जयपुर। विधानसभा चुनाव और 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए नमो ऐप से अब फीडबैक का काम किया जा रहा है। ऐप के जरिए मोदी को आम जनता विधायकों और सांसदों का फीडबैक दे रही है। विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद बीजेपी और कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी चुनौती है टिकट का बंटवारा और बागियों पर काबू पाना। छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने 90 में से 77 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। हालांकि मौजूदा 14 विधायकों के टिकट भी कटे हैं। वहीं जानकारी के मुताबिक, सत्ता विरोधी लहर कम करने के लिए बीजेपी इस बार बड़े पैमाने पर विधायकों के टिकट काट सकती है।
बीजेपी इस रणनीतिक के जरिए अन्य राज्यों के नेताओं और लोकसभा सांसदों को एक संदेश भी देना चाहती है कि यदि उनका फीडबैक ठीक नहीं रहा तो आगामी चुनावों में काम के आधार पर उनके ऊपर भी गाज गिर सकती है। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि आपका सबसे बड़ा हथियार नमो ऐप है। जिसके जरिए आप सीधे पीएम से जुड़े हैं। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, पारंपरिक माध्यम से फीडबैक के अलावा कार्यकर्ता अपने प्रतिनिधियों के प्रदर्शन के बारे में सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फीडबैक दे रहे हैं। जाहिर है कि टिकट बंटवारे से पहले नमो ऐप बीजेपी के रणनीतिकारों के लिए कारगार हथियार साबित होगा।
उल्लेखनीय है कि 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 25 फीसदी सीटों पर नए चेहरों को उतारा था, जिसमें से 75 फीसदी उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की। जाहिर है कि पार्टी इस फॉर्मूले को फिर से आजमाना चाहती है। इस बार इसकी संख्या में इजाफा हो सकता है।