Jaipur News – भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया(Satish Poonia) ने रविवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कोटा अस्पताल में बच्चों की मौत मामले में सरकार पर निशान साधते हुए बच्चों की मौत मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान की निंदा की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को फुर्सत मिले तो बच्चों की सुध ले। साथ ही यह भी कहा कि राजस्थान की जनता चिकित्सा मंत्री को ढूढ़ रही है। उनका फोन स्वीच ऑफ है और लोकेशन ट्रेस नहीं हो रही। वे विदेश दौरे है। नए साल के चलते सरकार छुट्टी पर चल रही है। इसलिए इस सरकार को जनता ही छुटी पर भेजेगी और भाजपा भी पूरी तैयारी में है कि जितनी जल्दी हो जाए कांग्रेस की अराजक सरकार की छुट्टïी हो।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार संवेदनशीलता खो चुकी है और कांग्रेस पार्टी के लोग मौत के आकड़ों पर बहस करते है। सरकार को इसका जवाब देना होगा। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी तादादा में मौते हुई है वह चौकाने वाला आकड़ा है। इसके लिए डॉक्टर्स व प्रशासन पर आरोप भले ही लगाए लेकिन सरकार अपनी जि मेदारी से भाग नहीं सकती है। कोटा संभाग के मंत्री और विधायकों को भी चिंता नहीं है। अगर थोड़ी बहुत संवेदना होती तौ मौके पर तत्काल जाते।
पंचायत चुनाव की तैयारियां पूरी
पूनिया ने पंचायत चुनाव को लेकर कहा कि हर चुनाव बड़ी चुनौति। उन्होंने कहा कि नब्बे के दशक बाद पंचायतीराज में भाजपा की उपस्थिति अच्छी रही है। लेकिन इन चुनावों में जिस पार्टी की सरकार रहती है उसे प्रत्यक्ष लाभ मिलता है। लेकिन कांग्रेस सरकार नागरिकता संशोधन कानून से डरी हुई है जिसकी वजह से सरपंचों के चुनाव पहले करवा रही है जबकि ऐसा नहीं होता।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के मन में इन चुनावों को लेकर भय है। उन्होंने आशंका भी जताई है कि सरकार सरकारी अधिकारी कर्मचारियों के माध्यम से सरपंचों को प्रताडि़त कर जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों की सं या बढ़ाने की फिराक में है। इसलिए हमारी तैयारी पूरी है। संभाग और जिला स्तर प्रभारी और समन्वयक नियुक्त कर दिए है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने पार्टी के अंदर अनुशासन को लेकर स ती के संकेत दिए है। शपथ ग्रहण के बाद रविवार को फिर दोहराया कि पार्टी में कोई छोटा या बड़ा नहीं है। अनुशासन सभी के लिए जरूरी है।
पूनिया ने कहा कि मैने खुद के लिए भी शीर्ष नेताओं से कह दिया है कि अनुशासन सबके लिए जरूरी है कि और पार्टी स्वतंत्र है। पूनिया ने कहा है कि नई कार्यकारिणी का गठन जल्द होगा।
पूनिया कहा कि 33 जिलों की घोषणा हो चुकी है और बाकी 11 जिला अध्यक्षों की घोषणा जल्द की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश कार्यकारिणी का गठन ऊर्जावान, अनुभवी, नए और सोशल इंजिनियरिंग को देखते हुए किया जाएगा। चूंकि पंचायत चुनाव सामने है ऐसे में हाईकमान से चर्चा कर इस बारे में निर्णय करेंगे कि चुनाव से पहले घोषणा करें या बाद में।
उन्होंने कहा कि नागौर व अलवर के जिला परिषद चुनाव में बहुमत होने के बाद शीर्ष पदों पर बैठे नेताओं की गफलत के चलते बोर्ड नहीं बना। पार्षद पति का ऑडिया वायरल का जिक्र करते हुए कहा कि पार्टी के अंदर ऐसा कतई बर्दास्त नहीं होगा। उन्होंने भरतपुर नगर निगम चुनाव का भी जिक्र किया। उन्होंने साफतौर पर कहा कि अनुशासित रहना और अनुशासन बनाए रखना उनकी पहली प्राथमिकता है।