Tonk News : मालपुरा दशहरा (Malpura Dussehra) के दौरान पथराव (Stone throwing)के बाद शांति एवं कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए बुधवार सुबह पांच बजे से लगाया गए कर्फ्यू (Curfew)में शुक्रवार को सुबह 8.30 से 10.30 तक दो घंटे की ढील(relaxation of two hours) दी गई। ढील के दौरान लोगों ने आवश्यक सामान की खरीदारी की। इधर रविवार तक इंटरनेट सेवा को बंद रखने का निर्णय किया गया है।
अल सुबह से सार्वजनिक घोषणा के जरिए लोगों को कर्फ्यू(Curfew)में दी जाने वाली दो घंटे की ढील की जानकारी दी गई। ढील के दौरान लोगों ने एक-दूसरे की कुशलक्षेम पूछी और शहर के हालातों पर चर्चा की। ढील के साथ ही शहरवासियों का हुजूम सड़कों पर उमड़ पड़ा और घरेलू उपयोग के सामानों की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ रही। पुलिस की ओर से सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए।
शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर अधिकारियों को मय जाब्ते के तैनात किया गया। ढील के दौरान शहर में चौपहिया वाहनों की आवाजाही पर प्रशासन की ओर से प्रतिबंध लगाए जाने से लोगों को खरीदारी और आवाजाही में सुविधा मिली। टोंक जिला कलेक्टर के.के. शर्मा (Tonk District Collector K.K. Sharma), टोंक पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू (Tonk S.P Adarsh Sidhu) ने शहर में पैदल भ्रमण करते हुए हालातों का जायजा लिया।
शहर के हालात को देखते हुए लोगों ने दुकानों से आवश्यकता से अधिक सामान की खरीदारी की,जिसके चलते दुकान और ठेलों पर सामान कुछ ही देर में खत्म हो गया। दुकानदारों ने भी सामान की दरों में वृद्धि कर इसका फायदा उठाया। सब्जियों के दामों में भी वृद्धि देखने का मिली। समय सीमा पूरी होने के साथ ही पुलिस ने लोगों को सायरन बजाकर अपने-अपने घरों में लौट जाने की घोषणा की। ढील की समय समाप्ति के बाद सन्नाटा पसर गया।
ट्रक स्टैण्ड(Truck stand) इलाके के खवास जी के कटले में परतानियों की हवेली के पास खुले में रखी दो दुकानों में अज्ञात कारणों से आग लग गई। सूचना मिलने से पुलिस और प्रशासन सकते में आ गया तथा घटना की खबर से शहर में सनसनी फैल गई। पुलिस ने दमकल की मदद से आग पर काबू पाया। हालांकि इस दौरान कफ्र्यू के कारण मौके पर सिर्फ पुलिस और प्रशासन के अधिकारी ही मौजूद थे। पुलिसकर्मियों ने बताया कि कफ्र्यू के कारण आम आदमी की कोई आवाजाही नहीं थी और आग लगना अपने आप में रहस्य है। घटना के बाद शहर में एसटीएफ और पुलिस के जवानों ने फ्लैगमार्च किया।