अहमदाबाद/इस साल का अंतिम चंद्रग्रहण मंगलवार 8 नवंबर को होने वाला है । इस चंद्रग्रहण को लेकर सावत्थीतीर्थ धाम के मुनि भविष्यवक्ता अजितचन्द्र विजय ने भविष्यवाणी की है की यह ग्रहण देश सहित दुनिया मे उथल-पुथल मचाएगा और भारत मे इस ग्रहण से केन्द्रीय गृह मंत्री अमितशाह तथा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भारी प्रभाव पडेगा तो वही केन्द्रीय मंत्रिमंडल मे बदलाव होगा महंगाई बढेगी तथा पडौसी देश पाकिस्तान मे राजनैतिक हिंसा होगी और चीन मे आर्थिक सकंट और रिकार्ड सर्दी पडेगी ।
तो आइए जानते है चंद्रग्रहण के प्रभाव विस्तार से लेकिन इससे पहले बता देते है की यह भविष्यवाणी मुनि अजितचन्द्र विजय के द्वारा की गई है इसमे दैनिक रिपोर्टर्स डॉट कॉम का कोई लेना देना नही है ।
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भविष्यवक्ता मुनि अजितचन्द्र विजय के अनुसारचंद्र ग्रहण 8 नवंबर को मंगलवार के दिन मंगल की राशि मेष में लगने जा रहा है। यह चंद्र ग्रहण साल का अंतिम चंद्र ग्रहण होगा। यह चंद्र ग्रहण भारत में सायंकाल में चंद्रोदय के समय कुछ समय के लिए दृश्य होगा।
भारतीय समयानुसार इस ग्रहण का आरंभ (स्पर्श) दोपहर 2 बजकर 39 मिनट पर होगा तथा ग्रहण की समाप्ति (मोक्ष) सायं 6 बजकर 19 मिनट पर होगी, किंतु भारत में यह ग्रहण केवल चंद्रोदय के समय सायं 5 बजकर 12 मिनट के बाद दिखाई देगा वो भी खग्रास रूप में। यानि चंद्रमा के आंशिक रूप से ग्रसित रूप में ही चंद्र ग्रहण दिखाई देगा।
भारत पर चंद्र ग्रहण का प्रभाव
भारत के दक्षिण-पूर्व तथा दक्षिण के राज्यों में भारी वर्षा के योग निर्मित हो रहे हैं जिससे ओडिशा और तमिलनाडु विशेष रूप से प्रभावित होंगेl अमेरिका में इस ग्रहण के प्रभाव से असामान्य वर्षा तथा बर्फ-बारी होगी और रिकॉर्ड तोड़ ठंड पड़ेगी। भारत में भी चंद्र ग्रहण के प्रभाव से सर्दी जल्दी आने के आसार बन रहे हैं
अगले 3 महीने में भारत की बढ़ेगी परेशानी
पाकिस्तान के लिए यह चंद्र ग्रहण राजनीतिक हिंसा तथा चीन के लिए आर्थिक समस्या पैदा करने वाला होगा। चंद्र ग्रहण के 8 दिन के बाद मंगल वक्री गति से मिथुन राशि को छोड़कर वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे जो भारत में अगले 3 माह में किसी बड़े राष्ट्रीय संकट का योग निर्मित करेगा
केजरीवाल और अमित शाह के चंद्र ग्रहण ठीक नहीं
भारत में मेष राशि के नेता अरविंद केजरीवाल के लिए राजनैतिक रूप से यह चंद्र ग्रहण भारी है। दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की कर्क लग्न की कुंडली के दशम भाव में पड़ रहा यह ग्रहण उनको जांच एजेंसी की कार्यवाही से कष्ट देगा।
कन्या लग्न तथा मेष राशि में जन्में वर्तमान गृहमंत्री अमित शाह के स्वस्थ के लिए यह ग्रहण अनुकूल नहीं है। ग्रहण के प्रभाव से अगले तीन महीनों में भारत में केंद्रीय मंत्रिमंडल में बड़े बदलाव होंगे, राजनीतिक षड्यंत्रो के खुलासे होंगे। कुछ दुखद घटनाएं भी हो सकती हैं
बढेगी महंगाई
8 नवंबर की कार्तिक पूर्णिमा का चंद्र ग्रहण मेष राशि में है जिसके प्रभाव में बृहत् संहिता के ‘द्रव्यनिश्चय’ अध्याय के अनुसार ऊनी वस्त्र, मसूर की दाल, गेहूं, राल और गोंद आदि पेड़ों से प्राप्त पदार्थ, पानी से रहित प्रदेश में पैदा होने वाली जड़ी बूटियां और फल तथा सोने की कीमत विशेष रूप से ग्रहण के तुरंत बाद बढ़ सकती हैं ।
इंग्लैंड में बड़ी आर्थिक मंदी के आसार हैं और भारत सहित इन देशो मे भूकंप
आधुनिक मत से मेष राशि से प्रभावित इंग्लैंड में बड़ी आर्थिक मंदी के आसार हैं तथा जापान में भूकंपन के योग बन रहे हैंl ग्रहण के 30 दिनों के बीच में पूर्वोत्तर भारत, जापान तथा हिन्दू-कुश पर्वतमाला क्षेत्र (पाकिस्तान) में भूकंपन के झटकों से जन-धन की हानि के योग बन रहे हैं। ग्रहण के समय वायु तत्व की राशि मिथुन में मंगल तथा तुला राशि में केतु-बुध-सूर्य-शुक्र का चतुर्ग्रही योग भूकंपन और समुद्री तूफान का योग निर्मित कर रहा है।
बड़ी हस्तियों पर होगा चंद्र ग्रहण का प्रभाव
यह चंद्र ग्रहण मेष राशि के भरणी नक्षत्र में पड़ रहा है जो बृहत संहिता के अनुसार हिंसक और क्रूर लोगों का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में वर्तमान में चल रही यूक्रेन और रूस की जंग में हिंसा तेज़ हो सकती है जिससे यूरोप में अशांति का वातावरण बन सकता है।
मेष लग्न की पाकिस्तान की कुंडली में लग्न को पीड़ित कर यहां ग्रहण राजनीतिक हिंसा के प्रबल योग बना रहा है जिसके कारण मेष राशि के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के अलोकतांत्रिक क्रियाकलाप हो सकते हैंl
अग्निजीवी वाले लोगों को अधिक कष्ट देगा और किस देश पर पडेगा..
अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, बैंकाक, दक्षिण कोरिया, जापान तथा चीन में इस ग्रहण का प्रभाव अधिक होगा। मेष राशि में लगने वाला यह ग्रहण बृहत् संहिता के अनुसार भारत में पांचाल (वर्तमान पंजाब), कलिंग (ओडिशा), शूरसेन (यानि मथुरा और पश्चिम उत्तरप्रदेश), कम्बोज व किरात (दक्षिण के आदिवासी क्षेत्रों) में रहने वाले लोगों को अधिक पीड़ित करेगा।
बृहत् संहिता के अनुसार अग्नि तत्त्व की राशि मेष में लगने वाला ग्रहण शस्त्र से जीविका चलने वालों (यानि पुलिस, सेना, अपराधियों) तथा अग्निजीवी यानि सुनार, लोहार, होटल, भट्टी का काम आदि करने वाले लोगों को अधिक कष्ट देगा।