मामले को लेकर कई बार महिला बाल विकास अधिकारी से शिकायत भी कर चुकी है । मगर इस क्षेत्र की महिला बाल विकास अधिकारी किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रही है जिसके बाद ही आंगनबाड़ी कर्यकर्ताओ की शिकायत पर कार्यवाही किया जाएगा। प्रदेश में अधिकारियो का बोलबाला है जो जनप्रतिनिधियों की भी परवाह ना कर अपनी मनमानी करते आ रहे है जिसका सीधा-सीधा उदाहरण खाजपुरा की समस्या सर्वविदित होने के बावजूद सुधार के प्रयास नहीं किया जाना है
आंगनबाड़ी केंद्र बदहाल, कैसे स्वस्थ्य होंगे नौनिहाल
नौनिहालों की सेहत को लेकर सरकार फिक्रमंद है। इसके लिए गांव-गांव आंगनबाड़ी केंद्र खोले गए हैं। पर, हकीकत इसके विपरीत है। दरअसल जिले में संचालित अधिकतर केंद्रों के भवन जर्जर हैं। तमाम केंद्रों के पास तो अपना भवन ही नहीं है। बदहाल केंद्रों में गंदगी के बीच हर पल नौनिहालों की जिंदगी का खतरा बना रहता है। सैकड़ों केंद्र किराए के भवन या फिर परिषदीय स्कूलों में संचालित हो रहे रहे हैं। अव्यवस्थाओं के बावजूद विभाग इनकी सुध नहीं ले रहा है। कुछ केंद्र ऐसे भी हैं जहां भवन बनने के बावजूद केंद्र का संचालन नहीं हो रहा है। तमाम ऐसे भी हैं जहां बुनियादी सुविधाओं का टोटा है। बुधवार को दैनिक रिपोर्टर निवाई के संवाददाता विनोद सांखला ने ग्राम पंचायत बड़ागाँव की आंगनबाड़ी भवनों का जायजा लिया तो कुछ तस्वीर साफ हुई।