भीलवाडा/ इस साल का पहला चंद्र ग्रहण कल होगा हालाकी यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा लेकिन ब्रह्मांड में इस ग्रहण का होने से आमजन और प्राकृतिक पर असर जरूर पड़ता है ग्रहण का प्रभाव राशियों पर भी पड़ता है।
ज्योतिष नगरी कारोई में स्थित वेद गायत्री ज्योतिष अनुसंधान केंद्र के संचालक ज्योतिष डॉक्टर पंडित गोपाल उपाध्याय पुत्र नानूराम उपाध्याय के अनुसार इस साल का पहला चंद्र ग्रहण शुक्रवार 5 मई को वैशाख मास की पूर्णिमा पर कल होगा ग्रहण रात 8:44 पर लगेगा और रात को करीब 1:02 तक रहेगा इस बार चलेंगे जाने की अवधि 4 घंटे 15 मिनट होगी लेकिन यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा ।
इसलिए इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा भारत के अलावा यह ग्रहण ब्यूरो सेंट्रल एशिया ऑस्ट्रेलिया अफ्रीका अंटार्कटिका प्रशांत अंटलाटिका और हिंद महासागर में देखा जाएगा ।
ज्योतिष डॉक्टर उपाध्याय के अनुसार इस ग्रहण का प्रभाव सभी 12 राशियों पर दी पड़ेगा लेकिन विशेषकर 2 राशियों के जातकों को सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि इन पर सीधा प्रभाव पड़ेगा यह राशि है तुला और मेष क्योंकि चंद्रग्रहण तुला राशि में लग रहा है
और इस दौरान चंद्रमा केतु की युति भी बन रही है ऐसी स्थिति में चंद्रमा की पहली दृष्टि तुला राशि पर होगी और सबसे ज्यादा प्रभाव इसी राशि पर होगा ।
इसलिए चंद्र ग्रहण के दौरान तुला राशि के जातकों को विशेष सावधान रहने की जरूरत है तथा इसके अलावा मेष राशि के जातकों को भी सावधान रहने की जरूरत है और इसके साथ ही स्वाति नक्षत्र में जन्मे लोगों को तब तक रहना होगा जरा सी सावधानी नहीं होने पर यह नुकसान उठा सकते हैं
ग्रहण का भारत और अन्य देशो पर प्रभाव
इस ग्रहण का प्रभाव सबसे ज्यादा पश्चिमी देशों अमेरिका इंग्लैंड यूरोप रूस यूक्रेन पाकिस्तान अफगानिस्तान आदि देशों पर पड़ेगा इसके प्रभाव से रूस यूक्रेन युद्ध बहुत ही भयानक दौर में पहुंच जाएगा और मानवता का हनन होगा निर्दोष नागरिको की हत्या होगी।
इस चंद्र ग्रहण के प्रभाव से भारतीय राजनीति में भी सत्ता पक्ष व विपक्ष में वाक युद्ध शुरू होगा व अनेक जन आंदोलन देखने को मिलेंगे देश के खिलाफ उग्रवादी संगठनों द्वारा साजिस रची जायेगी।
लेकिन समय रहते सेना व सरकार उसको विफल कर देगी विश्व के अनेक भागों में भूकंप व प्राकृतिक आपदाएं जैसे आगजनी अतिवृष्टि को देखने को मिलेगी । भारत में इसी वर्ष होने वाले अनेक राज्यों में विधानसभा चुनाओँ में सत्ता परिवर्तन होने के योग बनेंगे
15 दिन के अंतराल में सन 2023 का यह दूसरा ग्रहण इससे पहले 20 अप्रैल को साल का पहला सूर्य ग्रहण हुआ था वैशाख की पूर्णिमा पर कल होने वाला चंद्र ग्रहण का योग 130 साल बाद वापस बन रहा है अर्थात बुद्ध पूर्णिमा और चंद्रग्रहण दोनों का सहयोग 130 साल पहले बना था।