Tonk News (फ़िरोज़ उस्मानी) – सेव द चिल्ड्रन (Save the children) के सहयोग से संचालित शादी बच्चों का खेल नही परियोजना के तहत पुलिस सभागार टोंक मे एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। पूनम जोनवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि
बच्चों के संरक्षण व बाल मित्रवत पुलिस को लेकर प्रत्येक थाने मे महिला एवं बाल हैल्प डेस्क की स्थापना की गई है। हैल्प डेस्क का व्याप्क स्तर पर प्रचार प्रसार हो एवं हैल्प डेस्क प्रभारियों का बाल संबंधित कानूनों पर क्षमतावर्धन हो। 23 थानों के थाना प्रभारी व महिला एवं बाल हेल्प डेस्क प्रभारियों के साथ राज्य स्तरीय सर्न्दभ व्यक्ति ने बालकों का लैगिगं अपराधों से सरंक्षण अधिनियम 2012, बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 व महिला एवं बाल हैल्प डेस्क पर आने वाले महिला व बच्चों के साथ कैसा व्यवहार करे कैसा ना करे को लेकर क्षमतावर्धन किया गया।
कार्यषाला के दौरान अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक विपिन शर्मा ने जानकारी दी की समाज मे सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने मे पुलिस की अहम भुमिका है पुलिस महिलाओं एवं बच्चों के साथ सौहार्दपूर्ण व्यवहार करे।
अतिरिक्त जिला कलेक्टर सुखराम खोखर ने बताया की खेडली जैसी घटनाओं को देखर बडा दुख होता है और जिले मे खेडली जैसी घटनाएं ना हो इसके लिए पुलिस को और ज्यादा सुचनात्मक होने की जरुरत है प्रत्येक व्यक्ति की स्वतंत्रता को बनाए रखने मे पुलिस की विषेष भुमिका है किसी भी मामले मे समय, जगह व उपस्थिति को लेकर सही जानकारी हो अगर एक भी अच्छी कार्यवाही होती है तो समाज मे उसका बडा सदेश जाता है।