Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the foxiz-core domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/dreports/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121

Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the fast-indexing-api domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/dreports/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121

Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the rank-math domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/dreports/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
मनुष्य को चिंता नहीं चिंतन करना चाहिए- आचार्य राजाराम - Dainik Reporters

मनुष्य को चिंता नहीं चिंतन करना चाहिए- आचार्य राजाराम

Firoz Usmani
3 Min Read
  • भागवत कथा में वामन अवतार की झांकी बनी आकर्षण का केंद्र

Shahpura News  (मूलचन्द पेसवानी ) भीलवाड़ा के चित्रकुट धाम उत्तर प्रदेश के आचार्य राजाराम महाराज ने कहा कि इस संसार में मनुष्य को चिंता नहीं चिंतन करना चाहिए। मनुष्य अगर ज्यादा चिंता करेगा तो उसकी चिता तैयार होने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। चिंता करने के बजाय तो व्यक्ति को परमात्मा का चिंतन करना चाहिए ताकि उसका जीवन सफल हो और वह लक्ष्य प्राप्त कर सकें।

आचार्य श्री शुक्रवार को श्रीमद्भागवत प्रचार सेवा संघ एवं श्री राधारानी महिला मण्डल के संयुक्त तत्वावधान में आजादनगर कुम्भा सर्किल के निकट देव वाटिका में शुरू हुई संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन भगवान के वामन अवतार प्रसंग का वर्णन करते हुए उपस्थित श्रद्धालु समुदाय को सम्बोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि इस संसार में सुनने योग्य शास्त्र अनेक हैं लेकिन उनसे कोई विशेष लाभ होना संभव नहीं है। मनुष्य की आयु बहुत कम है उसे भी वह दिन में धन कमाने व परिवार का भरण पोषण करने की चिंता व रात्रि में निंद्रा और भोग में बीता देता है।

मनुष्य संसार में सब का मरण देखता है इसके बावजूद अपने मरण पर कभी विचार नहीं करता है उसे चाहिए कि वह परमपिता परमात्मा का चिंतन करते हुए अपने मरण पर भी विचार करें।

यदि मनुष्य परमात्मा का चिंतन करने लग जाए तो निश्चित रूप से उसका जीवन स्वर्ग बन जाएगा और उसे अपने लक्ष्य की प्राप्ति होगी। उन्होंने दान की महिमा बताते हुए कहा कि दान ऐसा हो कि एक हाथ से दो और दूसरे को पता भी नहीं चले।

दान के बारे में देने वाले और लेने वाले के अलावा किसी को पता नहीं चलना चाहिए। उन्होंने कथा में भगवान के वामन अवतार, नारायण ब्रह्मा को चतुर श्लोकी भागवत का उपदेश, वराह भगवान द्वारा पृथ्वी का युद्ध, देवहूति संवाद, कपिल कथा, शिव पार्वती कथा, ध्रुव का व्रन्दावन में कठोर तप, जड़ भरत कथा, अजामिल उपाख्यान, भक्त प्रहलाद कथा, गज व गृह की कथा सहित कई प्रसंगों का विस्तार से वर्णन किया।

आयोजन समिति के प्रवक्ता कुलदीप शास्त्री ने बताया कि कथा के दौरान वामन भगवान की भव्य झांकी के दर्शन हुए। शनिवार को कृष्ण जन्मोत्सव की झांकी आकर्षण का केंद्र रहेगी। यजमान मुकेश शर्मा, शशि सिंह, शीशपाल सिंह सहित हनुमान प्रसाद, कालूलाल खाती, कृष्णा मेडम, विजय पाली, शिवानी बहन, मंजू शर्मा, शशिकला टेलर, सत्येन्द्र चैबे, दुर्गेश कलाल, काजल सिंह, गीता देवी सहित कई भक्तों ने कथा के प्रारंभ में महाराज श्री का अभिनन्दन कर आशीर्वाद लिया।

प्रवक्ता शास्त्री ने बताया कि कथा 31 दिसम्बर तक प्रतिदिन दोपहर 1 से शाम 5 बजे तक होगी।

Share This Article
Follow:
Firoz Usmani Tonk : परिचय- पत्रकारिता के क्षेत्र में पिछले 15 वर्षो से संवाददाता के रूप में कार्यरत हुंॅ, 9 साल से राजस्थान पत्रिका ग्रुप के सांयकालीन संस्करण (न्यूज़ टुडे) में जिला संवाददाता के रूप से कार्य कर रहा हंू। राजस्थान पत्रिका न्यूज़ चैनल में भी अपनी सेवाएं देता रहा हूं। एवन न्यूज चैनल में भी संवाददाता के रूप में कार्य किया है। अपने पिता स्व. श्री मुश्ताक उस्मानी के सानिध्य में पत्रकारिता की क्षीणता के गुण सीखें। मेरे पिता स्व.श्री मुश्ताक उस्मानी ने भी 40 वर्षो तक पत्रकारिता के क्षैत्र में कार्य किया है। देश के कई बड़े न्यूज़ पेपर से जुड़े रहे। 10 वर्ष दैनिक भास्कर में ब्यूरों चीफ रहें।