Tonk News – भगवान सुर्य देव उत्तरायण होकर14 जनवरी को मध्य रात्रि बाद 2.08बजे उत्तराषाढा नक्षत्र के दुसरे चरण में मकर राशि में प्रवेश करेंगे,उस समय चन्द्र देव पुर्वा फाल्गुनी नक्षत्र सिंह राशि में विचरण करेंगे,इस अवधि में शौभन योग व तैतिल करण रहेगा,मकर संक्रांति का वाहन गर्दभ गधा उपवाहन मेष बकरी है, इसका वार नाम महोदरी नक्षत्र नाम घोरा है, संक्रान्ति का पश्चिम दिशा की ओर गमन एवं वायव्य कोण को देख रही है इस के प्रभाव से वायव्य कोण एवं पश्चिम दिशा के राज्यों के लिए कष्ट कारक है ।
पक्षी जाति की यह संक्रान्ति शरीर पर मिट्टी का लेप लगा कर सफेद रंग के वस्त्र पहने हुए व केतकी के पुष्पों की माला धारण कर हाथ में दण्डा युध एवं कांस्य पात्र लेकर पकवान खा रही है, तीस मुहुर्ती होने से धान्य पदार्थों गेहूं जो चना आदि के भाव सामान्य रहेंगे। संक्रांति का पुण्यकाल 15जनवरी बुधवार को प्रातः सूर्योदय से सम्पूर्ण दिन रहेगा।
संक्रान्ति के पुण्य काल में,हरे मुग चारा तिल गुड़ वस्त्र आदि दान पुण्य करने से अशुभ फलों में कमी आयेगी। सुर्य देव उत्तरायण होने से शुभ मांगलिक कार्य शुरू हो जायेंगे।
मनु ज्योतिष एवं वास्तु शोध संस्थान टोक के निर्देशक बाबूलाल शास्त्री ने बताया कि संक्रान्ति गधे पर सवार होकर धोबी के घर में प्रवेश कर रहीं हैं वार नाम महोदरी होने से असामाजिक तत्वों द्वारा लुटपाट व चोरी की घटनाएं होंगी, नक्षत्र नाम घोरा होने से अल्पसंख्यक आदिवासी वर्ग गरीब निर्धन भिखारी वयोवृद्धों के लिए लाभदायक योजनाएं बनाई जायेगी संक्रान्ति तीन याम व्यापिनी होने से फिल्म जगत के क्षैत्र में कष्ट होगा,शिक्षक बुद्धि जीवी वर्ग ब्रहामणो केलिए मध्यम रहेगी।
सभी प्रकार के धान्य किराणा वस्तुओं घी खनिज पदार्थ,मादक पदार्थ लकड़ी के सामान आदि में लाभदायक रहेंगे,शेयर बाजार में तेजी आयेगी।
बाबूलाल शास्त्री ने बताया कि संक्रान्ति का राशि अनुसार फल, सिंह,मीन, तुला राशि वालों को सोने के पाये होने से शुभ फल दायक है कर्क मेष धनु राशि वालों को चांदी का पाया होने से विशेष फल दायक है, मिथुन कुम्भ वृश्चिक राशि वालों को तांबे के पाये होने से मध्यम फलदायक है, एवं वृष मकर कन्या राशि वालों को लोहे के पाये होने से न्युनतम फल दायक रहैगी।
बाबूलाल शास्त्री टोक राजस्थान।