Tonk News। अतिरिक्त जिला कलेक्टर शिवचरण मीना ने अति प्रचंड तूफान बिपरजॉय के मद्देनजर कलेक्ट्रेट सभागार में बुधवार को समस्त विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली और राहत एवं बचाव के लिए पूरी तरह तैयार रहने के निर्देश दिए।
उन्होंने जिलेवासियों से 16 से 18 जून को तूफान को लेकर सतर्कता बरतने की अपील की है। अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने जिले के बाशिंदों से इन दिनों में कुछ एहतियात बरतने को कहा है, जिनमें से कुछ ये हैं- तेज हवा, मेघगर्जन एवं बारिश के दौरान घरों के अंदर रहें।
बड़े पेड़ों के नीचे एवं कच्चे घरों में शरण लेने से बचें। तेज हवा एवं बारिश के समय पेड़ों के नीचे और दीवार के पास नहीं खड़े हों। पशुओं को खुले बाड़े में रखें और खूंटे से नहीं बांधें। बिजली के खंभों के नीचे एवं आसपास दुपहिया एवं चौपहिया वाहन खड़ें न करें। जिन परिवारों के घर यदि कच्चे, टॉपरीनुमा तथा टीनशेड है वो रात्रि विश्राम इन घरों में न करें, इसके लिए जिले के समस्त राजकीय विद्यालयों के संस्था प्रधानों को इन तीन दिवसों में अपने विद्यालय के एक कार्मिक को निरंतर विद्यालय में उपस्थित रहने हेतु आदेशित करने के निर्देश प्रदान किये गए है।
समस्त विद्यालय भवन इस अवधि में आवश्यकता होने पर लोगों के निवास के लिए खुले रखे जायेंगे, तथा राहत स्थल के रूप में उपयोग किये जाएंगे। साथ ही, जिन स्थानों पर बड़े होर्डिंग लगे हैं, उनसे दूर रहें। बिजली के खंभों, तारों एवं ट्रांसफॉर्मर आदि से पर्याप्त दूरी बनाए रखें एवं नजदीकी सुरक्षित स्थान पर शरण लें।
तेज बहाव में वाहन न उतारें तथा आपात स्थिति में टॉर्च, रेनकोट एवं छाते का इस्तेमाल करें। बैटरी से संचालित मोबाइल, इन्वर्टर इत्यादि उपकरणों को फुल चार्ज रखें। पशुओं को भारी बारिश से बचाने के लिए सुरक्षित स्थानों पर बांधें। पशु चराने वाले चरवाहे मौसम पूर्वानुमान के मद्देनजर पशुओं को बाहर लेकर न जाएं। किसी भी आपात स्थिति में नियंत्रण कक्ष पर सूचना दें।
टोंक जिला प्रशासन ने जिलेवासियों से इन निर्देशों का पालन कर प्रशासन को सहयोग करने की अपील की है। तूफान के दौरान दरवाजे एवं खिड़कियां बद कर दें। बिजली के मेन स्विच और गैस सप्लाई बंद कर दें। संक्रमण से बचने के लिए उबला पानी पीएं।
चक्रवाती तूफान के दौरान उपखंड अधिकारियों, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं आयुक्त नगर परिषद/अधिशासी अधिकारी नगर पालिका समस्त को निर्देश प्रदान किये गए कि वो अपने-अपने संबंधित क्षेत्र के लिए चेतावनी प्रसारण टीम, आबादी निष्क्रमण टीम, राहत स्थल व्यवस्था
टीम, खोज एवं बचाव टीम तथा क्षति आकलन एवं राहत प्रस्ताव टीमों का तत्काल गठन कर उन्हें सक्रिय करना सुनिश्चित करें। उन्होंने सूचना एवं जनसम्पर्क कार्यालय को ग्राम पंचायत और नगर निकायों के सुजस व्हाट्सएप ग्रुप के जरिये तूफान से संबंधित सूचना एवं चेतावनी को प्रसारित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने बीसलपुर एसइ एवं जिला मत्स्य अधिकारी को बांध में इन तीन दिनों में तूफान एंव अतिवृष्टि के दौरान मछली पकड़ने वाली नौकाओं के संचालन पर रोक लगाने के निर्देश दिए। साथ ही, डाउन स्ट्रीम में लोगों की भीड़ एकत्रित ना हो, इसके लिए संबंधित थाना प्रभारी को निर्देशित किया गया है।
बीसलपुर एवं अन्य छोटे-बड़े जलाशयों के अंदर पानी कम होने पर बहुत सारे लोगों द्वारा गर्मी की फसले एवं सब्जियां उगाई गयी है और यह लोग अस्थायी आश्रय स्थल बनाकर वहीं पर निवास करते है। ऐसे समस्त लोगों को सूचना दी जाकर इन तीन दिनों में इस स्थानों पर ना रूकने की सूचना दी जावे और यह सुनिश्चित किया जावे इस चक्रवात के दौरान वह इन स्थानों पर न रहें ताकि किसी भी प्रकार की जनहानि ना हो।
तूफान से पहले क्या करें
आवश्यकता हो तो घर के दरवाजों और खिड़कियों की मरम्मत कराएं।
घर में टॉर्च, इमरजेंसी लाइट आदि रखें ताकि बिजली जाने की स्थिति में उनका इस्तेमाल किया जा सके।
इमरजेंसी में इस्तेमाल के लिए खराब न होने वाला भोजन हमेशा अपने घर में रखें।
तूफान के दौरान क्या करें
सरकार द्वारा जारी चेतावनी को सुनते रहें।
सरकार या स्थानीय प्रशासन के सुझावों को मानें।
अगर आपका घर सुरक्षित बना है तो उसके सबसे सुरक्षित हिस्से में पनाह लें। लेकिन अगर प्रशासन खाली करने के लिए कहे तो तुरंत इसे खाली कर दें।
घर पर बिना पकाए इस्तेमाल किया जा सकने वाला खाना और कुछ अतिरिक्त पानी स्टोर कर लें।
अगर आप शेल्टर में शिफ्ट किए गए हैं तो अगले आदेश तक इसे नहीं छोड़ें और अधिकारियों के निर्देश का पालन करें।