जयपुर/ खाकी वर्दी अर्थात पुलिस और कालाकोट अर्थात वकील इन दोनों को समाज में समाज सुधारक के साथ-साथ मार्ग प्रदर्शक माना जाता है तथा न्याय करने और न्याय दिलाने वाला भी माना जाता है और अगर यही मार्ग भटक जाए तथा अन्याय कर दे तो फिर किससे उम्मीद की जा सकती है ।
जब यह दोनों ऐसी घटना कार्य कर दें जिससे शर्मसार होना पड़े। ऐसी ही घटना एक कानपुर पुलिस लाइन में सरकारी आवास मे घटित हुई जहां एक महिला सिपाई और एक वकील को पुलिस लाइन के सरकारी आवास में कांड करते हुए महिला सिपाही के पति की शिकायत पर पुलिस ने रंगे हाथों पकड़ लिया।
बताया जाता है कि कानपुर में पुलिस कंट्रोल रूम को पुलिस लाइन के अंदर सरकारी क्वार्टर में एक महिला सिपाही वकील द्वारा रंगरेलियां मनाने की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची।
पुलिस ने महिला सिपाही और वकील को आपत्तिजनक हालत में पकड़ा लेकिन दोनों के बालिक होने और कानूनी दांवपेच के चलते दोनों को छोड़ दिया गया ।
बताया जाता है कि महिला सिपाही परिवार परामर्श केंद्र में तैनात है और उसका पति भी सिपाही है महिला सिपाही का काफी समय से अपने पति से तलाक का मुकदमा चल रहा है और वह दूसरे युवक( वकील) के साथ लिव इन रिलेशन में रह रही है।
पुलिस कंट्रोल रूम को वकील और महिला सिपाही के सरकारी क्वार्टर में रंगरेलियां बनाने की सूचना महिला सिपाही के पति ने हीं कंट्रोल रूम को दी थी और इस पर पुलिस मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को पकड़ा और थाने में लाई।
लेकिन कोई शिकायत नहीं होने और दोनो के बालिग होने से उनको छोड़ दिया गया लेकिन महिला सिपाही की कारगुजारी के कारण पुलिस की छवि खराब होने से पुलिस की छवि को धूमिल करने के लिए उच्च अधिकारियों को विभागीय कार्यवाही के लिए पत्र लिखा गया है ।