- जुलूस निकालकर सम्मान समारोह की आयोजित
Bhilwara News / Shahpura News /Dainik reporter- (मूलचन्द पेसवानी )- स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा महाराष्ट्र के अहमदनगर में आयोजित 65 वीं राष्ट्रीय विद्यालय वॉलीबॉल प्रतियोगिता (17वर्ष छात्रा वर्ग) के फाइनल मुकाबले में राजस्थान की टीम में प्रतिनिधित्व कर स्वर्ण पदक जीतकर लौटी कस्बे की दो बेटियों का कस्बेवासियों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। स्थानीय राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय तहनाल गेट की प्रधानाचार्य मोनिका शर्मा ने बताया कि छात्राएं अंजली भाट व ममता रेगर ने 65वें राष्ट्रीय स्तरीय वॉलीबॉल प्रतियोगिता में भाग लेकर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर राजस्थान की टीम को स्वर्ण पदक दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।
उन्होंने बताया कि फाइनल मुकाबले में राजस्थान की टीम ने पश्चिम बंगाल की टीम को 3-1 से हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया है। वॉलीबॉल खेल में छात्रा वर्ग में मिले पहली बार स्वर्ण पदक जीतने पर क्षेत्र के खेल प्रेमियों खासकर छात्रा वर्ग में खासा उत्साह देखने को मिला। दोनों छात्राओं के शाहपुरा पहुंचने पर त्रिमूर्ति चैराहे पर भव्य स्वागत किया गया।
इसके पश्चात राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय से खुली जीप में दोनों छात्राओं और कोच मूलचंद खोईवाल और राजस्थान टीम के टीम मैनेजर और स्थानीय यंग स्पोर्ट्स क्लब के वरिष्ठ खिलाड़ी हेमराज खटीक का कस्बे में जुलूस निकाला गया। इस दौरान स्कूल बच्चों ने दोनों स्वर्ण पदक विजेता छात्राओं को माला पहनाकर और कस्बेवासियों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया जुलूस बस स्टैंड त्रिमूर्ति चैराहा सदर बाजार होते हुए महलों का चैक स्थित विद्यालय प्रांगण में संपन्न हुआ।
जहां स्थानीय उपखंड अधिकारी आईएएस श्वेता चैहान के मुख्य अतिथि और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ अनुकृति उज्जैनिया के अध्यक्षता में सम्मान समारोह आयोजित किया गया। जहां दोनों महिला अधिकारियों ने स्वर्ण पदक विजेता छात्राओं को पगड़ी और माला पहनाकर सम्मानित किया।
उक्त कार्यक्रम में संबोधित करते हुए उपखंड अधिकारी चैहान ने बताया कि शाहपुरा खेल प्रतिभाओं की खान है, जहां से कई खेल प्रतिभाएं प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर क्षेत्र का नाम रोशन कर चुकी है। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद अन्य छात्राओं को भी प्रोत्साहित करते हुए शिक्षा के साथ ही खेलों में भी रुचि रखते हुए क्षेत्र को गौरवान्वित करने के लिए बात कही। उन्होंने बताया कि आज के युग में बेटी किसी भी क्षेत्र में कमतर नहीं है यह उन्होंने अपने काबिलियत से साबित किया है।
उपखंड अधिकारी चैहान ने स्थानीय खेल प्रशिक्षकों को भी सम्मानित करते हुए बताया कि इन खेल प्रशिक्षकों द्वारा छात्राओं को खेलों क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए यंग स्पोर्ट्स क्लब व अन्य माध्यमों से जो कार्य किया है वह अन्य लोगों के लिए भी प्रेरणा का स्त्रोत हैं। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उज्जैनिया ने बताया कि आज समय बदल गया है बेटियों को अब बोझ मानना पुरानी बातें हो गई है। उन्होंने खुद का उदाहरण बताते हुए कहा कि जब उनके घर बेटी ने जन्म लिया तब जमकर जश्न मनाया गया।
साथ ही उन्होंने छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए बताया कि आज बेटियां सीमाओं पर बेटों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर राष्ट्र को सुरक्षित बना रही है वहीं अंतरिक्ष में पहुंचकर राष्ट्र को गौरवान्वित कर रही है। उन्होंने दोनों स्वर्ण पदक विजेताओं को शुभाशीष देकर अन्य छात्राओं को भी उनसे प्रेरणा देने की बात कही।
इस दौरान यंग स्पोर्ट्स क्लब के अध्यक्ष रामप्रसाद कुम्हार जिनके द्वारा क्षेत्र की छात्राओं को वर्ष पर्यंत वॉलीबॉल खेल के लिए ट्रेनिंग दी जाती है और सचिव राजेंद्र सिंह धाबाई जोकि वर्ष पर्यंत क्षेत्र के खेल प्रतिभाओं को तराशने में लगे रहते हैं के साथ ही छात्राओं के प्रशिक्षक मूलचंद खोईवाल, हेमराज खटीक और स्थानीय विद्यालय की शारीरिक शिक्षिका हंसा हाड़ा उनको भी सम्मानित किया गया।
साथ ही कस्बे के अन्य समाजसेवियो द्वारा भी छात्राओं को उपहार देकर सम्मानित किया गया। शिक्षक परमेश्वर कुमावत के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में राबाउमावि की प्रधानाचार्य रीता धोबी, शिक्षक सुनील सुखवाल, समाजसेवी अशोक त्रिपाठी, ललित शंकर गुजराती, रामस्वरूप खटीक सहित दर्जनों कस्बावासी व सैकड़ों छात्राएं मौजूद रही।