Jaipur News । विश्व महामारी कोरोना वायरस की चपेट में आने के बाद उसे मात देकर स्वस्थ हुए लोगों को उनके घरों पर वापस भेजे जाने की सरकार उचित व्यवस्था करें ताकि उनकी व उनके घर वालों की परेशानियां दूर हो और वे राहत की सांस लें।
वहीं कोरोना पाॅजेटिव आने के बाद समय पर उचित चिकित्सा व्यवस्था के बाद सही हुए लोंगों जिनकी मेडिकल रिपोर्ट भी नेगेटिव आ चुकी हो, ऐसे मरीजों की घर वापसी के बाद भी समय-समय पर सरकार व प्रशासन गंभीरता से ध्यान देकर उनके जीवन को खुशहाल रखने में अपनी महती भूमिका का निर्वहन करें।
यह बात आज यहां मौलाना आजाद फाउंडेशन के चेयरमैन हबीब गारनेट ने मीडिया वक्तव्य में कही। उन्होंने प्रदेष के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से अपील की है कि वे अपने स्तर पर सम्पूर्ण मामले को गंभीरता से लेते हुए स्वयं माॅनेटरिंग करें।
मौलाना आजाद फाउंडेशन के चेयरमैन हबीब गारनेट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से आग्रह किया कि वे कोरोना वायरस की आड में साम्प्रदायिकता फैलाने वाले लोगों के खिलाफ कडा कदम उठाएं तथा प्रदेश गंगा-जमनी तहजीब को छिन-भिन्न होने से बचाए, वहीं लोगों से अपील की कि वे भी ऐसे नाजुक समय में साम्प्रदायिक सद्भावना को प्रगाढता प्रदान करें।
हबीब गारनेट ने कहा कि कोरोना वायरस एक अजनबी और जानलेवा बीमारी है, जो किसी का धर्म, वर्ग या सम्प्रदाय पूछकर नहीं आती है, इससे जितना हो सके सोशियल और फिजिकल डिस्टेंस से ही बचा जा सकता है। किसी वर्ग विशेष को इसके लिए जिम्मेदार ठहराना उचित नहीं है।
उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से अपील की है कि तब्लीगी जमात हो या अन्य कोई संगठन के कार्यकर्ता या कोई व्यक्ति विषेष जो कि पूर्व में कोरोना पाॅजेटिव था और अब वह चिकित्सा उपचार के बाद ठीक हो चुका हो ऐसे लोगों को उनके घरों पर वापस पहुंचाया जाए।
साथ ही जो जमाती चालीस दिन या चार महिने के अपने धार्मिक आयोजन पूरे कर चुके हो उन्हें भी अपने घरों के लिए वापसी का प्रबंध किया जाए, चाहे ऐसे लोग राजस्थान के हो या अन्य प्रदेशो के, उनकी सहायता राज्य सरकार अपने स्तर पर करें।