नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष के पोस्टर में दिखी भाजपा की गुटबाजी
टोंक (फिरोज़ उस्मानी)। जिले के भाजपाई नेताओं में गुटबाजी इस कदर हावी है, कि एक दूसरे के साथ अपने नाम तक जोडऩे से परहेज रखते है। संगठनात्मक कार्यक्रमों के पोस्टरों तक में गुटबाजी की झलक साफ दिखाई पड़ती है। पहले ये गुटबाजी बंद कमरे में ही थी। लेकिन अब धीरे धीरे सडक़ों पर भी उतर आई है। ऐसा ही एक नजारा शहर के घंटा-घर पर नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी के शुभकामनाओं वाले एक पोस्टर में दिखाई दे रहा है। पोस्टर में टोंक विधायक अजीत सिंह मेहता व टोंक प्रधान जगदीश गुर्जर के फोटो को छोड़ कर सभी भाजपा जनप्रतिनिधियों की शुभकामनाओं के फोटो लगे है। शहर भर में ये पोस्टर खासा चर्चा का विषय बना हुआ है। लोगों का कहना है कि क्या टोंक विधायक अजीत सिंह मेहता व प्रधान जगदीश गुर्जर भाजपाई नही हैï?
इनके लगे है, फोटो
प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी के शुभकामनाओं वाले एक पोस्टर में संासद सुखबीर सिंह जोनापुरिया, देवली-उनियारा विधायक राजेन्द्र गुर्जर, टोडा-मालपुरा विधायक कन्हैयालाल चोधरी, निवाई विधायक हीरालाल रैगर, जिला प्रमुख सत्यनारायण चौधरी, जिलाध्यक्ष गणेश माहुर, चार निकाय अध्यक्ष व पंचायत समिति प्रधान के फोटो लगे है। इसमें टोंक विधायक अजीत सिंह मेहता व टोंक प्रधान के फोटो नदारद है।
मेहता के खिलाफ एक जुट
काफी लम्बें समय से टोंक विधायक अजीत सिंह मेहता के विरोध में जिले के सभी भाजपा नेता एकजुट है। पार्टी के कई कार्यक्रमों में इसका नजारा साफ देखने को मिलता भी है। इतना ही नही गुटबाजी के चलते सौशल मीडिया पर भी उदाहरण देखने को मिलते है। भाजपा नेताओं के मीडिया प्रमुखों द्वारा कई महत्तवपूर्ण व जिला स्तरीय कार्यक्रमों में टोंक विधायक के मौजूद होने के बाद भी प्रेस नोट से भी टोंक विधायक का नाम उड़ा दिया जाता है। कुल मिलाकर भाजपाईयों में ये आपसी गुटबाजी आने वाले चुनाव में द्यातक साबित हो सकती है।