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मोदी ने नोटबंदी, जीएसटी व लॉकडाउन के बाद तीन ऑप्शन दिए भूख, बेरोजगारी व आत्महत्या - राहुल गांधी - Dainik Reporters

मोदी ने नोटबंदी, जीएसटी व लॉकडाउन के बाद तीन ऑप्शन दिए भूख, बेरोजगारी व आत्महत्या – राहुल गांधी

Dr. CHETAN THATHERA
8 Min Read

पदमपुर (श्रीगंगानगर)। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को हनुमानगढ़ के पीलीबंगा और श्रीगंगानगर जिले के पदमपुर में किसान महापंचायत की। उन्होंने दोनों स्थानों पर केन्द्र की मोदी सरकार पर हमला बोला तथा केन्द्रीय कृषि कानूनों की खिलाफत की। राहुल ने कहा कि मोदी सरकार ने पहले नोटबंदी, जीएसटी और अचानक लॉकडाउन लगाकर तीन झटके दिए। अब वे कृषि कानून से किसानों को ऑप्शन मिलने की बात कह रहे हैं। ऑप्शन है, लेकिन भूख, बेरोजगारी और आत्महत्या का।

राहुल गांधी ने कहा कि देश मुश्किल दौर से गुजर रहा है। पहले कोरोना ने देश के लाखों लोगों को दुख दिया। हर परिवार को चोट मारी। अब मोदी अपने मित्रों के लिए देशवासियों पर चोट मार रहे हैं। हिन्दुस्तान का सबसे बड़ा बिजनेस कृषि है। इसमें सिर्फ किसान नहीं, छोटे दुकानदार, मजदूर, लोडर सहित करोड़ों लोग काम करते हैं। यह 40 लाख करोड़ रुपए का धंधा है। मगर इस बिजनेस और बाकी बिजनेस में फर्क है। बाकी को एक या दो उद्योगपति कंट्रोल करते हैं। टेलीफोन या मोबाइल के बिजनेस देखिए। इसमें एक या दो लोग दिखेंगे, लेकिन कृषि एक ऐसा धंधा है, जिसे करोड़ों लोग चलाते हैं। ये किसी का नहीं है। यह भारत माता का बिजनेस है।

उन्होंने कहा कि जिस दिन कृषि का धंधा एक या दो लोगों के हाथ चला गया, उस दिन भारत माता को बहुत चोट लगने वाली है। हम यह समझते हैं। उसकी रक्षा करते हैं। इसलिए हमने आपको एमएसपी दी, बीज दिलाए, पानी दिलाया। यह सिर्फ धंधा नहीं है। आप ही बताइये कि अगर कोई भी कहीं भी, कितनी भी खरीद कर सकता है तो फिर मंडी की क्या जरूरत है। पहले किसान कानून का लक्ष्य मंडियों को खत्म करना है। केवल एक व्यक्ति को खरीदने का अधिकार होना चाहिए। दूसरा कानून कहता है कि जितना भी अनाज, फल, सब्जी बड़े उद्योगपतियों को जितनी भी उद्योगपतियों को डालना हो, वे डाल सकते हैं, इसकी कोई सीमा नहीं। दूसरे कानून का लक्ष्य जमाखोरी शुरू करने का है। अब इससे फायदा किसको होगा, सोचिए।

राहुल ने कहा कि आज एक उद्योगपति है, जिसके गोदाम में हिन्दुस्तान का 40 प्रतिशत अनाज है। दूसरे कानून के बाद जब किसान अनाज सब्जी और फल बेचने जाएगा, उसी समय बड़ा उद्योगपति अपने गोदाम से मार्केट में डालेगा। वैसे ही अनाज के दाम गिरेंगे। जब दाम गिरेंगे तो किसान को अपनी मेहनत के लिए सही दाम नहीं मिलेंगे। जब वही किसान उपभोक्ता बनकर दुकान में अपना ही अनाज खरीदने जाएगा तो उद्योगपति बाजार से अनाज, फल व सब्जी अपने गोदाम में लेगा और किसान को महंगा अनाज, महंगा फल व सब्जी खरीदनी पड़ेगी। फायदा किसान, मजदूर, छोटे व्यापारी को नहीं बल्कि तीन अरबपतियों को होगा। यह धंधा नरेंद्र मोदीजी दो लोगों को सौंपना चाहते हैं।

