Tonk। राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय,बीकानेर की ओर से संचालित पशु विज्ञान केंद्र,टोंक सोमवार को “डेयरी फार्मिंग” विषय पर ऑनलाइन पशुपालक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में डॉ. गौरव शर्मा (रुद्र शिवम डेयरी फार्म, प्रबंधक, जयपुर) व केंद्र के
डॉ. नरेंद्र चौधरी ने पशु पालकों को डेयरी फार्मिंग स्थापित करने के लिए आवश्यक आधारभूत जानकारी दी। शिविर में पशुपालन के आधारभूत स्तंभ पशु की नस्ल, देखभाल एवं प्रबंधन, पशु पोषण तथा पशु स्वास्थ्य के बारे में बताया गया। शिविर में डेयरी व्यवसाय से अधिक से अधिक
मुनाफा लेने के वैज्ञानिक तरीकों से पशुपालन के बारे में जानकारी दी गई। डेयरी फार्म से ऑर्गेनिक दूध उत्पादन करके पशुपालक अपनी आमदनी मैं वृद्धि कर सकते हैं तथा पशुओं से प्राप्त जैविक खाद का उपयोग कर पशुपालक जैविक खेती की ओर अग्रसर हो सकते हैं।
शिविर में गाय की गिर, साहीवाल, थारपारकर व कांकरेज नस्ल की विशेषताएं बताई। पशुओं के लिए एजोला तथा नेपियर घास का उपयोग करने की सलाह दी गई। शिविर में 30 पशुपालकों ने भागीदारी निभाई।