TonkNews / (फ़िरोज़ उस्मानी)। टोंक के दो थानों के पुलिसकर्मियों सहित कई ट्रॉफिक पुलिस कर्मियों ने आज अचानक ज़िला कलेक्ट्रेट के पीछे बने खाली मैदान की घेराबंदी कर दी। मैदान को कई पुलिसकर्मियों ने घेर लिया। पुलिस के इतनी सख्त घेराबंदी देख कुछ देर के लिए मानो ऐसा प्रतीत हुआ कि किसी बड़े अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने ऐसे इंतेज़ाम किए है। लेकिन मामला कुछ औए ही निकला।
दरअसल भूलवश कुछ बच्चें उक्त मैदान में क्रिकेट व गुल्ली डंडा खेल रहे थे। सरकार की गाईडलाइन के नाम पर वहां खेल रहे 7 बच्चो को पुलिस ने बदमाशों की तरह पुलिस जीप में बिठाकर पकड़ कर ले गए। पकड़े गए बच्चो में कुछ बच्चो की आयु भी कम है, इन्हें बदमाशों की तरह कॉलर पकड़ कर पुलिस ने दौड़ दौड़ कर पकड़ा।
पूरे मामले में टोंक डिप्टी चन्द्रसिंह रावत का कहना है कि सूचना मिली थी कि उक्त मैदान में कुछ लोग खेल रहे है, इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 7 जनों को पकड़ा है। पकड़े गए सभी को क्वारंटाइन सेंटर भेजा गया है। सभी के जांच सेम्पल लिए जाएंगे। पुलिस की इस कार्रवाई के बाद पुलिस चाहे अपनी पीठ थपथपा रही हो, लेकिन वहीं दूसरी और सवाल ये उठता है कि टोंक पुलिस अब बच्चों पर भी सख्ती दिखा कर कैसा संदेश देना चाहती है।
पुलिस के इस रवैये से इन बच्चों पर कैसा मानसिक असर होगा ? ये सोचनीय बिंदु है। इन बच्चों को समझा बुझाकर वापस भी भेजा जा सकता था, उनके माता पिता को बुलाकर जुर्माना भी वसूला जा सकता था। पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर कई लोगों ने आपत्ति भी जताई है।