जयपुर/ राजस्थान के चर्चित 900 करोड़ से अधिक के संजीवनी क्रेडिट को ऑपरेटिव सोसाइटी घोटाले में भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री जोधपुर के सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत पर अब गाज गिर सकती है।
इस मामले में एसओजी ने शेखावत को आरोपी बना लिया है और राजस्थान सरकार द्वारा हाईकोर्ट में शेखावत को घोटाले में आरोपी बनाए जाने के लिए लगाए गए प्रार्थना पत्र को स्वीकार करते हुए इस पर 30 मई को सुनवाई तय कर दी है ।
विदित है कि इस मामले में 13 अप्रैल को हुई सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने इस मामले में पैरवी करते हुए कहा था कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को एसओजी की एफ आई आर में ने तो आरोपी माना है और नहीं गिरफ्तारी कर रहे हैं।
इस पर हाईकोर्ट ने सुनवाई के दौरान जस्टिस कुलदीप माथुर ने गजेंद्र सिंह को राहत देते हुए एसओजी व राजस्थान में कहीं भी दर्ज f.i.r. पर उनकी संभावित गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी और 3 सप्ताह बाद एक बार फिर सुनवाई के लिए कहा था।
इस आदेश के बाद उसी दिन राज्य सरकार की ओर से हाईकोर्ट में आदेश संशोधन प्रार्थना पत्र दाखिल किया गया था यह प्रार्थना पत्र शेखावत को स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप एसओजी की ओर से संजीवनी घोटाले मामले में आरोपी बनाने के लिए लगाया गया था ।
एसओजी ने इस मामले में शेखावत को आरोपी बनाया और फिर सरकार ने कोर्ट में यह प्रार्थना पत्र पेश किया था जिसे आज सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट स्वीकार करते हुए अगली सुनवाई 30 मई को करने के आदेश दिए हैं ।
क्या हो संजीवनी घोटाला
राजस्थान सोसायटी एक्ट के तहत सन 2008 में संजीवनी क्रेडिट को ऑपरेटिव सोसाइटी को रजिस्टर्ड कराया गया था और इसकी शुरुआत बाड़मेर से हुई थी साल 2010 में यह सोसाइटी मल्टी स्टेट सोसाइटी हो गई तथा 12 साल में ही 230 से अधिक उसकी शाखाएं खुल गई थी ।
इस के प्रबंध निदेशक विक्रम सिंह इस घोटाले के मास्टरमाइंड ने जो अभी वर्तमान में जेल में बंद है इस सोसाइटी में 100000 लोगों से करीब 900 करोड रुपए की ठगी की गई फर्जी ऋण बांटे गए ब्याज नहीं लिया गया कुछ निवेशकों से शिकायतें की तो राजस्थान सरकार ने एसओजी को मामला सौंपा जांच में हजारों खाते फर्जी पाए गए थे ।
इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत मैं लगातार द्वंद युद्ध चल रहा है और दोनों ही सार्वजनिक तौर पर होने वाली सभाओं और भाषणों में एक-दूसरे पर जमकर आरोप लगा रहे हैं।