खग्रास चंद्रग्रहण कार्तिक शुक्ला पूर्णिमा मंगलवार 8 नवंबर सन 2022 को होगा, चन्द्रोदय के समय यह ग्रहण भारत में सभी स्थानों में दिखाई देगा, ग्रहण की शुरुआत भारत के किसी भी स्थान में नहीं दिखेगी क्योंकि यह घटना चन्द्रोदय के पुर्व ही प्रारंभ हो जायेगी इस ग्रहण का सुतक 9 घंटे पहले ही शुरू हो जायेगा,
ग्रहण का स्पर्श दोपहर 02-39 बजे से शुरू हो कर ग्रहण मोक्ष सायं 06-19 बजे होगा ग्रहण की अवधि 03- घंटे 40 मिनिट होगी।
मनु ज्योतिष एवं वास्तु शोध संस्थान टोंक के निदेशक महर्षि बाबूलाल शास्त्री ने बताया कि, पुर्णिमा तिथि मंगलवार सायं 04.32 बजे तक रहेगी, भरणी नक्षत्र अर्द्धरात्रि तक मेष का चन्द्रमा रहेगा,
विज्ञान के अनुसार चंद्र ग्रहण का सूतक प्रातः 5:46 से प्रारंभ होगा चंद्र ग्रहण सायंकाल 5:53 से 6:19 तक कुल 26 मिनिट का चंद्रग्रहण होगा जयपुर चन्द्रोदय सायं 5-37 बजे ग्रहण मोक्ष सायं 6-19बजे होगा, अवधि 42 मिनिट की होगी,
भारत के पूर्वी प्रांत आसाम मेघालय सिक्किम अरुणाचल प्रदेश नागालैंड मणिपुर मिजोरम त्रिपुरा बांग्लादेश बिहार झारखंड पश्चिम बंगाल नेपाल मैं खग्रास चंद्रग्रहण दृश्य मान होगा एवं शेष भारत के पश्चिमी भाग में उतरी भाग में दक्षिणी भाग में खंडग्रास चंद्र ग्रहण दृश्य मान होगा विदेशों में भी इसका प्रभाव रहेगा ।
आरकेटी का ग्रीनलैंड उत्तरी अमेरिका दक्षिण अमेरिका कनाडा मैक्सिको अलास्का अंटार्कटिका न्यूजीलैंड ऑस्ट्रेलिया इंडोनेशिया मलेशिया थाईलैंड म्यांमार पेसिफिक साउथ एवं नार्थ ओसियन कोरिया जापान चीन मंगोलिया रूस कजाकिस्तान उज़्बेकिस्तान पाकिस्तान ओमान ईरान अफगानिस्तान फिनलैंड स्वीडन आइसलैंड आदि विदेशों में भी कहीं कहीं खंडग्रास के रूप में दृश्य मान चंद्रग्रहण के होंगे।
महर्षि बाबूलाल शास्त्री ने बताया कि 12 राशियों पर चंद्रग्रहण का पूर्ण प्रभाव होगा चंद्र ग्रहण मेष राशि भरणी नक्षत्र पर घटित होने से पूर्ण प्रभावी होगा अतः इन राशि वालों को चंद्र ग्रहण के दर्शन नहीं करने चाहिए।
वृषभ राशि कन्या राशि मकर राशि के लिए अशुभ रहेगा मिथुन राशि कर्क राशि वृश्चिक राशि कुंभ राशि वालों के लिए श्रेष्ठ एवं शुभ रहेगा सिंह राशि तुला राशि धनु राशि मीन राशि वालों के लिए मध्यम एवं सामान्य रहेगा गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दर्शन नहीं करनी चाहिए।