पीपलू। कई गांवों में सोमवार देर शाम को ऐसा अंधड आया कि एक दो नहीं, बल्कि 30 से अधिक बिजली के खंभे कुछ ही पलों में गिर गए या टूट गए। वहीं कई गांवों में मकानों पर लगे टीन, छप्पर उडक़र तहस नहस हो गए। वहीं पक्के मकानों की दीवारे तक गिर गई।

जानकारी अनुसार मोहिनी में रामनारायण माली के 30 लोहे के टीनशेड, 30 फुट पक्की दीवार, सीतारा माली के 20 सीमेंट के टीनशेड, राजाराम माली के 7 लोहे के टीनशेड, 15 फीट पक्की दीवार, मन्नालाल माली-रामसिंह के 6 -6 सीमेंट के टीनशेड, जगदीश कुम्हार की 20 फीट पक्की दीवार गिरने सहित 15 लोहे के टीनशेड उडक़र तहस नहस हो गए। वहीं रामनारायण की एक भैस टीन से कटने से घायल हो गई, जिसके 30 टांके लगे है। इसी तरह अरनियाकांकड के भरत मीणा के लोहे के टीन, पक्के मकान की दीवार, रक्खाराम जाट के 7 सीमेंट के टीन, ब्रदी जाट के 5 सीमेंट के टीन तहस नहस होने सहित 1 आम का पेड़ गिर गया। इसी तरह जानकीवल्लभपुरा में सूरज, प्रहलाद, शंकर, महेन्द्र, रामप्रसाद, गंगाराम, बाबू बागरिया के टीन, छप्पर उडऩे सहित मकानों की दीवारे गिरने से काफी नुकसान हुआ है। इधर कनिष्ठ अभियंता भरत विजय ने बताया कि मोहनी, अरनियाकांकड, जानकीवल्लभपुरा, हरिपुरा गांवों को जाने वाली लाइन में लगभग 30 खंभे क्षतिग्रस्त हुए है। बिजली सुचारू करने को लेकर युद्धस्तर पर कार्यशुरू किया गया है।