Tonk – बनास नदी में धड़ल्ले से हो रहा बजरी का अवैध खनन, पुलिस अवैध वसूली में मशगुल

liyaquat Ali
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Tonk  / Piplu News (ओपी शर्मा) – टोंक जिले की पीपलू तहसील की पुलिस, परिवहन व खनिज विभाग की ढीली लगाम के कारण ओवरलोड वाहन चालक भी बेपरवाह होते जा रहे हैं। सड़क पर गुजरते बजरी से ओवरलोड वाहन इसके गवाह हैं। हालत ऐसी है कि छोटे वाहनों का तो इन वाहनों से साइड लेकर निकलना भी दुश्वार है। इससे दुर्घटनाएं होने की भी आशंका बनी रहती है। खास बात यह है कि पुलिस हरसंभव नकेल कसने का भले ही दावा करे, मगर ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों पर सरपट दौडते बजरी से ओवरलोड वाहन इनकी पोल खोलने को काफ़ी है

ओवरलोड से निकला सड़कों का दम

सड़कों पर सरकार करोंडों रूपया खर्च करती है। उम्मीद यह होती है कि यातायात का चक्का रफ्तार पकड़े, लेकिन कमजोर कड़ियां सड़क की दुर्दशा करने में लगी हुई हैं। इन कमजोर कड़ियों में ओवरलोड वाहन व खाकी की मिलीभगत नजर आती है। जहां एक ओर ओवरलोड वाहन सड़कों को गड्ढों में तब्दील कर रहे हैं,वहीं इनकी निगाहबंदी में लगाई गई खाकी इनसे सांठ-गांठ कर अपनी जेब गरम कर रही है टोंक की बरोनी, पीपलू पुलिस तो जमकर चादी कुट रही हैं । पीडब्लूडी की गाईड लाइन है कि ओवरलोड वाहनों को क्षमता से कम निर्मित सड़कों से न गुजरने दिया जाए, यदि सड़क खराब होती है तो उसकी जिम्मेदारी प्रशासन की भी होती है। इस घालमेल का खामियाजा आम आदमी को भुगतना पड़ रहा है ।

गोरखधंधे में पुलिस भी बहती गंगा में हाथ धोने लग रही है

एक बजरी माफिया ने बताया की पीपलू, बरोनी पुलिस वालों को प्रत्येक वाहन पर अच्छा कमीशन देते हैं तभी हमें निकलने दिया जाता है । इस गोरखधंधे में पुलिस भी बहती गंगा में हाथ धोने लग रही है ।पीपलू, बरोनी पुलिस के जवान शांतिपूर्ण तरीके से काली कमाई करने में लगे हुए है ।

बजरी बिखरने से दुर्घटना का खतरा

दर्जनों छोटी-बड़ी दुर्घटनाओं को अंजाम देने के बावजूद ओवरलोड वाहन अभी भी धड़ल्ले से दौड़ रहे हैं। स्टेट हायवे टोंक जयपुर , मेगा हायवे सोहैला डिग्गी पीपलू से फागी सड़क पर प्रतिदिन सैंकड़ों बनास नदी से ओेवरलोड बजरी ले जा रहे हैं। ट्रक, डंपरों, ट्रैक्टर ट्रालियों से जहां सड़क मार्गों में चलने वाले छोटे वाहनों कार व बाईक सवारों की जिंदगी दांव पर है। वहीं इन वाहनों की बॉडी से उपर तक बजरी भरे होने के कारण अक्सर यह बजरी सड़क में भी बिखर जाती है, इससे दुर्घटनाओं की संभावना बढी है। इन वाहनों में इतनी बजरी भरी होती है कि अचानक ब्रेक लगाने से सड़क पर गिर जाता है।

जब पीछे से दो पहिया वाहन चालक एवं अन्य वाहन आते हैं तो उन पर यह बजरी गिर जाती है। जिससे कई लोग चोटिल हो जाते हैं। फिर भी पुलिस ,परिवहन व खनिज विभाग के अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। मजे की बात यह है कि इन मार्गों पर पीपलू ,बरोनी पुलिस थाना है। फिर भी इनके सामने से रोजाना सैंकड़ों की तादाद में ये वाहन गुजरते हैं। थाना के थाना प्रभारी से सांठ-गांठ कर प्रति वाहन के हिसाब से निकासी होने से कतई इंकार भी नहीं किया जा सकता है।

जहां एक तरफ सरकार ने पुलिस को जनता की सुरक्षा के लिए रखा है वहीं दूसरी तरफ यह पुलिस वाले जनता का ही शोषण करने में लगे हुए ऐसे ही इनकी अवैध वसूली चलती रहती है लेकिन प्रशासन की तरफ से इस पर कोई कार्यवाही नहीं की जाती और इन घटनाओं को देख कर नजरअंदाज कर दिया जाता है आखिर कब तक ऐसे ही पुलिस वाले वसूली करते रहेंगे आखिर कब ऐसे पुलिस वालों पर कार्यवाही की जाएगी यह पुलिस के नाम पर धब्बा लगा रहे हैं

इसीलिए जनता में पुलिस का वजूद धीरे धीरे खत्म होता जा रहा है सरकार को ऐसे पुलिस वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए । अवैध वसूली का धंधा थाना पीपलू, बरोनी की नाक के नीचे बेखौफ हो रहा है। इस पर आला अधिकारियो का कोई ध्यान नही है उन्हें केवल अवैध वसूली से मतलब है।

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