Tonk news(फ़िरोज़ उस्मानी)। शिव शिक्षा समिति राणोली, व सेव द चिल्ड्रन के माध्यम से आज बाल श्रम निषेध दिवस मनाया गया। इस अवसर पर किशोरियों ने अपनी चित्रकला के माध्यम से बैनर बनाकर बाल मजदुरी को खत्म करने का संदेश दिया। पूनम जोनवाल ने बताया कि 12 जून 2020 अन्तरराष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस मनाया जाता है, उसके तहत सोहेला पचायंत, बगडी, प्यावडी, जवांली के हणोतिया, डारडतुर्की पचांयत पर किशोरियों ने चित्रकला, दिवार लेखन, रेली के माध्यम से बाल मजदुरी को समाप्त करने का संदेश दिया।
परियोजना “शादी बच्चों का खेल नहीं“ पीपलु तहसील के 32 गावों में 3500 किशोर, किशोरियों के साथ काम कर रही है। सोहेला पचायंत के सरपंच ने बताया की बाल मजदुरी को खत्म करने एव ऐसे बच्चे जो बाल मजदुरी में फसे हुये है उनकी सूची बनाकर शिक्षा से जोडनें की बात की। सोहेला पचायंत से सरपंच रामदास बैरवा, सकेटरी पुरण मीणा, एवं अन्य सदस्य व किशोरी फेडरेशन की सदस्य, किशोरी समूह की सदस्य, ग्राम स्तरीय बाल सरक्षण समिति के सदस्य व शिव शिक्षा समिति राणोली के कार्यकर्ता रामकल्याण जाट, धोली वर्मा, प्रमिला धाकड, कोमल गुर्जर, रिकूं सेनी, पिकीं बैरवा, सोनु गोड मोजुद रहें।