सवाई माधोपुर
Lokesh Tatwal
सवाई माधोपुर जिले के उपखंड खंडार के छान गांव में 8 मई की रात दो समुदाय विशेष के युवाओं के बीच ट्रैक्टर ट्रॉली में तेज आवाज में डीजे बजाने की बात को लेकर हुए झगड़े ने जिले में बने सौहार्द बिगाड़ने का एक भयंकर का रूप ले लिया था जिसमें मुस्लिम समाज के लोगों द्वारा गुर्जर समाज के युवाओं को तेज आवाज में डीजे बजाने की बात पर रोकने मना करने पर आपस में कहासुनी हो गई जिस पर दोनों ही समुदाय के युवाओं के बीच आग कुछ इस तरह लगी कि जिले में हिंदू मुस्लिम के सौहार्द के बिगड़ने की बात चरम पर आ गई .
इस दौरान मुस्लिम समुदाय व गुर्जर समाज के लोगों के बीच हुए झगड़े में पथराव हवाई फायरिंग होना जैसी बातें सामने आई जिस में पथराव के चलते गुर्जर समाज के 5 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए जिनमें से दो को जयपुर रेफर कर दिया गया व अन्य का जिला अस्पताल सवाई माधोपुर में उपचार जारी है जिस पर दोनों ही समुदाय के लोग एक दूसरे पर खून बहने के बाद पर जानलेवा हमला करने को उतारू हो गए जिस पर सूचना के बाद जिला प्रशासन मौके पर पहुंचे और बिगड़ती हुई स्थितियों को देख क्षेत्र में धारा 144 लागू कर राजस्थान पुलिस आरएसी के जवानों को छान गांव में तैनात कर दिया गया जिस पर जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक दोनों हो ही बिगड़ती स्थितियों को देख आल्हा प्रशासन के साथ मौके पर डटे रहे कई बार समझाइश के दौर भी चले लेकिन बात नहीं बनी कैसे में गुर्जर समाज के युवकों के घायल होने से गुजर समाज आक्रोशित था .
कई बार समझा इसके दौर चले लेकिन अंतिम 12 मई तक स्थितियां ज्यो की त्यों बनी रही कई समाज के नेता अन्य लोग सुले के लिए पहुंचे लेकिन कोई बात नहीं बनी और दोनों ही समुदाय एक दूसरे की जान लेने को उतारू बैठे थे जिले का माहौल बिगड़ते हुए हिंदू मुस्लिम के भाईचारे को लेकर चिंतित था लेकिन कल दोपहर कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक से मिले घंटो वार्ता का दौर उनके बीच चला जिसके बाद देर शाम कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला छाण गांव पहुंचे जहां दोनों ही समुदाय के लोगों को आमने सामने बैठ कर बात की गई इस पर अंतिम दौर में कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने दोनों ही समुदाय के लोगों से हुई गलती को माफी में तब्दील करते हुए.
एक दूसरे के गले मिला कर पूरे मामले को शांत किया जिसमें जिला प्रशासनिक अधिकारियों ने राहत की सांस ली हालांकि बिगड़ते हुए हालात कुछ इस तरह स्थिति बयां कर रहे थे कि आपसी सुलह होना मुश्किल था लेकिन कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने अपनी जादू की छड़ी कुछइस तरह घुमाई की दोनों ही समुदाय के लोग कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के गांव में पहुंचते ही उनकी अगुवाई में पहुंचे और उनसे बात कर सुलह की मनसा बनाकर पूरे मामले को शांत कर दिया.
ऐसे में जिले में दोनों समुदाय गलतियों के बीच बिगड़ने वाली स्थिति को मुख्य तौर पर संभालने में कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने सौहार्द को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई