Jahazpur news (आज़ाद नेब) महिला एवं बाल विकास विभाग आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषाहार सप्लाई करने वाले स्वयं सहायता समूह के पिछले मई 2019 से बकाया चल रहे भुगतान नहीं करा पाया। 11 माह से बकाया भुगतान के चलते स्वयं सहायता समूह टूटने के कगार पर है। फिर ऊपर से आदेश जारी किए गए हैं की आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत लाभार्थी धात्री व गर्भवती महिला एवं बच्चों को गेहूं व दाल आंगनबाड़ी कर्मियों द्वारा घर घर जाकर वितरित की जाए।
महिला एवं बाल विकास निदेशालय जयपुर के आदेश क्रमांक 37609-37946 दिनांक 10 अप्रैल 2020 के अनुसार मस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने-अपने केंद्र के साप्ताहिक पोषाहार बनाने वाले स्वयं सहायता समूह को सूचित करें कि इस महामारी के दौरान अप्रैल माह से आज तक के पंजीकृत लाभार्थियों को गर्भवती धात्री महिला एवं 7 माह से 6 वर्ष तक के बच्चों को पोषाहार के रूप में कच्ची सामग्री गेहूं व चने की दाल देनी है।
जो इस प्रकार बताई गई है गर्भवती व धात्री महिला को 3 किलो गेहूं 1 किलो चने की दाल एवं 7 माह से 6 वर्ष तक के बच्चों को 2 किलो गेहूं वह 1 किलो चने की दाल के पैकेट बनाकर आंगनबाड़ी कर्मी द्वारा लाभार्थियों के घर घर जाकर वितरण करनी है।
इनका क्या कहना है
स्वयं सहायता समूह के बकाया भुगतान अगले सप्ताह तक हो जाएगा। और वर्तमान में जो सामग्री स्वयं सहायता समूह द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी उसका भुगतान तुरंत हो जाएगा।
नरेंद्र कुमार उपनिदेशक, महिला एवं बाल विकास विभाग भीलवाड़ा