राहुल ने कहा कि कल संसद में, मैं खड़ा हो गया, और दो मिनट का मौन रखने की बात कही। मैंने सभी सांसदों को कहा। क्योंकि, ये हमारे किसान हैं और हमें भोजन देते हैं। लेकिन दुख की बात है कि सभी खड़े हुए , लेकिन भाजपा का कोई सांसद एक मिनट भी खड़ा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि अगर तीनों कृषि कानून लागू हुए तो देश के 40 प्रतिशत लोग बेरोजगार हो जाएंगे। कांग्रेस पार्टी की कोशिश रही है कि इस धंधे को किसी एक व्यक्ति के हाथ में न जाने दें। आजादी के दिन से आज तक ये हमारा लक्ष्य रहा है कि कृषि हिंदुस्तान के 40 प्रतिशत लोगों का धंधा ही रहे। कांग्रेस पार्टी अमूल कंपनी लाई थी। लाखों किसानों की कंपनी है। पूरे देश में दूध डिलीवर करती है।

राहुल ने कहा कि ये सिर्फ किसानों पर आक्रमण नहीं है। ये हिंदुस्तान की 40 प्रतिशत जनता पर आक्रमण है। किसान सबसे जागरुक है, उसे यह बात पहले समझ आ गई। किसान ने अंधेरे में टॉर्च लगा रखी है, उसे भविष्य दिख रहा है। अगर ये तीन कानून लागू हो गए, किसान तो गया। उसकी जमीन गई। उसके साथ-साथ छोटा दुकानदार भी गया। व्यापारी-मजदूर भी गया। हिंदुस्तान के 40 फीसदी लोग बेरोजगार हो जाएंगे।

मोदी जी कहते हैं कि ये हमने किसानों के लिए किया। अगर ये किसानों के लिए है तो पूरे देश का किसान दुखी क्यों है। दिल्ली की बॉर्डर पर लाखों किसान क्यों खड़े हैं? 200 किसान शहीद क्यों हुए हैं? ये सब 4 लोगों के लिए हो रहा है। इस देश में रोजगार दो-तीन उद्योगपति नहीं देते, किसान, छोटा दुकानदार, व्यापारी देता है। उन्हें आपने खत्म कर दिया।

उन्होंने कहा कि देश में बेरोजगारी फैलती जा रही है। नरेंद्र मोदी हर रोज कोई न कोई नया बहाना बनाते हैं। पता नहीं क्या-क्या बोलते हैं। आपने संसद में प्रधानमंत्री का चेहरा देखा होगा। कहते हैं कि हम किसानों से बात करना चाहते हैं। बात किस बात की? इस कानून को आप खत्म कीजिए, किसान आपसे बात करने को तैयार है। हम किसान, मजदूर, छोटे व्यापारियों के साथ खड़े होकर इस कानून को लागू नहीं होने देंगे। रद्द करके ही दम लेंगे।

 

राहुल ने कहा कि चीन की सेना ने हजारों किलोमीटर जमीन हिंदुस्तान से छीन ली। हमारे जवानों को शहीद किया और कल लोकसभा-राज्यसभा में रक्षा मंत्री कहते हैं कि समझौता हो गया। समझौता किस बात का? मोदी जी की सरकार ने हिंदुस्तान की पवित्र जमीन चीन को पकड़ा दी। पैंगॉन्ग लेक में हिंदुस्तान का पोस्ट फिंगर-4 पर होता था। चीन ने अपनी सेना को अंदर डाला। समझौते में कहा गया है कि हम अब फिंगर-3 पर अपना पोस्ट लगाएंगे। फिंगर-3 और फिंगर-4 के बीच की हिंदुस्तान की पवित्र जमीन मोदी जी ने चीन को दे दी है। वे चीन के सामने नहीं खड़े हो पाएंगे, किसानों को धमकी देंगे।

वे किसानों को मारेंगे, पीटेंगे, दीवार बनाएंगे। एक गलतफहमी है नरेंद्र मोदी को। वे हिंदुस्तान के किसानों, मजदूरों की शक्ति नहीं जानते। समझ ही नहीं है उन्हें। किसान, मजदूर, छोटे व्यापारी अब उन्हें अपनी शक्ति दिखाने जा रहा है। दोनों महापंचायत में प्रदेश प्रभारी अजय माकन, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा, पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट समेत कई मंत्रियों व पदाधिकारियों ने संबोधित किया।

 

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम