Tonk । दुनिया भर के कई देशों में कोविड-19 की बढ़ते हुए प्रकोप को ध्यान में रखते हुए मंगलवार को टोंक जिले के चिकित्सा संस्थानों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। टोंक के सआदत अस्पताल सहित अन्य सीएचसी, पीएचसी एवं अर्बन पीएचसी पर मॉक ड्रिल के दौरान सभी स्वास्थ्य सुविधाओं के परिचालन की तत्परता को सुनिश्चित किया गया।
इस मॉक ड्रिल के सफल संचालन एवं प्रभावी क्रियान्वयन के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग से आए अतिरिक्त निदेशक, (ग्रामीण स्वास्थ्य) डॉ. रवि प्रकाश शर्मा द्वारा जिला अस्पताल में मॉक ड्रिल का अवलोकन कर चिकित्सा अधिकारियों के साथ समीक्षा की।
सीमएचओ डॉ. देवप्राज मीणा ने बताया कि इस मॉक ड्रिल के दौरान अस्पतालो में बैड क्षमता, आईसोलेषन बैड, ऑक्सीजन सपोर्टेड आईसोलेषन बैड, आईसीयू बैड और वेंटीलेटर सपोर्टेड बेड की मॉनिटरिंग की गई।
मानव संसाधन की उपलब्धता में डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल, आयुष डॉक्टर, आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आदि सहित अन्य फ्रंटलाइन कार्यकर्ता की दक्षता की जांच की गई।
कोविड-19 पर प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्ता प्रबंधन, वेंटिलेटर प्रबंधन, ऑक्सीजन जनरेशन संयंत्रों आदि की जानकारी ली गई।
उन्होंने बताया कि रेफरल सेवाओ के अंतर्गत एंबुलेंस, अन्य पीपीपी मोड या गैर सरकारी संगठनों के तहत एंबुलेंस की उपलब्धता, एम्बुलेंस कॉल सेंटर की उपलब्धता को सुनिश्चित किया गया।
कोविड परीक्षण प्रयोगशालाओं की क्षमता, आरटी पीसीआर, आरएटी किट परीक्षण उपकरण और अभिकर्मकों की उपलब्धता की मॉनिटरिंग की गई।
साथ ही आवश्यक दवाओं, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन कमेंटेटर, पीपीई किट, एन-95 मास्क, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर, पीएसए प्लांट, टेलीमेडिसिन सेवाओं की उपलब्धता की जांच की गई।
बैठक में डिप्टी सीएमएचओ डॉ. महबूब खान, आरसीएचओ डॉ. गोपाल जांगिड़, पीएमओ डॉ. बीएल मीणा, डॉ.अशोक कुमार यादव, डीपीएम देवराज गुर्जर, डीएनओ राम कल्याण शर्मा, राजेश कुमार सैनी, टिंकू राय व अन्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी, कर्मचारी मौजूद रहे।