जयपुर/ कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मिली अपार सफलता के बाद कांग्रेस नए जोश का संचार हो चुका है और इस सफलता के बाद अब कांग्रेस आलाकमान राजस्थान सहित 6 प्रदेशों में नए प्रदेश अध्यक्षों का ऐलान इसी महीने कर सकती है और इन प्रदेशों में प्रदेशाध्यक्ष के ऐलान के साथी नई कार्यकारिणी भी घोषित करने की कवायद है और प्रदेश प्रभारियों का प्रभार भी बदला जा सकता है।
कांग्रेस कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मिली सफलता के बाद अब पार्टी आलाकमान का फोकस आने वाले लोकसभा चुनाव 2024 तथा राजस्थान सहित पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव पर है और पार्टी इन चुनाव में अपने पिछले प्रदर्शन को सुधारते हुए सत्ता के गलियारे तक जाने के लिए भरकस प्रयासरत और आतुर है ।
इसी कड़ी में ही कांग्रेस राजस्थान, महाराष्ट्र, दिल्ली, तमिलनाडु ,पश्चिम बंगाल, झारखंड और गुजरात राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्षों का ऐलान संभवतः इसी महीने कर सकती है । सूत्रो के अनुसार राजस्थान मे एक बार फिर से सचिन पायलट की प्रदेशाध्यक्ष पद पर ताजपोशी हो सकती है ?
राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच चल रही राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई और मनमुटाव जगजाहिर है। ऐसे में जहां पार्टी को नुकसान हो रहा है वहीं आने वाले विधानसभा चुनाव में इन दोनों के मनमुटाव का नुकसान पार्टी को उठाना पड़ सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए।
कांग्रेस आलाकमान ने राजस्थान में नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति इसी माह में करने का निर्णय लिया है और पार्टी आलाकमान युवा चेहरों को मौका देने के मूड में है। इसके लिए एक नई कांग्रेस वर्किंग कमेटी चुनी जाएगी । रायपुर के अधिवेशन में इसे लेकर प्रस्ताव भी पारित हो चुका है ।
सूत्रों के अनुसार आलाकमान राजस्थान मे कांग्रेस पुरे सांगठनिक ढांचे में फेरबदल की प्रक्रिया आने वाले करीब 3 सप्ताह में पूरा कर लेगी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खडके के पास इन पदों के दावेदारों के नाम पहुंच चुके हैं और जिन पर मंथन भी करीब-करीब हो चुका है ।
गहलोत और पायलट के बीच लंबे समय से चल रहे विवाद और एक दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोलने के कारण पार्टी की बिगड़ती छवि को लेकर कांग्रेस आलाकमान लंबे समय से राजस्थान में संकट टाल रहा है ।
राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भी गहलोत और पायलट को साथ लाने की कोशिश की थी और कर्नाटक चुनाव के बाद दोनों नेताओं से बातचीत भी की गई ।
अमेरिका दौरे पर जाने से पहले राहुल गांधी ने गहलोत और पायलट के साथ संयुक्त रूप से तथा अलग-अलग बातचीत भी की और दोनों को समझाने का प्रयास भी किया ताकि चुनाव से पहले आम जनता में और कार्यकर्ताओं में दोनों नेताओं के और पार्टी के एकजुटता का संदेश जाए ।
हालांकि अभी तक ऐसा कुछ हुआ नहीं है और इसी को मद्देनजर रखते हुए कांग्रेस आलाकमान ने अब राजस्थान में नए प्रदेश अध्यक्ष और नई टीम बनाने का निर्णय लेते हुए इस पर कवायद शुरू कर दी है और इसी माह नए प्रदेशाध्यक्ष बनाई टीम की घोषणा संभावित है ।
सूत्रों के अनुसार राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेश सत्ता में फिर कैसे वापसी करें इसी को मध्य नजर रखते हुए एक बार फिर से सचिन पायलट कि परदेसा अध्यक्ष पद पर ताजपोशी कर सकती है ?
वर्तमान में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद पर अशोक गहलोत के चहेते गोविंद सिंह डोटासरा काबीज हैं लेकिन आज भी प्रदेश के अधिकांश जिलों में नए जिला अध्यक्षों की घोषणा और कार्यकारिणियां नहीं बन पाई है जबकि चुनाव को मात्र चंद महीने रह गए हैं अभी तक कई जिलों में पुराने जिला अध्यक्ष और पुरानी कार्यकारिणी यही काम कर रही है ।
सूत्रों के अनुसार राजस्थान के अलावा तमिलनाडु दिल्ली महाराष्ट्र झारखंड पश्चिम बंगाल और गुजरात में भी नए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा होने वाली है तथा ओडिशा हरियाणा और बिहार में कांग्रेस आलाकमान नये प्रभारी नियुक्त करने वाली है ।
तथा इसके साथ ही महाराष्ट्र और तमिलनाडु में भी प्रभारी बदले जाएंगे क्योंकि महाराष्ट्र तमिलनाडु के मौजूदा प्रभारी दिनेश गुंडो राव और एसके पाटिल को हाल ही में कर्नाटक की सिद्धरमैया सरकार में मंत्री बनाया गया है वही राजस्थान में भी कांग्रेस प्रभारी के बदलने की अटकलें हैं ।